चमत्कार: नाले में बने इस मंदिर का बरसाती उफान भी नहीं बिगाड़ पाता कुछ,जानें इस मंदिर के बारे में
श्री रेणुका जी (सिरमौर): भारत देश एक विविधता वाला देश हैं। इस देश में कई धर्म और जातियों के लोग साथ मिलकर रहते हैं। सभी धर्म की अपनी अलग-अलग मान्यताएँ हैं और उनके देवी-देवता भी अलग-अलग हैं। इसी वजह से भारत में मंदिर, मस्जिद, चर्च और अन्य धर्मों के धार्मिक स्थल देखे जा सकते हैं। हालांकि भारत में हिन्दू धर्म के अनुयायियों की संख्या सबसे ज्यादा है, इसलिए यहाँ मंदिरों की संख्या भी ज्यादा है। amazing temple.
चमत्कारी शक्तियों के लिए जाने जाते हैं पूरी दुनिया में:
भारत में कई ऐसे मंदिर हैं, जो अपनी चमत्कारिक शक्तियों के लिए पूरी दुनिया में जाने जाने हैं। भारत के कुछ मंदिर इतने प्राचीन हैं कि उनके निर्माण का सही समय पता नहीं है। मंदिरों की शक्तियों के बारे में जानकर यहाँ लाभ पाने के लिए हर रोज हजारों भक्त दर्शन करने जाते हैं। कई अन्य देशों में रहने वाले हिन्दू भी भारत आकर इन मंदिरों में देवी-देवताओं के दर्शन करते हैं।
मंदिर के चमत्कार के बारे में जानकर हो जायेंगे हैरान:
भारत के छोटे-छोटे जगहों पर भी कई ऐसे मंदिर हैं जो अपनी ख़ासियत की वजह से काफी प्रसिद्ध होते हैं। आज हम आपको भारत के एक ऐसे ही प्रसिद्ध और चमत्कारी मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं। यकीन मानिये इस मंदिर में होने वाले चमत्कार के बारे में जानकार आप दंग रह जायेंगे। हम बात कर रहे हैं एक ऐसे मंदिर की जो सालों से एक नाले में बरसाती उफान के बीच सुरक्षित टिका हुआ है।
मंदिर के पास बरसाती पानी मारता है खूब उफान:
जी हाँ यह मंदिर कहीं और नहीं बल्कि हिमांचल के सिरमौर जिले में स्थित है। यह मंदिर एक नाले में बना हुआ है। जहाँ बरसात के समय बरसाती पानी खूब उफान मारता है, लेकिन मंदिर का बाल भी बांका नहीं कर पाता है। बडोलिया बाबा मंदिर सिरमौर के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल श्री रेणुका जी के समीप ही स्थित है। इस मंदिर के चमत्कार को देखकर सभी हैरान हो जाते हैं। इस समय भारी बरसात हो रही है।
सैकड़ों साल से अपने स्थान पर सुरक्षित है मंदिर:
यह मंदिर सैकड़ों साल से अपने स्थान पर सुरक्षित स्थित है। इस मंदिर के ऊपर पहाड़ से झरना भी गिरता है, जो इसकी खूबसूरती को और बढ़ा देता है। इस वजह से यह लोगों के आकर्षण का केंद्र भी बना हुआ है। कई बार बरसात के समय इतना पानी भर जाता है कि मंदिर को छूकर निकलता है। यह धार्मिक स्थल रेणुका जी से 5 किलोमीटर पहले ही पड़ता है। बरसात के मौसम में जब बरसाती उफान इस मंदिर को छूकर निकलता है तो लोग इसे दैवीय करिश्मा कहते हैं।