वसीम रिजवी ने जेल से लगाई गुहार पत्नी का कत्ल कर देंगे जिहादी,बचा लो; कुछ दिन पहले हिन्दू बने थे
वसीम रिजवी की पत्नी से मारपीट कर मौलान ने निकाला घर से बाहर; सरकार से की मदद की अपील
शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष वसीम रिजवी ने फिर कहा है कि जब से वो धर्म परिवर्तन कर जितेंद्र नारायण त्यागी बने तब से कुछ लोग उनको लगातार निशाना बना रहे हैं। इस वक्त जेल में बंद वसीम रिजवी उर्फ जे एन त्यागी ने आरोप लगाया कि कुछ लोगों ने उनके घर में घुसकर पत्नी से मारपीट की। वहीं उनके यतीमखाने में आवंटित आवास पर ताला बंद कर दिया गया। उन्होंने लोगों से अपील की है कि पत्नी और पूरे परिवार को न्याय दिलाने में मदद करें।
वसीम रिज़वी उर्फ जेएन त्यागी ने लगाई गुहार
जितेंद्र नारायण त्यागी के ट्विटर अकाउंट से किए गए ट्वीट में लिखा है, ‘मैं जेल में हूं, उधर मेरी पत्नी को मौलानाओं ने मारपीट कर अपने घर से बाहर निकाल दिया। उनका साथ दिया यूपी पुलिस के मुसलमान ASI ज़ैदी ने। आपलोग मेरे परिवार का साथ दें। जिहादी मेरी पत्नी की हत्या भी कर सकते हैं। वह मेरे परिवार को डरा रहे हैं।
मैं जेल में बंद हूं, आप लोग ही न्याय करें’। इस ट्वीट के साथ जितेंद्र त्यागी द्वारा दिया गया एक प्रार्थना पत्र भी शेयर किया गया है। बता दें कि जितेंद्र त्यागी, हरिद्वार धर्म संसद हेट स्पीच के मामले में जेल में बंद हैं। आगे आपको बताएंगे की वसीम रिज़वी उर्फ जे एन त्यागी की पत्नी ने क्या आरोप लगाया है-
वसीम रिजवी की पत्नी का आरोप
वसीम रिजवी की पत्नी फरहा फातिमा के मुताबिक- शुक्रवार को शाम 5.30 बजे के आसपास घर में कुछ काम चल रहा था। जिसमें मेरी ममेरी बहन निदा फातिमा अन्य लोगों के साथ घर में कुछ काम करवा रही थीं। तभी अचानक कुछ लोग घर मे घुस आए। इन लोगों ने मेरी ममेरी बहन निदा का कार्य कर रहे बढ़ई से गाली-गलौज करना शुरू कर दिया।
मेरी बहन ने इसकी सूचना मुझे दी। मैंने तुरन्त थाना सआदतगंज को कॉल कर सूचना दी। इसके बाद घर गई। मेरे साथ मेरी छोटी बहन अमरीन और भाभी उजमा बानो भी पहुंची।
वहां पहुंचते ही आरोपी मेरे साथ भी हाथापाई और गाली-गलौज करने लगे। वहां मौजूद दरोगा जैदी मूकदर्शक बने देखते रहे और मैं मिन्नतें करती रही। दरोगा ने जबरन मुझसे मेरे घर की चाबी ले ली और हम सबको घर से निकाल बाहर कर दिया।
पुलिस ने क्या कहा?
प्रभारी निरीक्षक सआदतगंज बृजेश कुमार यादव के मुताबिक वसीम रिजवी के चेयरमैन रहते हुए यतीमखाने का एक मकान उनके रिश्तेदार के नाम से आवंटित हुआ था। उनका आवंटन रद्द करके वफ्फ ने यह मकान अब किसी और को आवंटित कर दिया है। जिसे आवंटन हुआ वह शुक्रवार को कब्जा लेने पहुंचा था। वसीम की पत्नी इसका विरोध कर रही थी। इसी को लेकर दोनों पक्षों में कहासुनी हुई थी।