यूपी में 2022 में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में सभी पार्टियां जनता के बीच अपनी अच्छी छवि बनाने की कोशिश कर रही है। इस बीच समाजवादी पार्टी (सपा) के पांच नेताओं की घटिया हरकत से पार्टी के ऊपर बदनामी का दाग लग गया है। ऐसे में सपा ने इन नेताओं को अपनी पार्टी से निकाल दिया है।
सपा ने 5 नेताओं को पार्टी से निकाला
दरअसल इन पांच सपा नेताओं पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की रैली में बवाल (PM Modi Kanpur Rally conspiracy) कराने की साजिश का आरोप लगा है। ऐसे में पार्टी ने इन नेताओं से किनारा कर लिया है। समाजवादी पार्टी (सपा) प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने बताया कि उन्होंने राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के निर्देश पर पांच पदाधिकारियों को पार्टी से निष्कासित कर दिया है।
हालांकि पार्टी की तरफ से जो आदेश जारी हुआ है, उसे लेकर भी सवाल खड़े किए जा रहे हैं। दरअसल निष्कासन की कार्रवाई में जिन पांच पदाधिकारियों को शामिल किया गया है उसमें से दो लोगों के नाम पुलिस रिकार्ड से गायब है। वहीं जिन दो लोगों को पुलिस ने ने गिरफ्तार किया है, उन्हें लेकर पार्टी ने मौन व्रत धारण किया हुआ है।
अखिलेश यादव के आदेश पर हुई कार्रवाई
सपा के महानगर अध्यक्ष डा.इमरान बताते हैं कि बुधवार को उन्होंने मीडिया में प्रकाशित खबरों की एक कॉपी राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को भिजवाई थी। इसके बाद उन्होंने मोबाइल पर इस मामले की जानकारी ली। फिर अखिलेश यादव के आदेश पर डा.इमरान ने सचिन केसरवानी, अंकुर पटेल, अंकेश यादव, सुकांत शर्मा और सुशील राजपूत को पार्टी से निष्कासित कर दिया। लेकिन अब इस आदेश को लेकर भी बवाल मचा हुआ है।
पुलिस की सूची में अंकेश यादव और सुशील राजपूत का नाम नहीं है। मतलब पार्टी ने पूर्व में ही अपने लेवल की जांच के बाद उनसे दूरी बना ली है। इसके अतिरिक्त पुलिस ने जिन सपा नेताओं निकेश यादव व अभिषेक रावत को गिरफ्तार किया है उन्हें लेकर पार्टी द्वारा अभी तक कोई भी कार्रवाई नहीं की गई है।
विधायक ने भाजपा को किया टारगेट
सीसामऊ से विधायक इरफान सोलंकी एक वीडियो साझा कर इस मामले की निंदा करते नजर आए। उन्होंने कहा कि नौबस्ता में जो कुछ हुआ वह निंदनीय है। ऐसा कदापि नहीं होना चाहिए था। राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को जैसे ही इस घटना की जानकारी मिली उन्होंने नजीर पेश करते हुए तत्काल कार्रवाई की और सभी को पार्टी से निकाल दिया। इसके बाद विधायक ने भाजपा को टारगेट करते
हुए कहा कि सपा द्वारा इस घटना पर अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को निष्कासित किया गया , लेकिन बीजेपी ने अभी तक गृहराज्य मंत्री अजय मिश्रा के बेटे द्वारा किसानों पर कार चढ़ाने के मामले में कोई भी कदम नहीं उठाया है।