संसद में जया बच्चन के बिगड़े बोल, बोली – मैं श्राप देती हूं कि BJP के बुरे दिन जल्द आने वाले हैं
पनामा पेपर लीक मामले में सोमवार को एक तरफ जहां ऐश्वर्या राय से प्रवर्तन निदेशालय पूछताछ कर रही थी, वहीं दूसरी ओर राज्यसभा में सरकार पर Jaya Bachchan का गुस्सा सातवें आसमान पर था। गुस्से में तमतमाईं जया बच्चन ने Rajya Sabha में केंद्र सरकार और भाजपा सांसदों को यहां तक कह डाला, ‘मैं श्राप देती हूं कि BJP के बुरे दिन जल्द आने वाले हैं।
’आप गला ही घोंट दीजिए हमलोगों का, आप लोग चलाइए. क्या कह रहे हैं आप लोग?” जया बच्चन ने विपक्षी दलों के नेताओं से कहा कि आप बीन किसके आगे बजा रहे हैं ।
भाजपा सांसद ने जया के बयान का विरोध किया
भाजपा सांसद राकेश सिन्हा ने जया बच्चन पर संसद की गरिमा का अपमान करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि जया बच्चन ने संसद के स्पीकर को व्यक्तिगत तौर पर संबोधित किया है, ये सदन के व्यवहार के अनुरूप नहीं है. इससे सदन की गरिमा को ठेस पहुंची है.
किसी भी सदस्य को स्पीकर का अपमान करने का अधिकार नहीं है. इस दौरान भुवनेश्वर कालिता स्पीकर का पद संभाल रहे थे. उन्होंने जया बच्चन को माननीय कहते हुए अपनी बातों को फिर से रखने को कहा.
इसपर जया बच्चन भाजपा सांसद का पलटवार करते हुए कहा मैं आपका शुक्रिया कहना चाहती हूं कि आपने मुझे माननीय कहा, लेकिन अगर आपको सच में लगता है कि मैं माननीय हूं, तो मेरी बातों पर आपको गौर करना चाहिए. हम लोग न्याय की मांग कर रहे हैं. हम सरकार से न्याय की उम्मीद नहीं कर रहे हैं.
लेकिन क्या हम लोग आपकी तरफ न्याय से मिलने की उम्मीद कर सकते हैं? सदन के बाहर 12 सदस्य बैठे हुए हैं, आप उनके लिए क्या कर रहे हैं?’
जया बच्चन सदन में रखी अपनी बात
जया बच्चन को स्पीकर ने याद दिलाते हुए कहा कि सदन में नारकोटिक्स बिल पर चर्चा हो रही है. इस पर जया बच्चन ने कहा, ‘मुझे बोलने का मौका दिया गया है. हम बड़े मुद्दों पर चर्चा नहीं करते हुए सिर्फ इस बिल के क्लैरिकल एरर पर चर्चा कर रहे हैं. आखिर हो क्या रहा है?’ उन्होंने कहा, ‘आप किसके आगे बीन बजा रहे हैं?
देखिए आपका रवैया ऐसा रहा, तो आपके बुरे दिन बहुत जल्द आएंगे. इसके बाद जया को जब रोका गया तो उन्होंने कहा कि आप मुझे बात ही मत कहने दीजिए. क्या अब हम सदन में भी न बैठें, गला घोंट दीजिए आप लोग हमारा.
वहीं इसी दौरान किसी सदस्य ने जया बच्चन पर व्यक्तिगत टिप्पणी कर डाली, इसके बाद सांसद ने अपना आपा खो दिया और कहा, ‘इस पर कार्रवाई होनी चाहिए. कोई कैसे व्यक्तिगत टिप्पणी कर सकता है. यहां पर बैठे किसी भी सांसद के पास अपने बाहर बैठे हुए साथी के लिए सम्मान नहीं है. आपके बुरे दिन आएंगे. मैं श्राप देती हैं.’ दूसरी ओर, सदन से बाहर आने पर पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए जया ने कहा, ‘मैं किसी पर व्यक्तिगत टिप्पणी नहीं करना चाहती हूं, जो हुआ वो नहीं होना चाहिए था.