Breaking news

अलवर की निर्भया: न बोल पाती है, न ठीक से सुन पाती है, अस्पताल में ज़िंदगी और मौत के बीच झूल रही

अलवर : राजस्थान के अलवर में एक 14 वर्षीय मासूम के साथ दरिंदों ने ‘निर्भया कांड’ जैसी घिनौनी हरकत को अंजाम दिया है. एक नाबालिग बच्ची के साथ दुष्कर्म कर कुछ दरिंदों ने उसे सड़क किनारे फेंक दिया और अब वो अस्पताल में ज़िंदगी और मौत के बीच जूझ रही है. बच्ची की हालत अब भी बहुत ही नाजुक बनी हुई है. दरिंदों ने दुष्कर्म करने के साथ ही उसे शारीरिक रूप से भी बहुत नुकसान पहुंचाया है.

अलवर सामूहिक बलात्कार की घटना की चर्चा पूरे देश में हो रही है. यह घटना 11 जनवरी की रात की है. मजदूरी करने वाला माता-पिता की एक 14 वर्षीय बेटी दिन भर से घर से गायब थी. जानकारी मिली कि बच्ची को 11 जनवरी को दोपहर 12 बजे आख़िरी बार गांव में सड़क किनारे देखा गया था. इसके बाद से वो गायब थी.

नाबालिग लड़की दरिंदों की हवस का शिकार हो गई. बच्ची बड़ी नाजुक हालत में अलवर में तिजारा फाटक पुलिया पर मिली. उसके शरीर से बहुत खून बह चुका था. बताया जा रहा है कि एक घंटे तक मासूम सड़क पर पड़ी रही. आरोपियों ने उसका बलात्कार करने के साथ ही उसके प्राइवेट पार्ट में धारदार हथियार से गहरा घाव कर दिया.

बहुत ही गंभीर हालत में पीड़िता को अस्पताल ले जाया गया. हालत इतनी गंभीर थी कि अलवर में इलाज सम्भव नहीं था तो बच्ची को जयपुर रेफर किया गया. जयपुर में बच्ची का इलाज चल रहा है और यहीं पर उसके माता-पिता भी है. पीड़िता का इलाज कर रहे डॉक्टर ने बताया है कि उसका रेक्टम अपनी जगह से खिसक गया है.

डॉक्टर के मुताबिक इलाज करने में बहुत परेशानी हो रही है. बच्ची के प्राइवेट पार्ट में भी गहरे घाव है और ऐसे में मल त्याग के लिए पेट में छेद कर अलग से रास्ता बनाया गया है. बता दें कि अगर पीड़िता को इलाज मिलने में थोड़ी सी देरी और हो जाती तो उसका बचना मुश्किल था. बच्ची का खून काफी बह चुका था. पहले अलवर में उसे कई यूनिट खून चढ़ाया गया और फिर जयपुर में भी बच्ची को कई यूनिट खून लगा.

न बोल पाती है, न ठीक से सुन पाती है बच्ची…

आरोपी अब तक पुलिस के हत्थे नहीं चढ़ पाए है. दूसरी ओर पीड़िता बोल नहीं पाती है वो मूक बधिर है. बच्ची केवल मां और पा कहती है. इतना ही नहीं इसके अलावा पीड़िता ठीक से सुन भी नहीं पाती है. पुलिस अब पीड़िता के थोड़े और बेहतर होने पर आरोपियों को पकड़ने में उसकी मदद लेगी और बोल एवं न सुन पाने की स्थिति में पुलिस बच्ची से बदमाशों का हुलिया जानने की कोशिश करेगी.

Back to top button