‘पुष्पा’ तो हो गई ब्लॉकबस्टर, लेकिन फिल्म में है ये 5 बहुत बड़ी गलती, आ गई सबके सामने
इन 5 बड़ी गलती के बावजूद सुपरहिट हो गई 'पुष्पा', देखने के बाद भी नोटिस नहीं कर पाए लोग
तेलुगु फिल्म ‘पुष्पा’ हिंदी दर्शकों पर भी अपना जादू ख़ूब चला रही है. दुनियाभर में फिल्म ने 300 करोड़ रुपये से ज़्यादा कमाए है और हिंदी में फिल्म ने 85 करोड़ रुपये से ज़्यादा का बिजनेस किया है. फिल्म ब्लॉकबस्ट हो गई है हालांकि फिल्म की 5 ऐसी गलती है जिन पर किसी का ध्यान ही नहीं गया. आइए जानते हैं उनके बारे में.
KGF चैप्टर 1 से मिलती-जुलती कहानी !
पुष्पा की कहानी सुपरहिट फिल्म KGF चैप्टर 1 से कई हद तक मेल खाती है. दरअसल पुष्पा में लाल चंदन की स्मगलिंग दिखाई गई. KGF चैप्टर 1 में सोने की खदान की कहानी. पुष्पा में अल्लू के पिता नहीं होते. जबकि KGF में अभिनेता यश के पिता नहीं होते है. दोनों ही अपनी-अपनी फिल्मों में एक गरीब तबके से संबंध रखते हैं. दोनों का ही लक्ष्य पैसा कमाना, बड़ा आदमी बनना होता है.
‘पुष्पा’ का नाजायज होना, बार-बार दिखाना नहीं आया काम…
एक तो ‘पुष्पा’ यानी कि अल्लू के पिता नहीं होते है और उन्हें नाजायज बताया जाता है. कई मौकों पर उन्हें नाजायज बताकर फिल्म को एक इमोशनल टच दिया जाता है हालांकि यह फॉर्मूला दर्शकों पर ज़्यादा काम नहीं कर सका. वैसे भी यह फॉर्मूला दर्शकों ने कई बार पुरानी फिल्मों में देखा है.
लड़की को गलत तरह से दिखाना…
फिल्म में मुख़्य अभिनेत्री का रोल रश्मिका मंदाना ने अदा किया है. उनके किरदार का नाम ‘श्रीवल्ली’ है. पुष्पा को पहले तो श्रीवल्ली पसंद नहीं करती है हालांकि बाद में वे पुष्पा से प्यार करने लगती है. लेकिन दोनों के रिश्ते की शुरुआत बेहद अजीब होती है. रश्मिला अल्लू को पैसे लेकर किस करने के लिए तैयार हो जाती है. भला ये क्या बात हुई. पैसे बढ़ते गए और दोनों के बीच होने वाली चीजें भी बढ़ती गई. हंसना, मिलना, देखना, किस करना इन सबके लिए अलग-अलग कीमत रखी गई थी.
पहले तो श्रीवल्ली पुष्पा को किस करने के लिए मान जाती है लेकिन बाद में वे घबरा जाती है. अगर ऐसा था तो पैसे लिए ही क्यों और ऐसा भी नहीं था कि श्रीवल्ली यह सब किसी दबाव में कर रही थी बल्कि वे तो अपनी मर्जी से यह सब कर रही थे इसके बावजूद वे घबरा गईं. यह कॉन्सेप्ट भी दर्शकों को थोड़ा अजीब लगा.
विलेन निकले फुस्स…
पुष्पा में एक नहीं जॉली रेड्डी, जक्का रेड्डी और कोंडा रेड्डी तीन-तीन खलनायक दिखाए गए. जबकि बाद में एक और विलेन की एंट्री हुई. फिल्म के तीनों ही विलेन ज़्यादा कुछ ख़ास नहीं करते दिखें. जॉली तो लड़कीबाज के अलावा ज्यादा कुछ नहीं दिखा. वहीं जक्का रेड्डी को सबसे ज़्यादा दिमागदार बताया गया. हालांकि बाद में यह भी फुस्स हो गया. वहीं कोंडा रेड्डी शुरुआत में एक दमदार खलनायक की तरह जरूर नज़र आया हालांकि अंत आते-आते इसका भी बंटाधार हो गया.
भंवर सिंह के ‘भंवर’ में क्यों फंसा पुष्पा ?
View this post on Instagram
लोगों को भंवर सिंह की एंट्री भी समझ में नहीं आई. ऐसा लगा कि उसे एक दम से फिल्म में डाल दिया गया. भंवर सिंह की एंट्री होते ही फिल्म से दर्शक थोड़े दूर हो गए थे और कहानी भी डामाडोल हो गई थी. हालांकि भंवर के भंवर में पुष्पा ज़्यादा देर तक नहे फंसा रहा और जल्द ही उसको नंगा कर उसकी औकात दिखा दी.