चीन की भारत को धमकी, कहा – ‘पाकिस्तान के रास्ते कश्मीर में घुसेगी चीनी सेना’
बीजिंग – डोकलाम में भारतीय सेना ने अपना डेरा डाल दिया है, भारत के इस प्रकार के आक्रामक रुख को देखकर चीन की बौखलाहट और बढ़ गई है। इसी विवाद को और हवा देते हुए चीनी मीडिया ने आज कहा है कि जिस तरीके से भारत डोकलाम में चीन को सड़क बनाने से रोक रहा है, उसी तरीके से कोई तीसरा देश पाकिस्तान के रास्ते कश्मीर में भी घुस सकता है। Army could enter Kashmir.
क्या है भारत-चीन विवाद की असल वजह –
भारत-चीन विवाद की असल वजह भारत-चीन के बीच गुजरने वाली 3500 किलोमीटर लंबी सीमा रेखा है। इसी को लेकर दोनों देशों में साल 1962 में युद्ध हो चुका है। लेकिन, सीमा पर तनाव पर आज भी जारी है। यही तनाव अलग-अलग हिस्सों में भारत-चीन के बीच होने वाले सीमा विवाद का कारण बनाता है। फिलहाल जो सीमा विवाद है, वो भारत-भूटान और चीन सीमा के समीप स्थित तथा सिक्किम में भारतीय सीमा से सटी डोकलाम पठार है।
विवाद पर क्या है चीनी मीडिया कि राय –
इस विवाद को सोमवार को चाइना वेस्ट नॉर्मल यूनिवर्सिटी में भारतीय अध्ययन केंद्र के निदेशक लांग झिंगचुन ने हवा देते हुए कहा है कि यदि भूटान ने भारत से अपनी रक्षा का आग्रह किया भी था तो भारत को अपनी सीमा में रहकर मदद करनी चाहिए थी। विवादित इलाकों में भारतीय सेना को नहीं जाना चाहिए था। ग्लोबल टाइम्स में छपे एक लेख के द्वारा उन्होंने कहा है कि, इसी तर्क से यदि पाकिस्तान सरकार मदद के लिए किसी तीसरे देश से अनुरोध करती है तो वह अपनी सेना लेकर कश्मीर में घुस सकता है।
क्या है सिक्किम का इतिहास और चीन की आपत्ति –
फुन्त्सोंग नाम्ग्याल को सिक्किम का पहला चोग्याल (राजा) घोषित किये जाने के बाद सिक्किम का वजूद सन् 1642 में सामने आया। सिक्किम में राजतन्त्र की शुरूआत हुई। जिसके बाद नाम्ग्याल राजवंश ने 333 सालों तक सिक्किम पर राज किया। भारत ने 1947 में भारत आजाद हुआ और सरदार वल्लभभाई पटेल के नेतृत्व में अलग-अलग रियासतों का भारत में विलय किया गया। भारतीय सेना ने 6 अप्रैल, 1975 को सिक्किम पर कबजा कर लिया। इसके बाद 15 मई, 1975 को सिक्किम का भारत में विलय हो गया और नाम्ग्याल राजवंश के शासन का अंत हो गया।