आज से शुरू हो रहा पौष का महीना, जानें इस महीने का महत्त्व – प्रमुख व्रत और त्यौहार
हिंदू धर्म में पौष के महीने को बहुत पुण्यदायी महीना माना जाता है. हिंदू पंचांग के मुताबिक ये महीना मार्गशीर्ष के महीने के बाद आता है. मार्गशीर्ष माह (Margashirsha Month) की पूर्णिमा (Margashirsha Purnima 2021) के बाद पौष माह (Paush Month 2021) की शुरुआत हो चुकी है. 17 जनवरी पूर्णिमा तिथि को पौष का समापन होगा. वही दूसरी तरफ 18 जनवरी से माघ माह की शुरुआत होने वाली है.
हिन्दू धर्म में मान्यता है कि इस माह में सूर्य देव की उपासना (Surya Dev Puja) और भगवान विष्णु (Lord Vishnu) की अराधना का विशेष महत्व होता है. पौष मास में सूर्य को अर्ध्य देने व उपवास रखने का विशेष महत्व माना गया है. इसके अलावा पौष माह को पितरों को मुक्ति दिलाने वाला महीना कहा गया है.
आपको बता दें कि नए माह की शुरुआत के साथ ही, महीने के तिथियों के अनुसार व्रत और त्योहार शुरू हो जाते हैं. इस मास में प्रत्येक रविवार व्रत व उपवास रखने और और तिल व चावल की खिचड़ी का भोग लगाने से मनुष्य तेजस्वी बनता है. पौष माह (Paush Month) में भी कई प्रमुख त्योहार मनाए जाते हैं. आइए हम आपको बताते है इस माह के व्रत और तिथि के बारे में.
पौष माह के व्रत और त्योहार लिस्ट (Paush Month Vrat And Festival List)
21 दिसंबर को साल का सबसे छोटा दिन होता है.
22 दिसंबर को गणेश जी को समर्पित अखुरथ संकष्टी चतुर्थी का व्रत रखा जाना है.
25 दिसंबर को बड़ा दिन और क्रिसमस उत्सव मनाया जाएगा.
26 दिसंबर को भानु सप्तमी और कालाष्टमी व्रत किया जाएगा.
27 दिसंबर को मंडल पूजा है.
30 दिसंबर को सफला एकादशी के दिन भगवान विष्णु की पूजा-अर्चना की जाती है.
31 दिसंबर को प्रदोष व्रत रखा जाना है. इस दिन भगवान शिव और माता पार्वती की पूजा-अर्चना की जाती है.
1 जनवरी को नववर्ष है. 1 जनवरी को मासिक शिवरात्रि है. इस दिन अविवाहित जातकों को शिवरात्रि का व्रत रखना चाहिए.
2 जनवरी को हनुमान जयंती है के रूप में मनाया जाएगा. इस दिन तमिल समुदाय के लोग हनुमान जयंती मनाते हैं. 2 जनवरी को दर्श अमावस्या है.
4 जनवरी के दिन चंद्र दर्शन पर्व मनाया जाएगा.
6 जनवरी के दिन गणेश जी को समर्पित विनायक चतुर्थी मनाई जानी है.
7 जनवरी को स्कंन्द षष्ठी है. दक्षिण भारत में इसे विशेष रूप से मनाया जाता है.
9 जनवरी को शुक्ल पक्ष की भानु सप्तमी है. इसके अलावा 9 जनवरी को गुरु गोविंद सिंह जयंती भी है.
10 जनवरी के दिन शाकंभरी उत्स्व है. इसी दिन जनवरी को मासिक दुर्गाष्टमी का व्रत किया जाएगा.
12 जनवरी के दिन मासिक कार्तिगाई है. वही इसके अलावा इस दिन स्वामी विवेकानंद जयंती है.
13 जनवरी के दिन वैकुंठ एकादशी या पौष पुत्रदा एकादशी का व्रत रखा जाएगा. इस दिन भगवान श्रीहरि विष्णु जी की पूजा की जाती है. ऐसा माना जाता है कि इस दिन व्रत रखने से व्यक्ति को सभी पापों से मुक्ति मिलती है और सभी मनोकामनाओं की पूर्ति होती है. इसी दिन लोहड़ी का त्यौहार भी है.
14 जनवरी के दिन मकर संक्रांति है. इसी दिन रोहिणी व्रत और कूर्म द्वादशी है.
15 जनवरी को शनि त्रयोदशी, बिहू और प्रदोष व्रत है.
17 जनवरी को पौष पूर्णिमा माह का आखिरी दिन है. इसके बाद अगले माह माघ की शुरुआत हो जाएगी.