अगर ट्रेन में टीटी ने पकड़ लिया बिना टिकट तो परेशान होने की बजाय करें ये काम, फिर मिलेगा आपको ये….
मोदी सरकार ने देश की दशा बदलने के लिए कई ऐसे फैसले लिए हैं, जिससे जनता को शुरुआत में थोड़ी बहुत परेशानी उठानी पड़ी है। लेकिन अगर उनके फैसलों को लम्बे समय तक रखकर सोचें तो ये देश की पुरानी छवि को बदल देंगी। भारत पहले के मुकाबले विकास के पथ पर तेजी से चल रहा है। सरकार क इस बदलाव में रेल मंत्रालय का भी अपना अहं योगदान है। जबसे रेल मंत्री सुरेश प्रभु बने हैं, उन्होंने ट्रेन के संचालन और उसके समय को लेकर सजग रहे हैं।
कमजोर वर्ग के लोगों को होती है ज्यादा परेशानी:
केवल यही नहीं रेल सेवा को देश के लिए कमाई का जरिया बनाने में भी प्रभु ने कोई कसर नहीं छोड़ी। इससे देश की आय में वृद्धि हो रही है। ट्रेन में टिकट की धांधली हमेशा ही देखने को मिलती है। ट्रेनों में टिकट के नाम पर अवैध वसूली तेजी से की जा रही है। ऐसे में ज्यादातर कमजोर वर्ग के लोग ही फंसते हैं। ऐसा नहीं है कि वह जानबूझकर टिकट नहीं लेते हैं। कई बार जल्दबाजी में वह ट्रेन छूटने के डर से टिकट नहीं ले पाते हैं। आप रेल मंत्रालय ने ऐसे लोगों के लिए विशेष कदम उठाया है।
मात्र 10 रूपये ज्यादा देकर ले सकते हैं टिकट:
टिकट ना लेने वालों को अब जुर्माना देने का भी डर नहीं है। केवल यही नहीं वेटिंग टिकट वालों को भी रेल मंत्रालय ने सुविधा दी है। जल्दबाजी में टिकट ना लेने वाले हमेशा डरते रहते हैं कि टीटीई ने पकड़ लिया तो बड़ा जुर्माना भरना पड़ेगा। अगर आप भी इसी समस्या का शिकार हो चुके हैं तो डरिये मत आगे से नहीं होगा आपके साथ ऐसा कुछ भी। जो लोग जल्दबाजी में टिकट नहीं ले पाते, रेलवे उनके लिए सौगात लेकर आया है। जी हाँ अगर आपके पास टिकट नहीं है और आप ट्रेन में हैं तो मात्र 10 रूपये अधिक देकर आप टिकट पा सकते हैं।
टीटीई को दी जाएगी हैण्ड टिकट मशीन:
ऐसे टिकट देने के लिए टीटीई को हैण्ड मशीन दी जाएगी, जिससे वह कहीं भी टिकट बना सकते हैं। इस सुविधा का फायदा लेने के लिए आपको ट्रेन में घुसते ही सबसे पहले इसकी सुचना टीटीई को देनी होगी कि आप जल्दबाजी में ट्रेन छूटने के डर से टिकट नहीं ले पाए हैं। उसके बाद टीटीई यात्री का नाम डालकर वहीँ टिकट बना देगा। इस बात का ध्यान रखें की अगर आप टिकट चेकिंग के दौरान पकड़े गए तो आपको इस सुविधा का फायदा नहीं मिलेगा। यह सुविधा गरीब रथ, राजधानी, सुपर फ़ास्ट और मेल में अप्रैल महीने से ही शुरू कर दी गयी है।