CM चन्नी बोले-PM को लौटना पड़ा, तो लिया जा रहा बदला: इस में मेरी कोई ग़लती नहीं थी
ईडी को रेड में मिले 10 करोड़ रु कैश,
पंजाब के राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप की दौर जारी है। सीएम चन्नी के भांजे के ठिकानों पर ईडी की छापेमारी को सीएम चन्नी ने पीएम मोदी के फिरोजपुर यात्रा से जोड़ने की कोशिश की है।
चन्नी ने अपने रिश्तेदार के आवास पर ईडी की मंगलवार को की गई छापेमारी का जिक्र करते हुए कहा, ‘इस मामले में मुझे फंसाने के लिए एक षड्यंत्र रचा गया है।’ उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्रीय जांच एजेंसी के कर्मी इस मामले में उन्हें फंसाने की कोशिश कर रहे हैं। चन्नी ने बुधवार को मंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की। प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने क्या कहा आपको आगे बताते हैं-
‘मुझसे क्यों बदला लिया जा रहा है?’
प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीएम चन्नी ने ईडी की छापेमारी का जिक्र करते हुए कहा, ‘अगर मोदी को लौटना पड़ा, तो इसमें मेरी क्या गलती है?…मुझसे बदला क्यों लिया जा रहा है? आपको बता दें कि पीएम मोदी की इस यात्रा के दौरान पीएम का काफिला किसानों के प्रदर्शन के कारण 15 से 20 मिनट तक रोके जाने के बाद मोदी को रैली को संबोधित किए बिना लौटना पड़ा था।’
During a search at Punjab CM Charanjit Singh Channi’s nephew Bhupinder Singh & his associate Sandeep Kumar’s residence, some property-related documents and Indian currency worth more than Rs 6 crores recovered- about 4 crores at Singh’s house & 2 crores at Kumar’s house: Sources pic.twitter.com/EYdxq1sjyA
— ANI (@ANI) January 18, 2022
ईडी को रेड में मिले 10 करोड़ रु कैश
प्रवर्तन निदेशालय के सूत्रों ने बुधवार को बताया कि पंजाब में अवैध बालू खनन के खिलाफ जारी मनी लॉन्ड्रिंग के मामलों की जांच के सिलसिले में की गई छापेमारी के दौरान 10 करोड़ रुपये कैश जब्त किए गए। इसमें से आठ करोड़ रुपये चन्नी के भांजे भूपिंदर सिंह उर्फ हनी से जुड़े ठिकानों से जब्त किए गए। सूत्रों ने बताया कि दो करोड़ रुपये कैश संदीप कुमार नाम के एक शख्स के ठिकाने से बरामद हुए हैं।
सीएम चन्नी ने दी सफाई
चन्नी ने अपने भांजे के परिसरों पर ईडी की छापेमारी पर प्रतिक्रिया देते हुए दावा किया कि नवांशहर (शहीद भगत सिंह नगर जिला) पुलिस ने 2018 में जो केस दर्ज किया था उसमें उनका (भांजे का) नाम शामिल भी नहीं था। हालांकि अधिकारियों ने कहा कि नवांशहर पुलिस की 2018 की एफआईआर और राज्य में अवैध रेत खनन के कारोबार में कथित रूप से शामिल कुछ कंपनियों और व्यक्तियों के खिलाफ पुलिस को मिली इसी प्रकार की अन्य शिकायतों का संज्ञान लेने के बाद यह कार्रवाई की गई है।