इस फेसबुक पोस्ट की वजह से बंगाल में हिन्दुओं पर हो रहा ज़ुल्म? जानिए क्या है इसकी सच्चाई
कलकत्ता – पश्चिम बंगाल के 24-परगना जिला एक बार फिर से हिंसा कि चपेट में है। और ये सब हो रहा है सिर्फ एक फेसबुक पोस्ट कि वजह से, जिसे इतना फैलाया गया कि हिंसा ने विकराल रुप ले लिया। इस एक फेसबुक पोस्ट की वजह से गाड़ियों को आग लगा दी गई, दो समुदाय आपस में भिड़ गए, पूरे इलाके में धारा 144 लगा दी गई और पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा, जिसमें कई लोग जख्मी भी हो गए। Brutal situation of hindus in Bengal.
फेसबुक पर शेयर कि जा रही है ये तस्वीर :
पश्चिम बंगाल में भड़की हिंसा की आग में घी ड़ालने का काम कुछ लोग सोशल मीडिया के जरिए कर रहे हैं। पश्चिम बंगाल के हालात को लेकर हिंसा भड़काने के लिए कई तरह कि अफवाहें फैलाई जा रही हैं। इसमें सबसे ज्यादा इस्तेमाल फेसबुक का हो रहा है। ऐसा ही एक पोस्ट हरियाणा कि बीजेपी नेता विजेता मलिक ने भी किया है।
विजेता मलिक ने फेसबुक पर एक फोटो अपलोड की है, जिसमें एक आदमी औरत की साड़ी खींचते दिखाई दे रहा है। इस तस्वीर के साथ उन्होंने कैप्शन में लिखा है – बंगाल में जो हालात है, हिन्दुओं के लिए बहुत बड़ा चिंता का विषय है। हिन्दु को ही क्यों मारा जा रहा है। इस तस्वीर को उनके टाइमलाइन से सैकड़ों लोगों ने शेयर किया है। लेकिन, शायद उन्हें इस बात का अंदाजा भी नही कि इस तस्वीर की सच्चाई क्या है।
क्या है इस वायरल तस्वीर का सच :
जैसा कि आप इस तस्वीर में देख सकते हैं ये तस्वीर एक भोजपुरी फ़िल्म कि है। इस फिल्म का नाम है ‘औरत खिलौना नहीं।’ जिस तस्वीर को हिन्दुओं पर हो रहे अत्याचार के रुप में शेयर किया जा रहा है वो असल में एक फिल्म का सीन है। फिल्म के इस सीन में विलेन फिल्म की हिरोइन की साड़ी खिंचते हुए दिखाई दे रहा है। फिल्म का ये सीन दिखाता है कि कैसे भीड़ आज भी सिर्फ तमाशा देखती रहती है।
फिल्म ‘औरत खिलौना नहीं’ 2015 में आई थी। इस फिल्म में मनोज तिवारी हिरो कि भूमिका में थे। विजेता मलिक और उनके जैसे अन्य लोगों को ऐसी तस्वीरे शेयर करने से पहले उसकी सच्चाई जरुर जान लेनी चाहिए। क्योंकि वो देश कि बड़ी पार्टी से हैं। उनकी इस तरह की हरकत से न केवल लोग भड़क सकते हैं बल्कि पार्टी कि छवि को भी नुकसान हो सकता है।