आखिर नवजोत सिंह सिद्धू ने क्यों छोड़ि भाजपा, जानें कारण…
अकाली दल से बेरुखीः
सिद्धू ने अप्रैल में राज्यसभा सांसद की शपथ ली थी और उसके बाद पंजाब में शिरोमणि अकाली दल के साथ भाजपा के गठबंधन को लेकर अपनी बेरुखी जाहिर की थी। मालूम हो कि नवजोत ने कहा था कि वह पंजाब को छोड़कर पूरे मुल्क में कहीं भी चुनाव प्रचार के लिए जाने को तैयार हैं। उधर 8 मार्च 2016 को सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर (मुख्य संसदीय सचिव) ने भी भाजपा-एसएडी गठबंधन को लेकर अपनी बेमनी जाहिर की थी।
नहीं बन रहा था मन का मेलः
नवजोत शायद बहुत वक्त पहले से इस्तीफा देने तैयारी में थे। 4 महीने पहले 1 अप्रैल को उनकी पत्नी नवजोत कौर ने अपनी फेसबुक पोस्ट में भाजपा से इस्तीफे की बात कही थी। हालांकि बाद में उन्होंने बयान पलटते हुए इस बात से पल्ला झाड़ लिया।
बोझ बन चुकी थी भाजपाः
जून में सिद्धू ने पंजाब की राजनीति में एक बार फिर से वापसी की। वह राजनीतिक रैलियों में स्टेज पर दिखाई पड़े। उन्हें भाजपा की कोर टीम में भी शामिल किया गया। लेकिन जैसा कि उन्होंने सोमवार को की गई अपनी पोस्ट में कहा… शायद भाजपा अब उनके लिए एक बोझ बन चुकी थी।