क्या AAP ने पंजाब के लिए ‘पियक्कड़’ CM चेहरा चुना है: जानिये क्या है भगवंत मान का शराब कनेक्शन
क्या भगवंत मान को मुख्यमंत्री बनाकर पंजाब को नशा मुक्त करेंगे अरविन्द केजरीवाल;
नशे, शराब और ड्रग्स की समस्या से जूझ रहे पंजाब को क्या आम आदमी पार्टी ‘उड़ता पंजाब’ बनाना चाहती है। ये सवाल तो उठेगा ही क्योंकि 2022 के पंजाब विधानसभा चुनाव में केजरीवाल की पार्टी ने भगवंत मान को अपना सीएम उम्मीदवार घोषित किया है। ये वही भगवंत मान हैं जिनके ऊपर शराब पीकर संसद में बैठने का आरोप लग चुका है। अपने राजनीतिक जीवन में एक बार नहीं कई बार उनपर दिन में शराब पीकर आने का आरोप लग चुका है।
आखिर ऐसे चेहरे को अपना सीएम उम्मीदवार बनाकर AAP पंजाब के युवाओं को क्या संदेश देना चाहती है। आम आदमी पार्टी के पंजाब में सीएम उम्मीदवार भगवंत मान और शराब का क्या कनेक्शन है आपको आगे बताते हैं।
शराब को लेकर विवादों मे रहे भगवंत
राजनेताओं पर भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद, के आरोप अक्सर लगते रहते हैं, लेकिन शराब पीने और शराब के नशे में संसद आने का आरोप शायद ही किसी बड़े नेता पर लगा हो। लेकिन अपने करीब एक दशक के राजनीतिक करियर में भगवंत मान पर सबसे बड़ा आरोप यही है कि वे शराब पीते थे। उन पर किसने और कब-कब ये आरोप लगाए, आपको आगे बताते हैं-
भगवंत के शराब पीने की बात सबसे पहले आप के बागी नेता योगेंद्र यादव ने 2015 में कही थी। उन्होंने मीडिया में दावा किया था कि जुलाई 2014 में पार्टी सांसदों की एक बैठक बुलाई गई थी, जिसमें भगवंत मान मेरे साथ बैठे थे, और उनसे शराब की गंध आ रही थी।
कैप्टन अमरिंदर सिंह ने बाद में भगवंत मान पर मीडिया में शराब के आदी होने का आरोप लगाया। कैप्टन अमरिंदर सिंह के आरोपों के कुछ दिनों बाद आप के बागी नेता हरिंदर सिंह खालसा ने तत्कालीन लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन से अपनी सीट बदलने की लिखित अपील की क्योंकि उन्हें भगवंत मान से शराब की गंध आ रही थी।
संसद में उनके भाषणों के दौरान कई बार सत्ताधारी भाजपा के सदस्य उन पर शराब के नशे में संसद आने का आरोप लगाते रहे।एक बार जब भगवंत मान संसद में एक बहस के दौरान बोल रहे थे तो एक बीजेपी सांसद उनके पास आकर उन्हें सूंघ रहे थे, ये वीडियो वायरल हो गया था।
वैसे तो कई नेता शराब पीते हैं लेकिन भगवंत मान पर दिन में शराब के नशे में रहने का आरोप लगा था। भगवंत मान पर गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी के खिलाफ चल रहे संघर्ष के दौरान 2015 में हुई फायरिंग में मारे गए युवकों की घटना के खिलाफ प्रदर्शन के समय भी शराब पीने का आरोप लगा था।
एक इवेंट के दौरान उनका स्टेज से निकलते हुए वीडियो भी वायरल हुआ था, जिसमें कुछ लोगों ने उन पर शराब पीने का आरोप लगाया था।लेकिन वे चुपचाप कार में बैठ जाते हैं और यह कहते हुए निकल जाते हैं कि वे कोई विवाद पैदा नहीं करना चाहते। ये सारे आरोप उन्हें बदनाम करने के लिए लगाए जा रहे हैं।
भगवंत पर गायक मनमीत अलीशेर के अंतिम संस्कार में शराब पीने का भी आरोप लगाया गया था, जिनकी नवंबर 2016 में ऑस्ट्रेलिया में हत्या कर दी गई थी।
भगवंत मान और उनके समर्थकों ने शराब के आरोपों को शिरोमणी अकाली दल, भाजपा और कांग्रेस पार्टी के दुष्प्रचार की साजिश करार दिया था। हालांकि 20 जनवरी, 2019 को, भगवंत मान ने खुद जनवरी, 2019 से शराब को नहीं छूने की शपथ ली है। आगे आपको बताएंगे की केजरीवाल ने भगवंत मान को सीएम चेहरा बनाने के लिया क्या तर्क दिए हैं-
आम आदमी पार्टी ने पंजाब में सीएम फेस (AAP CM Face) कौन होगा, इसे लेकर फोन पर राय ली थी। इस फोन सर्वे में 21 लाख से ज्यादा लोगों ने अपनी राय दी है और पहली पसंद भगवंत मान को बताया। केजरीवाल के मुताबिक 93 फीसदी लोगों ने भगवंत को सीएम चेहरा स्वीकार किया है, इसलिए आम आदमी पार्टी भी उनको पंजाब का सीएम उम्मीदवार बना रही है।