जब इनकम टैक्स रेड से खुश हो गया व्यापारी: पानी टंकी में मिले पैसे, कहा – रोज आते हैं 15 लाख
छापेमारी में मिले आठ करोड़ कैश और पांच करोड़ की ज्वेलरी, शराब कारोबारी ने कहा उन्हें छापे का लंबे समय से इंतजार था
इनकम टैक्स विभाग ने मध्य प्रदेश में बड़ी कार्रवाई करते हुए एक करोड़पति कारोबारी के यहां छापा मारा है। इनकम टैक्स की यह रेड दमोह के फेमश शराब कारोबारी राय ब्रदर्स के यहां डाली गई है। छापे में करोड़ों के कैश और गहने मिले हैं। हैरानी की बात है कि रेड के बाद मीडिया से बात करते हुए शराब कारोबारी शंकर राय ने कहा कि इस रेड से वो बहुत खुश हैं, वो तो पिछले 10 साल से इस रेड का इंतजार कर रहे थे। क्या है पूरा मामला आपको आगे बताते हैं।
छापे में क्या मिला?
दमोह के शराब कारोबारी शंकर राय के ठिकानों पर की गई आयकर छापेमारी में साढ़े आठ करोड़ कैश और पांच करोड़ से अधिक की जूलरी मिली है। राय ब्रदर्स की पानी की टंकी में कैश से भरा एक बड़ा बैग मिला है। छापे के बाद इनकम टैक्स की टीम इन चीजों को अपने साथ ले गई है। आगे आपको बताते हैं कि शराब कारोबारी ने क्यों कहा उन्हें इस छापे का लंबे समय से इंतजार था।
कारोबारी ने मीडिया में दिया बयान
इनकम टैक्स रेड के बाद शराब कारोबारी शंकर राय ने कहा कि- “मैं आज 74 साल का हूं। मैं 24 साल की उम्र से इनकम टैक्स भर रहा हूं। यहां जो भी कैश और जूलरी मिली है, वह सब लीगल है। हमारे पास कृषि, पंप, टावर और अन्य माध्यमों से जो भी पैसा आता है, उसका भी रिटर्न भरा जाता है। आज रेड के बाद उनकी टेंशन खत्म हो गई है। मैं चाहता था कि दमोह की जनता को यह पता चल जाए कि उनके हाथ में कितना पैसा है, ताकि उनकी पाक-साफ छवि बनी रहे”।
घर में रोज आते हैं 15 कैश
शंकर राय ने कहा कि हमारे पास पेट्रोल पंप, शराब के ठेके और बस हैं। इन जगहों से हर दिन हमारे घर में 15-16 लाख रुपये कैश आते हैं। उन्होंने कहा कि हमारे घर से करीब साढ़े तीन किलो सोने के जेवर निकले थे, जिनमें से केवल सवा किलो सोने के जेवर को टीम अपने साथ ले गई है। वह भी उन्हें वापस मिल जाएंगे क्योंकि वह जेवर पुराने समय के हैं, जो उनके माता-पिता ने उन्हें गिफ्ट में दिए थे।
पानी टंकी में नोट
शंकर राय ने कहा कि पानी की टंकी में नोटों से भरा बैग जो मिला है वो उनके यहां से नहीं बल्कि उनके भाई के यहां से मिला है। उन्होंने कहा कि यह सही बात है कि बड़ी-बड़ी पेटियों और बैग में दस्तावेज और नोट भरकर इनकम टैक्स टीम ले गई है। उनके यहां शराब दुकान और बसों से 10, 50 ओर 100 के नोट ज्यादा आते हैं। इसलिए उन्हें रखने के लिए बैग की जरूरत पड़ती है। यदि उनके पास नंबर दो का पैसा होता तो वह सभी नोटों को ₹2000 के नोट में बदल चुके होते।
शंकर राय ने कहा कि उनके पास कुछ भी गैरकानूनी नहीं है। जो पैसा टीम लेकर गई है उसके लिए वह केस लड़ेंगे और अपना पूरा पैसा वापस लेंगे। अब सब कुछ सामने आ गया है। मेरा मन भी हल्का हो गया है।