मुंबई में एक समय ऑटो चलाकर अपना गुजारा करते थे ‘गजोधर भैय्या’। जानिए इनसे जुड़ी दिलचस्प कहानी…
राजू श्रीवास्तव ने एक समय 50 रुपए में की थी अपने करियर की शुरुआत...
गजोधर नाम का अर्थ बेहद ही यूनिक होता है और जब हम गजोधर भैय्या का नाम लें तो शायद ही कोई व्यक्ति ऐसा हो। जो इनसे परिचित न हो। चलिए जिन्हें नहीं पता उनके लिए बता दें कि ‘गजोधर भैय्या’ मतलब अपने मशहूर हास्य कलाकार राजू श्रीवास्तव। जिनका आज जन्मदिन है। जी हां उनका जन्म 25 दिसंबर 1963 को हुआ था।
बता दें कि आज वह अपना 58 वां जन्मदिन मना रहे हैं और राजू श्रीवास्तव की पहचान उनका चुटीला अंदाज और लोगों को हंसाना, गुदगुदाना है। लेकिन शायद ही कई लोगों को यह मालूम हो कि कितने पापड़ बेलने के बाद वह आज लोगों के दिलों पर राज कर पा रहें हैं। आइए आज हम आपको उन्हीं के संघर्ष और उनकी सफ़लता की कहानी बताते हैं…
मालूम हो कि राजू के बचपन का नाम सत्य प्रकाश था, लेकिन आज उन्हें दुनिया राजू श्रीवास्तव के नाम से पहचानती है और राजू के पिता कानपुर के एक लोकप्रिय कवि थे। लेकिन राजू को बचपन से ही कॉमेडी का शौक था और वो एक कॉमेडियन बनना चाहते थे। बता दें कि राजू मूलतः उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले के रहने वाले हैं।
वहीं राजू श्रीवास्तव ने अपने करियर की शुरूआत टीवी शो ‘टी टाइम मनोरंजन’ से की थी और कॉमेडी के क्षेत्र में मशहूर होने से पहले उन्होंने कई फिल्मों में भी काम किया है। हालांकि उन्हें पहचान मिली ‘द ग्रेट इंडियन लॉफ्टर चैलेंज’ शो से।
जी हां इस शो में उन्होंने यूपी का रंग दिखाया और लोगों को अपने पंच लाइन से हंसने पर मजबूर कर दिया और इस शो में ‘गजोधर भैय्या’ रनर अप रहे थे। लेकिन दर्शकों ने उन्हें ‘द किंग ऑफ कॉमेडी’ का टाइटल दिया।
वैसे गजोधर भैय्या की कहानी इतनी सीधी साधी नहीं। बता दें कि जब वे कॉमेडियन बनने के लिए मुंबई आए। तब उन्हें यहां आर्थिक तंगी का भी सामना करना पड़ा। ऐसे में राजू श्रीवास्तव ने मुंबई की गलियों में ऑटो भी चलाया ताकि वह मुंबई में अपना खर्चा उठा सकें।
धीरे-धीरे उन्हें काम मिलना शुरू हुआ और उन्हें पहला ब्रेक भी ऑटो में बैठी एक सवारी की वजह से मिला था। मालूम हो कि जब उन्हें शो मिलने शुरू हुए तो उन्होंने 50 रुपये में भी कॉमेडी की थी।
वहीं फिल्मों और कॉमेडी के बाद राजू श्रीवास्तव ने बिग बॉस- 3 में भी हिस्सा लिया। वे इस शो में जीत तो नहीं पाए, लेकिन दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया। इसके अलावा राजू श्रीवास्तव ने राजनीति में भी एक समय एंट्री मारी और राजू ने समाजवादी पार्टी से निकलने के बाद बीजेपी को चुना। बता दें कि राजू मुंबई में अपनी पत्नी शिखा और दो बच्चों के साथ रहते हैं।
राजू ने 2014 में वापस कर दिया था सपा का टिकट…
बता दें कि राजू श्रीवास्तव ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत समाजवादी पार्टी से की थी। साल 2014 के लोकसभा चुनाव में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उन्हें कानपुर लोकसभा सीट से मैदान में उतारा था लेकिन बाद में उन्होंने यह कहते हुए सपा का टिकट वापस कर दिया था कि उन्हें पार्टी की स्थानीय इकाइयों से पर्याप्त समर्थन नहीं मिला है।
वहीं राजू ने 19 मार्च 2014 को भाजपा का दामन थाम लिया था और यूपी में भाजपा सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उन्हें फिल्म विकास परिषद का चेयरमैन बनाया था और बीते दिनों उनकी ट्विटर पर एक वीडियो वायरल हुई। जिसमें वे कहते हैं कि, ” 2022 में फिर आ रहे हैं अखिलेश यादव लेकिन योगी के शपथग्रहण समारोह में।”
अखिलेश यादव फिर आ रहे है…
योगी जी के शपथग्रहण समारोह में pic.twitter.com/QyTTaaEuTb
— Mrityunjay Kumar (@MrityunjayUP) December 23, 2021