सीतापुर जेल से 687 दिन बाद रिहा हुए अब्दुल्ला आज़म, अखिलेश सरकार बनने को लेकर कही ये बात…
जेल से बाहर निकलते ही आज़म खान के बेटे ने भरी राजनीतिक हुंकार, बोलें चुनाव लड़ूंगा भी और जीत भी मिलेगी...
तकरीबन 23 महीनों से सीतापुर की जेल में बंद समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता और सांसद पिता आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम को आखिरकार सलाखों से मुक्ति मिल गई है। जी हां शनिवार की रात वो सलाखों से बाहर आएं और उन्हें सभी मामलों में रामपुर कोर्ट से मुक्ति देते हुए रिहा किया गया। मालूम हो कि सुबह से ही जेल के बाहर लोगों की हलचल देखने को मिल रही थी। ऐसे में उनकी रिहाई के बाद जेल और पुलिस प्रशासन ने भी राहत की सांस ली।
बता दें कि समाजवादी पार्टी के दिग्गज नेता आजम खान के बेटे अब्दुल्ला आजम खान को सभी मामलों में ज़मानत दे दी गई है। वहीं अभी भी आज़म ख़ान जेल में हैं और अब्दुल्ला आज़म पिछले 23 महीने से सीतापुर जेल में थे। वहीं अब जाकर करीब 687 दिन बाद कोर्ट ने उन्हें 43 मामलों में ज़मानत दी है।
पिता, माता व बेटे तीनों थे जेल में बंद…
जानकारी के लिए आपको बता दें कि 27 फरवरी 2020 को सांसद आजम खान, उनकी विधायक पत्नी तनजीम फातिमा व बेटा अब्दुल्ला आजम खान को रामपुर से सीतापुर कारागार में निरुद्ध किया गया था। पुलिस के अनुसार आजम खान पर करीब 80 से ज्यादा मुकदमें दर्ज थे। उनके बेटे अब्दुल्ला पर 43 मुकदमे दर्ज थे। वहीं गौरतलब हो कि कोरोना काल के चलते मुकदमों की सुनवाई वीडियो कांफ्रेंसिंग से पूरी हुई। वहीं कई बार उन्हें सुरक्षा व्यवस्था के बीच कोर्ट भी ले जाया गया।
इतना ही नहीं करीब 10 माह बाद सांसद आजम खान की पत्नी तनजीम फातिमा दिसम्बर 2020 में रिहा हो गई थीं। जबकि पिता व पुत्र जेल में बंद थे। पिछले तीन दिनों से अब्दुला आजम की रिहाई की कार्रवाई चल रही थी। सभी मामले में रामपुर कोर्ट से रिहाई आदेश मिलने के बाद शनिवार देर रात कागजी कार्रवाई पूरी कर उन्हें रिहा कर दिया गया।
जेल से छूटते ही अब्दुल्ला आज़म ने भरी हुंकार…
बता दें कि जेल से बाहर आने के बाद अब्दुल्ला आज़म ख़ान ने कहा कि, “मैं चुनाव लडूंगा भी और जीतूंगा भी। आज़म खान 9 बार विधायक रहें वे ऐसे मुक़दमें में जेल में बंद है जिसमें 8 लोगों को अग्रिम ज़मानत मिल गई है। इसबार अखिलेश जी 200 प्रतिशत मुख्यमंत्री बनेंगे।”
इतना ही नहीं उन्होंने आगे कहा कि, “रामपुर में मौजूदा अधिकारियों के रहते हुए इस मंडल में निष्पक्ष चुनाव नहीं हो सकता। सब दिशानिर्देश सिर्फ विपक्ष के लिए हैं… जो ज़ुल्म हम पर हो सकते थे, वो किए गए। आज भी मेरे पिता को वहां(जेल में) जान का खतरा है।”
जिला कारागार बना छावनी…
आपको बता दें कि सपा सांसद आजम खां के बेटे अब्दुल्ला आजम की रिहाई की सूचना मिलने पर उनके समर्थकों का जमावड़ा जिला कारागार के आसपास लगा और इसकी भनक लगते ही पुलिस पीएसी व अर्द्धसैनिक बलों ने सुरक्षा व्यवस्था की कमाल संभाली। वहीं कारागार के बाहर व भीतर पुलिस व जवान तैनात भी किए गए। वहीं शहर के विभिन्न चौराहों पर चेकिंग अभियान भी चलाया गया।
बता दें कि जेल से बाहर आकर अब्दुल्ला ने यह भी कहा कि, ” मेरे वालिद के खिलाफ फर्जी मुकदमे दर्ज कराए गए और बीमार आदमी को जेल भेजकर उनपर अत्याचार किया जा रहा है। उन्होंने मौजूदा सरकार पर साजिश का आरोप लगाया है।” वहीं बता दें कि आजम खान जेल में ही कोरोना संक्रमित भी हो चुके हैं।