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शराब पॉलिसी पर कुमार विश्वास का बड़ा हमला, ट्वीट के माध्यम से कहा- साले ने कराई डील…

शराब पॉलिसी में केजरीवाल-सिसोदिया पर 500 करोड़ रुपए की रिश्वतखोरी का आरोप, कुमार विश्वास ने कहा- साले ने कराई डील...

अरविंद केजरीवाल की सरकार आए दिन सुर्खियों में बनी रहती है, लेकिन सुर्खियों में आने का कारण कभी मुफ़्त का ऐलान रहता है तो कई बार कोई अन्य विवाद। जी हां मुफ़्त की राजनीति में विश्वास रखने वाले अरविंद केजरीवाल की सरकार एक बार फिर लपेटे में है और इस बार नई शराब नीति को लेकर वह विवादों में घिर गई है।

Kumar Vishwas

गौरतलब हो कि दिल्ली में बीते कुछ समय पहले अरविंद केजरीवाल की सरकार की तरफ से नई शराब पॉलिसी लागू की गई थी, लेकिन अब यही लागू की गई नई शराब पॉलिसी विवाद में घिर गई है। बता दें कि केजरीवाल के पुराने साथी और जाने-माने कवि कुमार विश्वास ने इस पॉलिसी को लागू करने के पीछे रिश्वतखोरी का आरोप लगाया है।

जी हां कुमार विश्वास ने केजरीवाल सरकार पर अविश्वास जताते हुए सोशल मीडिया पर कहा है कि, “नई पॉलिसी के तहत शराब के ठेके बांटने के लिए 500 करोड़ रुपए की रिश्वत ली गई है।”

Kumar Vishwas

बता दें कि जानें मानें कवि और लेखक कुमार विश्वास ने सोमवार को सोशल मीडिया पर नई शराब पॉलिसी से जुड़ी एक खबर को रिट्वीट किया और लिखा कि, “पीनेवालों की उम्र 21 से घटाकर 18 वर्ष करने और 1000 नए ठेके खुलवाने की पॉलिसी लागू करने की सिफारिश लेकर 2016 में दिल्ली शराब माफिया, दारू जमाखोर विधायक के साथ मेरे पास आया था।”

इतना ही नहीं उन्होंने आगे लिखा कि, “मैंने दुत्कार कर भगाया था और दोनों नेताओं को भी चेताया था। वहीं अब छोटे वाले के साले ने 500 करोड़ की डील में मामला सेट कर लिया।”

वहीं मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस मामले में कुमार विश्वास के करीबी का कहना है कि उन्होंने अपने पोस्ट में जिन दोनों नेताओं का ज़िक्र किया है। वे कोई औऱ नहीं बल्कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ही हैं और उन्हीं के लिए ‘दोनों नेताओं’ शब्द का उपयोग पोस्ट में किया गया है।

वहीं जानकारी के लिए बता दें कि दिल्ली सरकार ने नई शराब पॉलिसी में सरकारी ठेकों के बजाय निजी वाइन शॉप्स को बढ़ावा दिया है और इस पॉलिसी के तहत दिल्ली में 849 शराब की दुकानें खोली गई हैं। इतना ही नहीं नई पॉलिसी में हर वार्ड में 3 शराब की दुकान खोलने का लाइसेंस दिया गया है और साथ ही शराब पीने की उम्र भी घटाकर 21 से 18 साल कर दी गई है।

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मालूम हो कि केजरीवाल की नई शराब पॉलिसी का विरोध पहले से ही भाजपा कर रही है और भाजपा ने साल के पहले दिन भी दिल्ली में इसके खिलाफ बड़ा प्रदर्शन किया था। वहीं भाजपा नेताओं ने केजरीवाल पर 2000 करोड़ रुपए की रिश्वत लेने का आरोप लगाया था। साथ ही यह भी कहा था कि एकतरफ केजरीवाल पंजाब जाकर शराबबंदी करने का वादा कर रहे हैं, वहीं इसके उलट दिल्ली में शराबखोरी को बढ़ावा दे रहे हैं।

ऐसे में कुल-मिलाकर देखें तो अब शराब की नई पॉलिसी पर चौतरफा सवाल खड़े हो रहें हैं, लेकिन केजरीवाल को तो मुफ़्त की सत्ता चाहिए। जिसके लिए वह आए दिन उत्तराखंड और पंजाब की फेरी लगा रहें हैं, बाकी दिल्ली की कोरोना को लेकर क्या स्थिति और बाकी मामलों में मुफ़्त के सिवाय कैसी स्थिति दिल्ली की। उससे आप सभी वाक़िफ़ हैं ही…!

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