कोरोना के बढ़ते मामलों को देखकर देश के ज़्यादातर राज्यों में PVR- INOX हो सकते है बंद…
PVR-INOX पर मंडरा रहें संकट के बादल, क्या कोरोना फिर से छीनेगा इनकी रौनक?...
एक लंबे इंतजार के बाद जब पीवीआर -आईनॉक्स (PVR-INOX) देश में कोरोना की दूसरी लहर के बाद खुले थे। तब यह उम्मीद जताई जा रही थी कि एक लंबे इंतजार के बाद ही सही लेकिन इनके दिन फिर से बहुरेंगे और इसी बीच ‘सूर्यवंशी’ और ‘पुष्पा-दी राइज’ जैसी फिल्मों ने इन्हें राहत भी प्रदान की। लेकिन अब स्थिति फिर से बदल रही है। कोरोना के केस देशभर में तेज़ी से बढ़ रहे हैं।
ऐसी स्थिति में पीवीआर-आईनॉक्स पर संकट के बादल मंडराने लगे हैं। कई राज्य लॉकडाउन की तरफ बढ रहें हैं या फिर नाईट कर्फ़्यू की तरफ बढ़ गए हैं और इन एहतियाती रूप से उठाए जा रहें कदम की वज़ह से इस इंडस्ट्री के बंद होने का संकट फिर से उठ खड़ा हुआ है।
बता दें कि डिजिटल स्ट्रीमिंग की वज़ह से पहले ही पीवीआर- आईनॉक्स की क़मर लगभग टूट चुकी है, लेकिन इसे और खस्ताहाल एक बार फिर कोरोना की तीसरी लहर बनाती दिख रही है। महानगरों में कोरोना की रफ़्तार गति पकड़ चुकी है, वहीं दूसरी तरफ कई फ़िल्मों जैसे शाहिद कपूर की फिल्म ‘जर्सी’ जो पिछले महीने ही रिलीज होने वाली थी उसकी रिलीज डेट आगे बढ़ा दी गई है।
इसके अलावा मेगा बजट फिल्म ‘आरआरआर’ को भी आगे बढ़ाने की घोषणा कर दी गई है। ऐसे में कुल-मिलाकर देखें तो इन क्षेत्रों का कारोबार फिर से संकट में पड़ता नजऱ आ रहा है।
पीवीआर मालिकों की मानें तो फिल्में भले रिलीज नहीं होती, लेकिन उन्हें संपत्ति कर और बिजली का बिल पूरा चुकाना पड़ता है। ऐसे में उनके भी तर्क हैं कि आखिर कब तक वे अपनी जेब से खर्च उठाएंगे। वहीं बीते दौर के आंकड़ों की बात करें तो वो भी काफ़ी निराश करने वाले ही है। 2020 से ही इस इंडस्ट्री की हालत पतली बनी हुई है।
उल्लेखनीय बात यह है कि मल्टीप्लैक्स इंडस्ट्री यानी आसान भाषा में कहें तो सिनेमाघरों (Cinema Hall) की चेन चलाने वाली कंपनियां जैसे पीवीआर (PVR) और आईनॉक्स (Inox)। ये कोरोना से पहले तक सिनेमाप्रेमियों की भीड़ की वज़ह से ही गुलजार रहते थे, क्योंकि इनका सीधा फंडा है जितनी भीड़, उतना मुनाफा।
लेकिन बीती 7 तिमाही से पीवीआर (PVR Share Price) और आईनॉक्स (Inox Share Price) के शेयर (Stocks) घाटे में हैं और सिनेमा के शौकीनों वाले इस देश में 2020-21 में पहली बार ये दोनों कंपनियां घाटे में आई थीं और फिर 2021 दीपावली के आसपास ये फिर रिकवरी कर रही थी, लेकिन फिर से एक बार बढ़ती राज्यवर पाबंदियों से ये बंद होने की कगार पर पहुँच रही है।
एक आंकड़े के माध्यम से अपनी बात को रखें तो वित्तीय वर्ष 2020 की चौथी तिमाही में पीवीआर का घाटा तकरीबन 74 करोड़ रुपए और आईनॉक्स का घाटा 82 करोड़ रुपए था। वहीं वित्तीय वर्ष 2021 की चौथी तिमाही में पीवीआर का यह घाटा बढ़कर 289 करोड़ और आईनॉक्स का घाटा 94 करोड़ तक पहुंच गया।
वहीं एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक वित्तीय वर्ष 2020 की चौथी तिमाही से लेकर वित्तीय वर्ष 2021 की दूसरी तिमाही तक पीवीआर का कुल घाटा 1194 करोड़ रुपए और आईनॉक्स का कुल घाटा 632 करोड़ तक पहुंच चुका था।
वहीं कोरोना के कारण जब सारे सिनेमाघर बंद थे। ऐसे में भुज और बिगबुल जैसी बड़े स्टारकास्ट वाली फिल्में भी ओटीटी पर ही रिलीज की जा रही थीं। ऐसे में ये चर्चाएं भी आम हो चली थी कि क्या अब ओटीटी ही भविष्य है और आने वाले वक्त में फिल्में सिनेमा की जगह ओटीटी पर ही रिलीज होंगी? वहीं मार्वल सिनेमैटिक यूनिवर्स की बिग बजट फिल्म ‘ब्लैक विडो’ जब डिज़्नी हॉटस्टार पर रिलीज हुई तब इस बहस ने और जोर पकड़ी।
वैसे भी अब लोग डिजिटल स्ट्रीमिंग प्लेटफ़ॉर्म के आदी होते जा रहें हैं, ऊपर से लगातार आ रही कोरोना की वेब्स इसे और स्थाई रूप देने का काम कर रही। ऐसे में यह कहा जा सकता है कि पीवीआर और आईनॉक्स का निकट भविष्य तो खतरे में है ही और इससे उभरने के लिए क्या प्रयास किए जाते यह भी एक देखने वाली बात होगी।