चैंपियन ट्रॉफी में पांड्या को रन आउट कराने के बाद पहली बार बोले रविंद्र जडेजा और कहा …
चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में हार्दिक पांड्या का रन आउट होना लोगों को आज भी याद है। पांड्या ने उस मैच में 43 गेंदों में धमाकेदार 76 रनों की पारी खेली थी। भारतीय क्रिकेट फैन उस पारी को कभी नहीं भुला सकते। हालांकि बाद में पांड्या रन आउट हो गए। रन आउट का सारा दोष रवींद्र जडेजा पर लगा। कई लोगों का मानना था कि पांड्या, रविंद्र जडेजा की वजह से आउट हुए, और कुछ लोग कह रहे थे जडेजा को खुद आउट हो जाना था। काफी लोगों ने इसके लिए जडेजा की खूब निंदा की। इस मामले में रवींद्र जडेजा ने बयान दिया है। आईयें बताते हैं उन्होंने क्या कहा… hardik pandya run out.
रन आउट होना क्रिकेट का हिस्सा है :
जडेजा ने रन आउट कराने के मामले में पहली बार चुप्पी तोडते हुए बयान दिया है। रविंद्र जडेजा का कहना है कि ये सारी चीजें क्रिकेट के खेल का हिस्सा होती हैं। जडेजा ने कहा, ”क्रिकेट को नजदीक से जानने वाले ये बात अच्छे से जानते हैं कि ये सब क्रिकेट का हिस्सा है। कोई भी खिलाड़ी किसी को जानबूझकर रन आउट नहीं कराता। हर कोई अपने देश के लिए खेलना चाहता है, हर किसी के सपने होते हैं।
आलोचकों की परवाह नहीं :
चैंपियन ट्रॉफी के फाइनल में जडेजा और पांड्या के बीच सही तालमेल ना बैठने के की वजह से हार्दिक पांड्या रन आउट हो गए। भारतीय क्रिकेट प्रेमियों मैं इसका सारा दोष रवींद्र जडेजा पर लगाया। इसके बारे में जडेजा ने कहा कि क्रिकेट के खेल में 100 बार रन आउट होते हैं। मैं इसके बारे में ज्यादा नहीं सोचता। आलोचक तो कुछ भी कहते रहते हैं। जब आप अच्छा खेलते हो तो आप की प्रशंसा करते हैं लेकिन अगर किसी मैच में आप ने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया तो वही लोग आपके खिलाफ बोलने लगते हैं। आलोचकों के बयान हर सीरीज के बाद बदलते रहते हैं।
हार्दिक ने कहा मुझे जल्दी गुस्सा आता है :
भारत पाकिस्तान के फाइनल मैच मे रन आउट होने के बाद हार्दिक पांडिया काफी गुस्से में नजर आ रहे थे। गुस्से में वह पिच पर बल्ला पटकते हुए भी नजर आए थे। हार्दिक ने भी इस बारे में एक बयान दिया था उन्होंने कहा की रन आउट के दर्द से उबरने में मुझे लगभग 3 मिनट लगे थे। मुझे जल्दी गुस्सा आ जाता है और चला भी जाता है। ड्रेसिंग रूम में मैं थोड़ी देर बाद बिल्कुल नॉर्मल हो गया था। और हम सभी खिलाड़ियों ने ड्रेसिंग रुम में हंसी मजाक भी किए।