कोरोना काल के बाद से चोरी चकारी की घटनाएं भी काफी बड़ी है। आमतौर पर जब चोर चोरी करता है तो चोरी का सामान बेच देता है या खुद रख लेता है। लेकिन उत्तर प्रदेश के बांदा जिले के बिसंडा थाना क्षेत्र में एक गजब की चोरी का मामला सामने आया है। यहां चोरों को चोरी करने के बाद पता चला कि उन्होंने एक गरीब के घर चोरी की है। ऐसे में वह एक माफीनामा के साथ चोरी का सारा सामान लौटा गए। अब यह अनोखी चोरी इलाके में चर्चा का विषय बनी हुई है।
गरीब शख्स की दुकान में हुई चोरी
जिस शख्स के घर चोरी हुई थी उसका नाम दिनेश तिवारी है। वह एक गरीब शख्स है। उसने 40 हजार रुपए का कर्ज लेकर वेल्डिंग की एक दुकान खोली थी। हालांकि 20 दिसंबर की सुबह जब वह दुकान पहुंचा तो ताला टूटा मिला। दुकान के अंदर का सारा सामान भी गायब था। ऐसे में दिनेश ने बिसंडा थाने में चोरी की सूचना दी। हालांकि वहां दरोगा के न होने के चलते केस दर्ज नहीं हुआ।
चोरों ने वापस किया सामान
इस घटना को दो ही दिन हुआ थे कि फिर पता चला चोरी हुआ सामान गांव में एक खाली जगह पर पड़ा हुआ है। ये सामान खुद चोर ही रख गए थे। दरअसल चोरी करने के बाद चोरों को जानकारी लगी कि दिनेश तिवारी बहुत गरीब है। ऐसे में चोरों का दिल पिघल गया और उन्होंने सामान लौटा दिया। इतना ही नहीं समान वापस करत समय चोर काफी भावुक भी हो गए। इसलिए उन्होंने एक पर्ची लिखकर दिनेश तिवारी से माफी भी मांगी।
चिट्ठी लिख मांगी माफी
चोरों ने पर्ची में लिखा “यह दिनेश तिवारी का सामान है. हमें बाहरी आदमी से आपके बारे में जानकारी हुई। हम सिर्फ उसे जानते हैं जिसने लोकेशन दी कि वह कोई मामूली आदमी नहीं है। पर जब हमें जानकारी हुई तो हमें बहुत दुःख हुआ। इसलिए हम आपका सामान वापस देते हैं। गलत लोकेशन की वजह से हमसे गलती हुई।”
घटना से SHO भी हैरान
जब इस घटना की जानकारी बिसंडा थाने के SHO को लगी तो वह भी हैरान रह गए। उन्होंने कहा कि ये हंसी की बात है कि कोई चोर कहीं से चोरी करे और सामान लौटा जाए। मैंने अपने इतने वर्षों की नौकरी में पहले कभी ऐसा कुछ नहीं देखा। ये बहुत ही फिल्मी बात है।
सामान मिला तो खुश हुआ गरीब दुकान वाला
उधर दिनेश तिवारी को जब उनका सामान वापस मिला तो वे बहुत खुश दिखाई दिए। उन्होंने बताया कि चोर दुकान से 2 वेल्डिंग मशीन, 1 बड़ी कटर मशीन, 1 तौलने वाली मशीन, 1 ग्लेंडर और 1 ड्रिल मशीन चोरी करके ले गए थे। लेकिन अब उन्होंने सारा सामान लौटा दिया है। एक पर्चे में माफी भी मांगी है। मेरा सामान मुझे मिल गया मैं तो बस इसी बात से खुश हूँ। ऊपरवाले ने मेरी रोजी-रोटी बचा ली।