PM मोदी की सुरक्षा में चूक पर टिकैत बोले- पंजाब और केंद्र सरकार की मिलीभगत, उन्हें बस वोट चाहिए
नई दिल्ली : देश में फिलहाल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में हुई बड़ी चूक का मामला खूब सुर्ख़ियों में बना हुआ है. पीएम मोदी की सुरक्षा में लगी सेंध में पंजाब की कांग्रेस सरकार को ख़ूब खरी खोटी सुनने को मिल रही है. भारतीय जनता पार्टी की ओर से पंजाब के सीएम चन्नी के इस्तीफ़े की भी जोर-शोर से मांग हो रही है.
पीएम की सुरक्षा में चूक पर भारतीय जनता पार्टी कांग्रेस पार्टी पर लगातार हमलावर है. अब तक भाजपा के कई दिग्गज़ों ने कांग्रेस को इस मामले में जमकर घेरा है वहीं कांग्रेस भी इस मामले पर अपने तरीके से जवाब दे रही है. जबकि अब इस मामले पर किसान नेता राकेश टिकैत का भी बड़ा बयान सामने आया है.
पीएम मोदी की सुरक्षा में चूक को टिकैत ने केंद्र और राज्य सरकार की मिलीभगत बताया है. टिकैत ने इस मामले में सवाल खड़े करते हुए कहा है कि, ये केंद्र और राज्य सरकार की मिलीभगत है. टिकैत के मुताबिक़, 120 किमी का रूट पीएम को तय नहीं करना चाहिए.
राकेश टिकैत ने अपनी बात रखते हुए कहा है कि, पंजाब की कांग्रेस सरकार का यह कहना है कि वहां पर कम भीड़ थी. इसलिए सड़क का मार्ग लिया और वापस लौटने की तैयारी थी. आगे किसानों का एक प्रदर्शन था, लेकिन प्रदर्शन रोड जाम करने का नहीं था. उन्हें पता लगा कि पीएम आ रहे हैं तो वो सड़क पर आ गए.
ये जिम्मेदारी पंजाब सरकार की भी बनती है कि उन प्रदर्शनकारी किसानों से बातचीत की जाती. साथ ही इन्हें भी ऐसे ही एयरपोर्ट से निकलकर ये तय नहीं करना चाहिए था कि ऐसे ही बाइ रोड चल दें. दोनों (पंजाब और केंद्र) ने सियासी लाभ लेने के लिए यह काम किया है.
टिकैत आगे कहते हैं कि, कल से मीडिया में चल रहा है कि पीएम मोदी की जान बच गई. जान बचाकर वहां से पीएम निकले…जबकि ऐसा कुछ भी नहीं था. पीएम मोदी देश के प्रधानमंत्री हैं, बीजेपी के प्रधानमंत्री नहीं हैं. पीएम मोदी को किसी ने बंधक नहीं बनाया. पंजाब सरकार को बातचीत कर किसानों को हटाना चाहिए था. दोनों पार्टियों को सिर्फ वोट चाहिए.
किसान नेता राकेश ने आगे पीएम की रैली रद्द होने और वापस दिल्ली जाने को लेकर कांग्रेस नेताओं का हवाला देते हुए कहा कि, पीएम मोदी के कार्यक्रम में भीड़ नहीं थी और कुर्सियां खाली थीं, जिसकी वजह से पीएम मोदी लौट गए.
आपको बता दें कि राकेश टिकैत एक लोकप्रिय किसान नेता हैं. नवंबर 2020 से लगभग नवंबर 2021 तक चले किसान आंदोलन में राकेश टिकैत की बड़ी भूमिका रही. उन्होंने इस दौरान किसने आंदोलन का नेतृत्व किया और वे किसानों के बीच किसानों का बड़ा चेहरा बनकर सामने आए. अब वे राजनीतिक मुद्दों पर भी बयानबाजी करते रहते हैं.
यह है पूरा मामला…
गौरतलब है कि पीएम मोदी की बुधवार को पंजाब के फिरोजपुर में रैली थी. वे कार्यक्रम स्थल पर सड़क मार्ग से पहुंच रहे थे. तब ही उनके काफ़िले को एक फ्लाई ओवर के पास प्रदर्शनकारी किसानों की भीड़ ने रोक लिया था. इसके चलते पीएम मोदी का काफिला 15 से 20 मिनट तक बाधित रहा.
पीएम मोदी की सुरक्षा में इस तरह की बड़ी चूक से पीएम मोदी और भाजपा समर्थक बेहद नाराज है. इस घटना के बाद पीएम मोदी की फ़िरोजपुर में होने वाली रैली को भी रद्द कर दिया गया था. वहीं इसके बाद पीएम मोदी वापस बठिंडा एयरपोर्ट से दिल्ली लौट गए थे. पीएम ने बठिंडा एयरपोर्ट के अधिकारियों से यह भी कहा था कि, ”अपने CM से धन्यवाद कहना कि मैं ज़िंदा लौट पाया”.