बीजेपी जॉइन करने के बाद अपर्णा ने छुआ ससुर मुलायम का पैर, मिला विजयी भवः का आशीर्वाद…
मुलायम ने अपर्णा यादव को दिया विजयी भवः का आशीर्वाद, अब अखिलेश की डूबेगी चुनावी नैय्या...
उत्तरप्रदेश में सियासत चरम पर है और ऐसे में कब अपने पराए हो जाएं और पराए अपने कहा नहीं जा सकता। अब बीते दिनों का घटनाक्रम ही देख लीजिए। जो अखिलेश यादव खेमा स्वामी प्रसाद मौर्या के पार्टी में आ जाने से फुला नहीं समा रहा था। उसकी हवाइयाँ निकालने का काम भारतीय जनता पार्टी ने किया है। जी हां भाजपा ने घर के भीतर ही सेंध लगा दी और चुनावी स्ट्राइक करते हुए अपर्णा यादव को भाजपा में शामिल करा दिया।
वहीं मालूम हो कि भाजपा में आने के साथ ही अपर्णा के तेवर और सुर बिल्कुल बदले-बदले नजर आ रहें हैं और उन्होंने पार्टी जॉइन करने के बाद ससुर मुलायम सिंह से आशीर्वाद लेना भी नहीं भूली। वैसे आज हम बात की शुरुआत साल 2017 से करते हैं। जी है योगी आदित्यनाथ का शपथ ग्रहण समारोह तो ध्यान में होगा ही आप सभी को।
ग़ौरतलब हो कि इसी शपथ ग्रहण समारोह में एक अजीबोगरीब वाकया भी देखने को मिला था। जब मुलायम सिंह यादव ने मोदी के कान में कुछ कहा था। जी हां याद तो होगा ही न आप सभी को। वहीं इसके बाद जो सोशल मीडिया में चर्चाएं शुरू हुई थी। इससे भी आप सभी वाक़िफ़ होंगे।
बता दें कि उस दौरान तरह-तरह की बातें सोशल मीडिया में बनाई जा रही थी। कोई कह रहा था कि अखिलेश के संरक्षण की बात नेता जी ने मोदी के कान में बोली थी। तो कुछ न कहा था कि कृपा बनाएं रखने या फिर जांच एजेंसियों से बचाएं रखने की गुजारिश उस दौरान मुलायम ने मोदी के कान में बोलते हुए किया था। वैसे वास्तविक रुप से उस दौरान मोदी के कान में मुलायम सिंह यानी नेता जी ने क्या कहा था, वह किसी को नहीं मालूम।
यह पता होगा तो सिर्फ़ मोदी और मुलायम को, लेकिन इसी बीच अब चुनाव का वक्त है और उस बात को लगभग पांच बरस बीत गए हैं। ऐसे में एक नया और अजीबोग़रीब वाकया फिर देखने को मिला और उसकी धुरी में फिर एक बार मुलायम सिंह यादव ही हैं। आइए समझें आखिर क्या है पूरा मामला…
बता दें कि मुलायम की छोटी बहू यानी अपर्णा यादव बीते दिनों बीजेपी में शामिल हो गईं हैं और उन्होंने सदस्यता लेते ही विपक्षियों की नींद उड़ा दी हैं और जिसमें उनके जेठ यानी अखिलेश यादव भी शामिल है। मालूम हो कि अपर्णा यादव बीजेपी में शामिल होने के बाद अपने आवास यानी घर लखनऊ पहुँची तो अपने ससुर से आशीर्वाद लेना नहीं भूली।
जी हां जिसके बाद उन्होंने आशीर्वाद लेते हुए एक तस्वीर सोशल मीडिया पर शेयर की है और जो अब सुर्खियों में आ गई है। बता दें कि तस्वीर शेयर करते हुए अपर्णा ने कैप्शन भी लिखा है। जिसमें वो लिखती हैं कि, “भाजपा को जॉइन करने के बाद लखनऊ आने पर पिताजी/ नेताजी से आशीर्वाद लिया।” वहीं बता दें कि अब यहीं कैप्शन सुर्खियां बटोर रहा है और लोग तरह तरह की बातें बना रहे हैं।
भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता लेने के पश्चात लखनऊ आने पर पिताजी/नेताजी से आशीर्वाद लिया। pic.twitter.com/AZrQvKW55U
— Aparna Bisht Yadav (@aparnabisht7) January 21, 2022
वैसे भी आप सोच सकते हैं कि जब अपर्णा ने मुलायम सिंह के पैर छुए तो नैतिकता में मुलायम ने क्या आशीर्वाद दिए होंगे? स्वाभाविक सी बात है कि आशीर्वाद में शुभ वचन ही बोले जाते हैं। ऐसे में कयास लगाएं जा रहें हैं कि क्या मुलायम ने अपर्णा को विजयी भवः का आशीर्वाद दिया। जो भी हो लेकिन एक बात तो है ये स्थिति मुलायम के लिए रही बड़ी विकट, क्योंकि एक तरफ उनका बेटा अखिलेश है तो दूसरी तऱफ बेटी स्वरूप बहू और कहीं न कहीं जो तस्वीर अपर्णा ने शेयर की है। उसमें मुलायम सिंह का चेहरा देखकर अंदाज़ा लगाया जा सकता है और उनका फेस बहुत कुछ बयां कर रहा है।
बुजुर्गो क़ा आशीर्वाद,अपनो क़ा साथ और कार्यकर्ताओं क़ा विश्वाश ही पुनः युपी में एनडीए की पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने जा रही है। https://t.co/zQLbdfMANa
— Dinesh Chaudhary (@dineshbjp09) January 21, 2022
Picture of the day. https://t.co/95HzQAnsnS
— Deepti Sachdeva दीप्ति सचदेवा (@DeeptiSachdeva_) January 21, 2022
वहीं बता दें कि जय श्रीराम, पिक्चर ऑफ द डे, बहू-बेटियां योगीराज में ही सुरक्षित हैं, जय भाजपा-तय भाजपा। ये कुछ लोगों के रिएक्शन हैं जो अपर्णा यादव (Aparna Yadav) के ताजा ट्वीट पर आए हैं। ऐसे में एक बात तो है कि अब यूपी में चुनावी माहौल बनना शुरू हो गया है और जिसमें सपा की हालत बिगड़नी शुरू हो गई है।
वहीं मालूम हो कि सोशल मीडिया में तो कई लोगों ने अपर्णा की शेयर की गई तस्वीर के नीचे कमेंट में यह भी लिखा कि मुलायम ने ये आशीर्वाद दिया कि, “जाओ बहू अब तुम सुरक्षित हो!” वैसे इस तस्वीर को लेकर जितने लोग उतनी बातें हैं और सच्चाई तो अपर्णा को ही मालूम की आशीर्वाद क्या मिला।
वैसे अपर्णा अगर आशीर्वाद क्या मिला इसका भी खुलासा करती तो मजा और आता, लेकिन जो भी है इतना ही अखिलेश की मुश्किलें बढाने के लिए काफी है कि अपर्णा ने बीजेपी का दामन थाम लिया है। उसके बाद भले समाजवादी कहें कि उनके जाने से सपा के चुनावी अभियान में कोई असर नहीं पड़ने वाला।