ICU में एडमिट लता मंगेशकर की हालत नाज़ुक ! डॉक्टर ने कहा दवा ही नहीं अब दुआ की भी आवश्यकता
स्वर कोकिला के नाम से प्रसिद्ध और लाखों फैंस के दिलों पर अपनी खूबसूरत आवाज से जादू बिखेरने वाली लता मंगेशकर अस्पताल में भर्ती हैं और आजकल उन्हें दवा के अलावा दुआ की भी जरूरत है। बता दें कि 8 जनवरी को लता मंगेशकर कोरोना संक्रमित हो गई थीं और तभी से वो अस्पताल में भर्ती हैं।
वहीं बता दें कि स्वर कोकिला और भारतरत्न पुरस्कार विजेता लता मंगेशकर का जन्म मध्यप्रदेश के इंदौर जिले में हुआ था और 92 साल की लता मंगेशकर को कोरोना के साथ निमोनिया भी हुआ है।
ऐसे में उनकी सेहत के लिए डॉक्टर ने दवा के अलावा दुआ की भी जरूरत की बात कही है। इसके अलावा बता दें कि उनकी सेहत के लिए जहां देशभर में दुआ मांगी जा रही है वहीं प्रदेश में भी मंदिरों में पूजा और मस्जिदों में विशेष नमाज की जा रहीं हैं।
जानकारी के लिए बता दें कि दीदी के रूप में पहचान रखने वाली लता मंगेश्कर अभी भी ब्रीच कैंडी अस्पताल में एडमिट है। वहीं मालूम हो कि इसके पहले भी स्वर कोकिला को करीब सवा 2 साल पहले निमोनिया हुआ था। गौरतलब हो कि जब नवंबर 2019 में उन्हें सांस लेने में तकलीफ हुई थी। तब उन्हें 28 दिन तक अस्पताल में भर्ती रहना पड़ा था।
वहीं बता दें कि बीते कुछ वर्षों से ब्रीच कैंडी अस्पताल के डॉक्टर प्रतीत समदानी लता मंगेशकर का इलाज कर रहे हैं और डॉक्टर प्रतीत समदानी ने बताया है कि, ” उनके इलाज के लिए सबसे अच्छे डॉक्टर्स की टीम जुटी हुई है।
” कोरोना के साथ-साथ निमोनिया से भी पीड़ित होने के कारण उन्हें आईसीयू (ICU) में ही रखा गया है और उनका उपचार कर रहे प्रतीत समदानी ने बताया कि आइसीयू में उनकी हालत स्थिर है। बता दें कि उनके शीघ्र स्वस्थ होने के लिए डॉक्टर प्रतीत समदानी ने लोगों से अपील की है कि वे दीदी के लिए प्रार्थना करें।
वहीं मालूम हो कि हजारों गानों में अपनी खूबसूरत आवाज का जादू बिखेर चुकीं लता मंगेशकर के गानों की हर पीढ़ी फैन है और उन्होंने 7 दशकों तक अपनी मखमली आवाज से लोगो को दीवाना बनाया है और अपने इस अनमोल काम के लिए उन्हे कई पुरस्कार भी मिल चुके हैं।
जिनमें साल 2001 में मिला भारत सरकार का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न शामिल है। इसके अलावा 1989 में उन्हें दादा साहेब फाल्के अवॉर्ड भी मिल चुका है।