CDS जनरल बिपिन रावत का हेलीकॉप्टर कैसे हुआ था क्रैश मिलें इसके संकेत, जांच रिपोर्ट जल्द..
बीते आठ दिसंबर को जबसे भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (Chief of Defence Staff) जनरल बिपिन रावत की हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत हुई है। तभी से देश यह जानना चाहता है कि आख़िर किस वज़ह से एक देशभक्त असमय दुनिया छोड़कर यूं अचानक चला गया। जी हां और इसी राज से पर्दा हटाने के लिए सीडीएस जनरल बिपिन रावत (CDS General Bipin Rawat) के हेलीकॉप्टर क्रैश (Helicopter Crash) की जांच के लिए एक कोर्ट ऑफ इंक्वायरी भी गठित की गई थी। जो जल्द ही अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंप सकती है।
बता दें कि वायुसेना (Air Force) की ट्रेनिंग कमान के कमांडिंग इन चीफ, एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह (Manvendra Singh) के नेतृत्व में रक्षा मंत्रालय (Ministry of Defence) ने एक ट्राई-सर्विस इंक्वायरी के आदेश दिए थे जो दुर्घटना के कारणों का पता लगाने में जुटी है और यह कमेटी आज यानी 31 दिसम्बर को अपनी रिपोर्ट सरकार से साझा कर सकती है। गौरतलब हो कि इस कमेटी में एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह (Manvendra Singh) के अलावा इसमें सेना और नौसेना के दो ब्रिगेडियर रैंक के अधिकारी भी शामिल हैं।
जानकारी के लिए बता दें कि अधिकारियों ने इस हादसे की छानबीन करके विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर ली है औऱ इसमें ब्लैक बॉक्स से प्राप्त आंकड़ों का भी गहन विश्लेषण किया गया है। वहीं सूत्रों ने बताया कि मामले की प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि दुर्घटना अचानक हुई थी और हादसे की छानबीन के लिए मूल उपकरण निर्माताओं की भी मदद मांगी गई थी। इसके अलावा भारतीय वायु सेना ने कहा है कि रिपोर्ट जमा की जानी बाकी है। वहीं इस हादसे में देश ने अपने सबसे वरिष्ठ सैन्य अधिकारी और सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले जनरल को खो दिया था।
मालूम हो कि सीडीएस जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत कुल 14 लोगों की मौत के बाद लगातार सवाल उठ रहे हैं कि आखिर वायुसेना का ‘मी-17वी5’ हेलीकॉप्टर क्रैश हुआ तो हुआ कैसे? वहीं वायुसेना ने दुर्घटना की जांच के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का गठन किया था जिससे कि दुर्घटना के कारणों का साफ-साफ पता चल पाए। इसके अलावा बीते दिनों रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने लोकसभा को बताया था कि एयर मार्शल मानवेंद्र सिंह के नेतृत्व में तीनों सेनाओं की एक टीम हादसे की जांच कर रही है।
ऐसे में जांच कमेटी ने वायुसेना और थलसेना के संबंधित अधिकारियों के बयान रिकॉर्ड किए हैं और साथ ही साथ उन स्थानीयों लोगों से भी बातचीत की है जो इस दुर्घटना के समय प्रत्यक्षदर्शी थे। इसके अलावा उस मोबाइल फोन की जांच भी की गई है जिससे क्रैश से तुरंत पहले का वीडियो शूट किया गया था। बता दें कि क्रैश हुए हेलीकॉप्टर का एफडीआर यानि फ्लाईट डेटा रिकॉर्डर यानि ब्लैक-बॉक्स भी घटनास्थल से बरामद कर लिया गया था और उसका डेटा भी रिपोर्ट में शामिल किया गया है।
वहीं आख़िर में बता दें कि वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी चार दिवसीय यानी 26 से 30 दिसम्बर के दौरे पर दक्षिण कोरिया गए हुए हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि उनके लौटने के बाद रिपोर्ट सरकार को सौंप दी जाएगी। वहीं मालूम हो कि 8 दिसंबर को सीडीएस जनरल बिपिन रावत तमिलनाडु के सुलूर एयर बेस से वायुसेना के मी-17वी5 हेलिकॉप्टर से ऊंटी के करीब वेलिंग्टन में डिफेंस सर्विस स्टाफ कॉलेज जा रहे थे और उसी दौरान उनका हेलीकॉप्टर दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। जिसमें सभी के सभी लोगों की मौत हो गई थी।