अस्पताल के उद्घाटन में भी ममता ने चली अपनी कुटिल चाल, कहा- हमने पहले ही कर दिया था उद्घाटन…
ममता बनर्जी ने कहा, 'पीएम मोदी जिस अस्पताल का कर रहें उद्घाटन, उसका उद्घाटन तो हम पहले ही कर चुके।' जानिए पूरी कहानी...
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और पीएम नरेंद्र मोदी के बीच की कड़वाहट से हर कोई वाकिफ़ है। वहीं केंद्र की सरकार को ही नहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी नीचा दिखाने का कोई भी मौका ममता बनर्जी खोना नहीं चाहती और यह अक़्सर देखने को मिल जाता है। अब इसी कड़ी में एक और घटना जुड़ गई है।
जी हां कोलकाता में मौजूद चित्तरंजन राष्ट्रीय कैंसर संस्थान (CNCI) के दूसरे परिसर का वीडियो कांफ्रेंस के जरिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने उद्घाटन किया और उन्होंने इस दौरान कहा कि ये उपलब्धि भारत के 130 करोड़ लोगों के सामर्थ्य का प्रतीक है। वहीं इस अवसर पर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) भी वहां मौजूद थी।
ऐसे में कार्यक्रम में मौजूद ममता बनर्जी को उद्घाटन समारोह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देखा नहीं गया और वो नाराज़ हो गई। इतना ही नहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने यह कहते हुए विवाद को हवा दे दी कि वह इसका उद्घाटन पहले ही कर चुकी हैं। लेकिन शुक्र की बात यह रही कि पीएम मोदी ने ममता के इस बयान पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
बता दें कि चितरंजन राष्ट्रीय कैंसर संस्थान केंद्र और राज्य सरकार के साझे प्रयास से 534 करोड़ में बनकर तैयार हुआ है। बजट में केंद्र सरकार का हिस्सा 75 फीसदी है तो वहीं राज्य का इसमें हिस्सा 25 फीसदी है। ऐसे में ममता के बयान के बाद यह सवाल उठ रहे हैं कि जिस संस्थान के लिए केंद्र सरकार ने तीन-चौथाई राशि दी है, उसका उद्घाटन उन्होंने केंद्र को सूचना दिए बिना कैसे कर दिया?
वहीं मालूम हो कि ममता ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान पीएम की मौजूदगी में कहा कि, “केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने मुझे दो बार फोन किया था आने के लिए। इसलिए मैंने सोचा कि कोलकाता के प्रोग्राम, जिसमें प्रधानमंत्री ने रुचि दिखाई है उनकी जानकारी के लिए बताना चाहूंगी कि इसका उद्घाटन हमलोगों ने पहले ही कर दिया है। जब कोविड हुआ था और हमें कोविड सेंटर की जरूरत थी तो मैं उधर गई थी और चितरंजन हॉस्पिटल के दूसरे कैंपस को देखा तो पाया कि इससे प्रदेश सरकार भी जुड़ी हुई है और उसमें हमलोगों ने सेंटर बना दिया था।”
जो भी हो लेकिन ममता बनर्जी के इस बयान से ही साफ होता है कि इसका औपचारिक उद्घाटन नहीं हुआ था बल्कि कोविड संक्रमण की पिछली लहर में इसका इस्तेमाल कोविड सेंटर के रूप में किया गया था। वहीं ममता बनर्जी के पहले उद्घाटन कर देने वाले बयान पर प्रधानमंत्री ने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी।
उन्होंने अपनी सरकार द्वारा आम लोगों की स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार के लिए की गईं पहलों का उल्लेख करते हुए कहा कि आयुष्मान भारत योजना आज एक सस्ती और समावेशी योजना के रूप में दुनिया के लिए एक आदर्श है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जन-आरोग्य योजना के तहत देशभर में दो करोड़ 60 लाख से ज्यादा मरीज, अस्पतालों में अपना मुफ्त इलाज करा चुके हैं।
इतना ही नहीं इस दौरान अपनी बात रखते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने आगे कहा कि देश के मेडिकल कॉलेजों में आज की करीब डेढ़ लाख सीटों में 66 प्रतिशत संख्या पिछले सात सालों में जुड़ी है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि सीटों की संख्या 90 हजार के आसपास थी और पिछले सात वर्षों में इनमें 60 हजार नई सीटें जोड़ी गई हैं। इतना ही नहीं पीएम मोदी ने कहा कि 2014 में हमारे यहां सिर्फ छह एम्स होते थे और आज देश में 22 एम्स हैं।
वहीं आख़िर में जानकारी के लिए बता दें कि नए परिसर में 460 बिस्तरों वाला व्यापक कैंसर यूनिट होगा जो अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा और यह परिसर कैंसर अनुसंधान के एक अत्याधुनिक केंद्र के रूप में भी काम करेगा। वहीं इस दौरान प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि, ‘‘ देश के हर नागरिक तक उत्तम स्वास्थ्य सुविधा पहुंचाने के संकल्पों को आगे बढ़ाने की दिशा में हमने एक और कदम बढ़ाया है। यह परिसर पश्चिम बंगाल के अनेक नागरिकों के लिए सुविधा लेकर आया है और इससे विशेष रूप से उन गरीब, मध्यमवर्ग परिवारों को बहुत राहत मिलेगी, जिनका कोई अपना कैंसर से मुकाबला कर रहा है।”