पिता थे सुपरस्टार लेकिन बेटे को बनाया मजदूर, बॉम्बे टॉकीज में मजदूरी करते थे राज कपूर
हिंदी सिनेमा में शो मैन के नाम से लोकप्रिय दिवंगत और दिग्गज़ अभिनेता राज कपूर हिंदी सिनेमा में कपूर खानदान के सबसे चर्चित कलाकारों में से एक हैं. पृथ्वीराज कपूर के सबसे बड़े बेटे राज कपूर ने फ़िल्मी दुनिया में अपनी एक अलग और ख़ास छाप छोड़ी हैं.
राज कपूर न केवल एक बेहतरीन अभिनेता थे बल्कि वे निर्माता और निर्देशक भी थे. उन्होंने कई फ़िल्मों में बतौर अभिनेता काम किया जबकि कई फ़िल्में निर्देशित भी की. अपने फ़िल्मी करियर में उन्होंने तीन नेशनल फिल्म अवॉर्ड और 11 फिल्मफेयर अवार्ड्स अपने नाम किए थे.
राज कपूर भारत में तो बेहद लोकप्रिय रहे हैं वहीं वे एशिया और यूरोप में भी गजब की फैन फॉलोइंग रखते थे हालांकि आपसे यह कहा जाए कि कभी वे एक मजदूर थे. पृथ्वीराज कपूर के बड़े बेटे होने के बावजूद उन्होंने मजदूरी की. तो शायद आप इस पर विश्वास नहीं कर पाएंगे तो चलिए आपको विस्तार से इस बारे में बताते हैं.
राज कपूर ने जब एक अभिनेता क रूप में हिंदी सिनेमा में अपने कदम नहीं रखे थे तब वे एक मजदूर के रूप में काम करते थे. आपको जानकारी के लिए बता दें कि राज बोम्बे टॉकीज में एक मजदूर के रूप में काम कर चुके हैं. ख़ास बात यह है कि उन्हें यहां पर मजदूरी का काम उनके पिता पृथ्वीराज कपूर ने दिलवाया था.
पृथ्वीराज कपूर अपने समय की एक जानी-मानी फ़िल्मी शख़्सियत थी. कपूर परिवार की हिंदी सिनेमा में शुरुआत पृथ्वीराज कपूर से ही होती है. पृथ्वीराज भारतीय जन नाट्य संघ के संस्थापक सदस्यों में से एक भी है. वे भी अपने समय के मशहूर अभिनेता रहे हैं.
पिता थे सुपरस्टार, फिर भी मजदूरी करते थे राज कपूर…
बताया जाता है कि राज के साथ पृथ्वीराज ने ऐसा इसलिए किया था क्योंकि वे चाहते थे कि उनका बेटा अपनी शुरुआत जीरो से कर सकें. ऐसे में एक एक्टर बनने से पहले और सुपरस्टार के बेटे होने के बावजूद राज ने मजदूरी की. वे बॉम्बे टॉकीज में लाइट्स उठाते, सेट की सफाई करते और सेट पर कभी-कभार पैंट करने का काम भी करते थे.
राज कपूर बॉम्बे टॉकीज में मजदूरी करते और वहीं के कर्मचारियों के साथ ही वे खाना-पीना भी करते थे. हालांकि एक दिन कुछ ऐसा हो गया जिससे वे काफी गुस्सा हो गए थे और गुस्से में राज ने सेट का कुछ हिस्सा ही तोड़ दिया था.
दरअसल, राज कपूर और मशहूर अभिनेता रहे दिलीप कुमार के बीच दोस्ती का एक मजबूत रिश्ता रहा. राज जब बॉम्बे टॉकीज में मजदूरी कर रहे थे उसी समय बॉम्बे टॉकीज दिलीप कुमार को लेकर ‘ज्वार भाटा’ नाम की फ़िल्म बना रहा था. जब इस बात के जानकारी राज को हुई तो उन्हें बुरा लगा. क्योंकि वे सोच रहे थे कि मेरा दोस्त जिस फिल्म का हीरो है मैं वहां लेबर का काम कर रहा हूं.
राज के दिमाग में यह बात बैठ गई और एक दिन उन्होंने हथौड़े से सेट का कुछ हिस्सा तोड़ दिया. अपने एक साक्षात्कार में राज ने इस वाकये के बारे में बात करते हुए कहा था कि, ”सुपरस्टार के बेटा होने का फायदा एक मजदूर होने में तो नहीं मिला मगर जब ये सेट गिरा तो मिल उसका फायदा मिल गया.