32 साल की उम्र में ही दुनिया को अलविदा कह गईं अरबपति पंखुड़ी। कुछ यूं भरी थी जीवन में उड़ान…
कहते हैं न कि ईश्वर द्वारा निर्मित मानव सिर्फ़ एक पुतला भर ही है। जिसमें जितनी चाबी भरी गईं। वह उतना ही चल पाता है। वरना आज का इंसान तो पैसे के बल पर कुछ भी कर लें, लेकिन कुछ चीजें ऐसी हैं, जहां इंसान की मर्जी नहीं चलती। भले ही वह फ़िर राजा हो या रंक। अब आप सोच रहें होंगे कि इतनी भारी-भरकम भूमिका मैं क्यों बना रहा हूँ तो चलिए बता दूं कि आख़िर बात ही कुछ ऐसी है। जो भावनाओं को कई बार कुरेद देती है।
जी हां एक 32 वर्षीय महिला की आकस्मिक मौत हो गईं। अब आप फिर सोचेंगे कि आख़िर इसमें क्या विशेष तो बता दें कि यह कोई साधारण महिला नहीं, बल्कि एक उद्यमी महिला थी। जिनका नाम पंखुड़ी श्रीवास्तव है और ये एक महिला केंद्रित सोशल कम्युनिटी प्लेटफॉर्म आई पंखुड़ी (Pankhuri) और स्टार्टअप ग्रैबहाउस (Grabhouse) की फाउंडर थी। जिनका अब निधन हो चुका है।
गौरतलब हो कि उत्तर प्रदेश के एक छोटे से शहर झांसी की रहने वाली पंखुड़ी श्रीवास्तव 32 वर्ष की एक अरबपति महिला थी, जिनका कार्डियक अरेस्ट से निधन हो गया और अब इतनी कम उम्र में उनके निधन के बाद हर कोई हैरान है।
आसां नहीं थी पंखुड़ी के सपनों की उड़ान…
बता दें कि पंखुड़ी श्रीवास्तव की कहानी बेहद रोचक और प्रेरणादायक है और आज के दौर में करियर बनाने को उत्सुक रहने वाली लड़कियों के लिए एक मिसाल भी। गौरतलब हो कि पंखुड़ी श्रीवास्तव आसमान में उड़ान भरना चाहती थी, लेकिन उनकी राह इतनी आसान नहीं थी।
यूपी के एक छोटे से शहर झांसी की रहने वाली पंखुड़ी ने 10वीं तक की पढ़ाई झांसी के सेंट फ्रांसिस इंटर कॉलेज से की थी। फिर भोपाल के राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय से बीटेक की पढ़ाई पूरी की और उन्होंने अपने सपनों को पंख देने के लिए मुंबई को चुना। वहीं बता दें कि उनके पिता रजनीश श्रीवास्तव बैंक में मैनेजर हैं।
जिन कठिनाइयों को झेला, फिर उसी में सँवारा भविष्य…
वहीं पंखुड़ी के छोटे भाई के मुताबिक जब बहन मुंबई पहुंची, तो रहने के लिए फ्लैट की जरूरत थी। रेंट पर फ्लैट लेने के लिए तमाम कठिनाई का सामना करना पड़ा और तो और ब्रोकर्स को भारी-भरकम फीस देनी पड़ी। तब जाकर उसे मकान मिला था। ऐसे में इस परेशानी के बाद उनके दिमाग में आइडिया आया कि क्यों न ऐसी कंपनी शुरू करें, जिससे लोगों को घर ढूंढने में इतनी जद्दोजहद न उठानी पड़े।
फिर क्या था उन्होंने 2012 में 20 हजार रुपए की लागत से ग्रैबहाउस कंपनी की शुरुआत की। फिर धीरे धीरे कंपनी ने इतनी लोकप्रियता हासिल कर ली कि उनका सालाना टर्नओवर करीब 720 करोड़ रुपए पहुंच गया। जिसके बाद उनको रतन टाटा ने डिनर पर इनवाइट भी किया था। मालूम हो कि रेंटल स्टार्टअप ग्रैबहाउस को वर्ष 2016 में ऑनलाइन क्लासिफाइड कंपनी क्विकर को नकद और इक्विटी सौदे में बेच दिया गया था।
महिलाओं को लेकर फोकस करके आगे बढ़ी पंखुड़ी…
बता दें कि इसके बाद महिलाओं पर फोकस करने वाले प्लेटफॉर्म पंखुड़ी को साल 2019 में लॉन्च किया था। ‘पंखुड़ी’ के जरिए इसके सदस्यों को लाइव इंटरएक्टिव कोर्स, एक्सपर्ट चैट और रूचि आधारित क्लब के माध्यम से सामाजिकरण, खोजना और स्किल डेवलपमेंट बढ़ाने में मदद मिलती है। इस प्लेटफॉर्म ने उन्हें बेहतर और लाइफस्टाइल की बातचीत में एक्टिव बनाए रखने में अहम भूमिका निभाई है।
वहीं पंखुड़ी ने इस प्लेटफॉर्म के जरिए सिकोइया कैपिटल इंडिया के एक्सेलेरेटर प्रोग्राम, सर्ज, और इंडिया कोटिएंट और टॉरस वेंचर्स से 3.2 मिलियन डॉलर की कमाई की थी। गौरतलब हो कि टीच फॉर इंडिया के फेलोशिप प्रोग्राम के तहत मुंबई के नगरपालिका स्कूलों में भी पढ़ाया गया। वहीं बता दें कि पंखुड़ी श्रीवास्तव का सपना था कि वह इंडिया की बड़ी वीमेन इंटरप्रेन्योर बनें, लेकिन अब उनका यह सपना सपना बनकर ही रह गया।
पंखुड़ी के असमय जाने से बिजनेस जगत हैरान…
मालूम हो कि पंखुड़ी के निधन पर कलारी कैपिटल की फाउंडर वाणी कोला, इंडिया कोशंट के फाउंडर आनंद लुनिया, सर्ज इत्यादि ने ट्वीट कर दुख जताया है। Sequoia Capital India के मैनेजिंग डायरेक्टर शैलेंद्र सिंह ने ट्विटर पर लिखा कि, ” पंखुड़ी के पास ढेर सारे आइडिया थे, इनसाइट था, वो क्रिएटिविटी और जोश से भरी होती थी। हम उनके इस तरह जाने को अभी भी प्रोसेस करने की कोशिश कर रहें हैं। ”
2 दिसंबर को सेलिब्रेट की थी शादी की पहली सालगिरह…
वहीं आख़िर में बता दें कि पंखुड़ी ने अपने बचपन के दोस्त काजू बिजनेसमैन आदित्य राज शर्मा से 2 दिसंबर 2020 को झांसी के नजदीक ओरछा में एक होटल में शादी की थी और 2 दिसंबर 2021 को पंखुड़ी की शादी की पहली सालगिरह थी और वह अब इस दुनिया में नहीं रही।