अलवर की निर्भया के बाद एक और गैंगरेप की वारदात, CM गहलोत के होम टाउन में 2 भाइयों ने दिया अंजाम
राजस्थान के अलवर में अत्याचार की शिकार मासूम के गुनहगार अभी पकड़े भी नहीं गए हैं, कि वहां एक और वारदात हो गई। यह वारदात सीएम अशोक गहलोत के होम टाउन जोधपुर में हुई है। इस घटना में दो बहशी भाइयों ने एक नाबालिग बच्ची को अपनी हवश का शिकार बनाया है।
जब अचानक लापता हुई पीड़ित
जोधपुर शहर के माता का थाना क्षेत्र से एक नाबालिग बच्ची अचानक लापता हो गई थी। बच्ची के अचानक गायब होने के बाद घरवालों ने उसकी गुमशुदगी का मामला पुलिस थाने में दर्ज कराया। गुमशुदगी दर्ज होने के बाद जब पुलिस ने जांच शुरू की तो कॉल डिटेल के आधार पर किसी गांव में लोकेशन का पता चला। पुलिस ने टीम बनाकर जोधपुर के पास एक गांव से नाबालिग बच्ची को बरामद कर परिजनों को सौंप दिया।
लेकिन उसके बाद बच्ची ने अपने घरवालों को अपनी आपबीती सुनाई है। घरवालों के मुताबिक बच्ची को दो युवक बहला-फुसलाकर अपने गांव ले गए जहां दोनों ने उसके साथ गैंग रेप किया। जिसके बाद परिजन फिर पुलिस के पास पहुंचे और अज्ञात युवकों के खिलाफ गैंगरेप का मामला दर्ज कराया।
दो भाइयों पर लगा गैंगरेप का आरोप
एसीपी निशांत भारद्वाज ने बताया कि लापता बच्ची को बरामद कर जब परिजनों को सौंपा तो उनके सामने बच्ची ने खुद के साथ गैंगरेप की घटना को बताया। उन्होंने बताया कि जब कॉल डिटेल और मामले में पूछताछ की गई तो परिजनों के रिश्ते में बहन के दो देवरों द्वारा ही गैंगरेप की वारदात करने का खुलासा हुआ। पुलिस ने तत्काल दोनों भाइयों को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने गैंगरेप करने वाले दोनों भाई युवराज और नंदकिशोर को पॉक्सो एक्ट के तहत गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू कर दी है।
आपको बता दें कि राजस्थान में रेप की बढ़ती घटनाओं ने सरकार की नींद उड़ा दी है। विपक्ष ने इन घटनाओं पर राज्य की कांग्रेस सरकार को आड़े हाथ लिया है। विपक्ष का कहना है कि सरकार बेटियों को सुरक्षा देनें में नाकाम साबित हो रही है। विपक्ष ने पूछा कि ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ का नारा देने वाली कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी राजस्थान की घटना पर चुप्पी क्यों साधे हुए हैं।