कांग्रेस का झंडा स्थापना दिवस के अवसर पर हवा में लहराने की बजाय नीचे आ गिरा : देखें वीडियो
कांग्रेस से अपना झंडा ही नहीं संभल रहा है वही भी नीचे आ गिरा, देश कैसे संभालेंगे : देखें वीडियो
28 दिसंबर को देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस अपना स्थापना दिवस मनाती है। जी हां कांग्रेस की स्थापना आज से तकरीबन 137 वर्ष पहले वर्ष 1885 में हुई थी। ऐसे में जब आज कांग्रेस पार्टी अपना 137 वां स्थापना दिवस मना रही। ऐसे में इस दौरान एक अजीब वाकया सामने निकलकर आया।
बता दें कि इस मौके पर दिल्ली समेत विभिन्न प्रदेशों में कार्यक्रमों का आयोजन किया गया है और राजधानी दिल्ली में स्थित कांग्रेस के मुख्यालय पर भी कार्यक्रम हुआ। लेकिन यहां झंडा फहराने का कार्यक्रम ठीक से नहीं हो पाया।
गौरतलब हो कि, पार्टी कार्यालय पर स्थापना दिवस समारोह का आयोजन किया गया था, इसमें कांग्रेस के कई बड़े नेताओं के साथ कार्यकर्ता भी शामिल हुए थे। वहीं इसी समारोह के दौरान जब कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ध्वजारोहण कर रही थीं, तो कांग्रेस का झंडा ही नीचे गिर गया और अब इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है।
जिसे न्यूज एजेंसी एएनआई ने अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया है। बता दें कि सोनिया गांधी ने जब पार्टी का झंडा फहराने की कोशिश की तो वह पोल से छूटकर सीधा नीचे आ गिरा और ऐसा कहा जा रहा है कि झंडा ठीक से बंधा नहीं था, जिसकी वजह से झंडा लहराने के बजाय ज़मीन पर आ गिरा। जिसके बाद में सोनिया गांधी ने हाथ से ही झंडा फहरा दिया।
#WATCH | Congress flag falls off while being hoisted by party’s interim president Sonia Gandhi on the party’s 137th Foundation Day#Delhi pic.twitter.com/A03JkKS5aC
— ANI (@ANI) December 28, 2021
वहीं जानकारी के लिए बता दें कि पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा है कि, “कांग्रेस नेतृत्व ने घटना पर नाराजगी व्यक्त की तथा समारोह के आयोजन के प्रभारी लोगों से भविष्य में और अधिक सावधान रहने को कहा।” इसके अलावा मालूम हो कि कांग्रेस प्रबंधकों ने
आमतौर पर पार्टी मुख्यालय में नजर आने वाले छोटे ध्वज स्तंभ के बजाय इस बार स्टील का एक ऊंचा स्तंभ लगाया था और पार्टी मुख्यालय में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे और अन्य लोग उपस्थित थे।
पार्टी में फिर से जान फूंकने की कोशिश…
वहीं बता दें कि लगातार दो लोकसभा चुनाव हारने और राज्यों में क्षेत्रीय दलों के आगे प्रभावहीन हो रही कांग्रेस, स्थापना दिवस के साथ ही नए सिरे से खुद को मजबूती देने की कोशिश कर रही है और स्थापना दिवस के मौके पर नेता और कार्यकर्ता धरना-प्रदर्शन और आंदोलन की रणनीति पर आगे बढ़ने का संकल्प लेंगे।
इसके अलावा अब कांग्रेस बेरोजगारी और सरकारी कंपनियों के निजीकरण के मुद्दे पर हल्ला बोलेगी और आगामी पांच राज्यों के चुनावों को ध्यान में रखकर भी रणनीति बनाएगी। इसके अलावा बता दें कि कांग्रेस स्थापना दिवस पर सोनिया गांधी ने देश और कार्यकर्ताओं के नाम संदेश भी दिया और उन्होंने केंद्र सरकार को घेरते हुए कहा कि अभी इतिहास को झुठलाया जा रहा है।
इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि, ” देश की विरासत गंगा-जमुना संस्कृति को मिटाने की नापाक कोशिश हो रही है।” इसके साथ ही उन्होंने आगे कहा कि देश का आम नागरिक असुरक्षित और भयभीत महसूस कर रहा है और लोकतंत्र और संविधान को दरकिनार कर तानाशाही चलाई जा रही है। अब कुल-मिलाकर देखें तो जिस पार्टी द्वारा अपनी पार्टी का झंडा नहीं संभल रहा।
वह कैसे देश बचाएगी? यह भी एक सवाल है, लेकिन क्या करें लोकतंत्र में सबको अपना पक्ष रखने की इजाज़त है और कांग्रेस भी वही कर रही। इसके अलावा एक बात तो आप सबने कई बार सुनी है- ‘ये पब्लिक है सब जानती है।’ ऐसे में मायने तो जनता का मूड रखता है और वो किसके पक्ष में वह कोई बताने की बात नहीं…