एक सफर ऐसा भी, प्लेन स्टाफ ने महिला टीचर को पकड़कर टॉयलेट में कर दिया बंद, वजह हैरान कर देगी
प्लेन में सफर करना बड़ा ही आरामदायक होता है। इसके अंदर आपको लगभग हर सुविधाएं मिल जाती है। इसकी आरामदायक सीट पर बैठकर सफर कब खत्म हो जाता है पता ही नहीं चलता है। लेकिन आज हम आपको एक ऐसा वाक्या सुनाने जा रहे हैं जहां हवाई जहाज का स्टाफ एक महिला टीचर को बुकिंग होने के बावजूद पकड़कर सीधा प्लेन में बनी टॉयलेट में ले गया। इसके बाद उन्होंने दरवाजा बाहर से बंद कर दिया। अब सवाल ये उठता है कि आखिर प्लेन के स्टाफ ने महिला के साथ ऐसा क्यों किया? चलिए जानते हैं।
प्लेन की टॉयलेट में 4 घंटे बंद रही महिला
दरअसल ये पूरा मामला अमेरिका के शिकागो शहर में रहने वाली मरिसा नाम की एक महिला के साथ हुआ। मरिसा एक स्कूल में टीचर हैं। वह शिकागो से यूरोप के देश आइसलैंड जा रही थी। वे प्लेन में सफर कर रही थी। जब प्लेन अटलांटिक महासागर के ऊपर से गुजरा तो कुछ ऐसा हुआ कि महिला को 4 घंटे प्लेन की टॉयलेट में बंद रहना पड़ा।
प्लेन में दिखने लगे कोविड के लक्षण
महिला ने बताया कि जब वह प्लेन में थी तब उन्होंने रैपिड लैटरल फ्लो टेस्ट कराया था। फिर प्लेन में आधे सफर में उनके शरीर में कोविड के लक्षण उभरने लगे। उन्हें अपने गले में दिक्कत होने लगी। ऐसे में उन्होंने सोचा कि मेरी वजह से किसी अन्य यात्री को कोरोना न हो जाए। इसलिए उन्होंने खुद को अलग-थलग करने का फैसला लिया। इस बीच उन्हें प्लेन में सफर के दौरान ही अपनी कोविड टेस्टकी रिपोर्ट भी मिल गई। इसमें वह कोरोना पॉजिटिव निकली। इस बात ने उन्हें और भी डरा दिया।
4 घंटे टॉयलेट में रही बंद
महिला ने अपनी स्थिति प्लेन के स्टाफ को बताई। हालांकि प्लेन में कोई भी दूसरी खाली सीट नहीं थी जहां महिला खुद को आइसोलेट कर ले। ऐसे में उसने प्लेन के स्टाफ से कहा कि वह टॉयलेट में ही आइसोलेट हो जाएंगी। बस फिर क्या था प्लेन का स्टाफ महिला को पकड़कर टॉयलेट में ले गया और वहां उन्हें बंद कर दिया। इसके बाद महिला इस टॉयलेट में 4 घंटों तक बंद रही।
सोशल मीडिया पर शेयर की स्टोरी
महिला ने अपनी ये कहानी टिकटॉक पर एक वीडियो के माध्यम से भी शेयर की। अब उनका यह टिकटॉक वीडियो बहुत वायरल हो गया है। इसे 40 लाख से अधिक व्यूज मिल गए। लोगों ने महिला के खुद को आइसोलेट करने के निर्णय की तारीफ भी की।
बताया जा रहा है कि कोविड रिपोर्ट पॉजिटिव आने के चलते महिला को अब आइसलैंड में ही 10 दिन तक क्वारनटीन रहना पड़ेगा। वहीं महिला के साथ सफर करने वाले उनके भाई और पिता भी क्वारनटीन रहेंगे। वे दोनों भी महिला के साथ एक ही प्लेन में थे। उनकी कोविड टेस्ट की रिपोर्ट नेगेटिव आने पर ही उन्हें स्विट्जरलैंड की यात्रा पर जाने की अनुमति दी जाएगी।