जुगाड़ का भी बाप निकला युवक, सिर्फ लकड़ी जला बिना पेट्रोल के दौड़ाई बाइक, देखें Video
जुगाड़ के मामले में हमारा देश बाकी सभी मुल्कों से आगे हैं। हम भारतीय काम संसाधनों में भी बड़े-बड़े काम कर जाते हैं। वैसे तो सोशल मीडिया पर ऐसे जुगाड़ के वीडियो की भरमार है। लेकिन कुछ जुगाड़ इतने अच्छे होते हैं, जिन्हें देख हम भी हैरान रह जाते हैं। इन दिनों बिना पेट्रोल के जुगाड़ से बाइक चलाने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तहलका मचा रहा है।
बिना पेट्रोल चलाई बाइक
पेट्रोल के दाम बीते कुछ सालों से आसमान छू रहे हैं। ऐसे में कई वाहन चालक पेट्रोल का कोई दूसरा विकल्प खोज रहे हैं। बैटरी से चलने वाले वाहन तो आप ने बहुत से देखे होंगे। लेकिन आज हम आपको लकड़ी से बाइक चलाने का तरीका बताने जा रहे हैं। इसके लिए आपको कुछ लकड़ियाँ लाकर उन्हें जालना होगा।
देखा जाए तो लड़की, पेट्रोल की तुलना में सस्ती होती है। यदि आप इसे खरीद न पाए तो खुद भी कहीं से तोड़कर ला सकते हैं। हाल ही में एक युवक ने इसी लकड़ी को जलाकर बाइक चलाकर दिखा दी। अब इस अनोखे एक्सपेरिमेंट (Experiment) को देख लोग बड़े हैरान है।
ऐसे किया कारनामा
लकड़ी जलाकर बाइक चलाने वाली बात आप लोगों को सुनने में बड़ी अजीब लग रही होगी। कुछ इसे फेक भी बोल सकते हैं। लेकिन दावा है कि ये सच में हो सकता है। इस वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि एक लड़का खाली मैदान में कुछ लकड़ियाँ जलाता है। फिर वहां उसका एक अन्य दोस्त आता है और कहते हैं कि बाइक में पेट्रोल नहीं है। इस पर युवक बोलत है कि कोई बात नहीं। आज हम बिना पेट्रोल के बाइक चलाएंगे।
इसके बाद युवक एक बॉक्स में लकड़ियाँ भर उन्हें आग लगा देता है। वह इससे एक जनरेटर भी कनेक्ट करता है। अब लकड़ियों के गर्म होने पर गैस बनती है। इस गैस तो युवक एक ट्यूब में भरकर बाइक में डाल देता है। इस इस गैस से बाइक दौड़ने लगती है। युवक का यह कमाल देख न सिर्फ आम जनता बल्कि मोटर मकैनिक भी हैरान हैं
लोग हुए इंप्रेस
जुगाड़ का यह वीडियो सोशल मीडिया पर बहुत वायरल हो रहा है। लोग इस वीडियो पर अलग-अलग कमेंट्स कर रहे हैं। एक यूजर ने कहा “क्या गजब कि जुगाड़ है भाई।” वहीं दूसरे ने लिखा “आज के जमाने में लकड़ी से ज्यादा पेट्रोल आसानी से मिल जाता है।” फिर एक कमेंट आता है ‘देश में जुगाड़ू लोगों की कमी नहीं है।” बस इसी तरह और भी कई कमेंट्स आने लगते हैं।
देखें वीडियो-
वैसे आपको युवक का यह जुगाड़ कैसा लगा?