सावन में चमत्कार: खुदाई के दौरान निकला ढाई फीट बड़ा शिवलिंग, और फिर थोड़ी देर बाद ..
जुगियाल (पठानकोट): सावन का पवित्र महिना चल रहा है। हिन्दू धर्म में इस महीने की अलग महत्ता है। सावन का महिना भगवान शंकर का सबसे प्रिय महिना है। इस पुरे महीने में भगवान शंकर से विशेष आशीर्वाद पाया जा सकता है। सावन के महीने में देश के कोने-कोने में बने शिवालयों में भक्तों की काफी भीड़ देखी जा सकती है। भारत में कुछ ऐसी जगहें हैं जहाँ भगवान शंकर का दर्शन करने के लिए भक्तों का ताँता लगा रहता है। सावन के महीने में ही लोग बोल बम की यात्रा पर जाते हैं। shivaling found during excavation.
भगवान शंकर कर देते हैं हर मनोकामना पूर्ण:
अमरनाथ यात्रा भी भगवान शंकर के दर्शन के लिए की जाती है। वहाँ भगवान शंकर के शिवलिंग का बर्फ से बना रूप देखने को मिलता है। यह शिवलिंग अपने आप बन जाता है। इसलिए भगवान शंकर के इस रूप को बाबा बर्फानी नाम से भी जाना जाता है। अमरनाथ की यात्रा करने के लिए हर साल लाखों लोग जाते हैं। सच्चे मन से जो भी इस महीने में प्रार्थना करता है, भगवान शंकर उसकी हर मनोकामना पूर्ण कर देते हैं।
कलयुग में समय-समय पर दिखाते हैं भोलेनाथ चमत्कार:
कलयुग के इस समय में भगवान शंकर अपने भक्तों का ख़ास ख़याल रखते हैं। इस समय में कुछ ऐसे लोग भी हैं जो भगवान के अस्तित्व पर सवाल उठाते हैं। ऐसे लोगों को बताने के लिए भोलेनाथ समय-समय पर अपना चमत्कार दिखाते रहते हैं। हाल ही में एक ऐसा ही चमत्कार देखने को मिला है, जिससे बारे में जानकर आप हैरान हो जायेंगे। कलयुग में भी भगवान शंकर अपने भक्तों को अपना दुर्लभ दर्शन देते हैं।
खुदाई के दौरान मिला ढाई फीट का शिवलिंग:
जी हाँ सावन महीने के पहले दिन ही भगवान शंकर ने एक व्यक्ति के घर में प्रकट होकर उसे दर्शन दिए हैं। क्षेत्र के सभी लोग इसे भगवान शंकर का बड़ा चमत्कार मानते हैं। रानीपुर उपरला नाम के गाँव में एक व्यक्ति अपने घर की खुदाई करवा रहा था। इसी दौरान उसे ढाई फीट का एक शिवलिंग मिला। घर के मालिक दर्शन लाल और दीपक मेहरा ने बताया कि घर के बाहर जेसीबी से गड्ढा खुदवा रहे थे।
शिवलिंग के लिए जल्द ही करवाया जायेगा मंदिर का निर्माण:
जेसीबी जब खुदाई कर रही थी तभी उसके पंजे से एक पत्थर टकरा गया, जिसे जेसीबी नहीं निकाल पायी। यह देखकर उन्होंने कुछ मजदूरों के सहयोग से पत्थर को बाहर निकाला। जब पत्थर बाहर निकला तो देखकर सभी लोग हैरान हो गए। दरअसल वह पत्थर कुछ और नहीं बल्कि एक बड़ा शिवलिंग था। शिवलिंग के निचे एक आधार भी बना हुआ है। जब इसके बारे में इलाके के लोगों को पता चला तो देखने वालों की भीड़ एकत्र हो गयी। शिवलिंग को दूध से स्नान करवाकर पूजा शुरू कर दी गयी। जल्द ही इस शिवलिंग के लिए मंदिर बनवाकर उसे मंदिर में स्थापित करवा दिया जायेगा।