पेलट गन की रोक के बाद सेना कश्मीरी पत्थरबाजों से निपटने के लिए बदबूदार कैप्सूल से करेगी हमला।
भारत का स्वर्ग कहे जाने वाले कश्मीर मैं हालात बहुत ज्यादा खराब बने हुए हैं। एक तो पाकिस्तान है जो सीजफायर का लगातार उल्लंघन करने से बाज रहा है और दूसरी तरफ भारत के ही कश्मीरी युवक भारतीय सेना पर पत्थर फेंकते हैं। सुप्रीम कोर्ट ने पहले ही पेलट गन पर रोक लगा दी हैं। लेकिन अब भारतीय सेना के पास इन पत्थरबाजों से निपटने के लिए एक नया फॉर्मूला है। सेना जम्मू-कश्मीर में पत्थरबाजों पर लगाम लगाने के लिए घाटी में दुर्गंध फैलाने जा रही है।
दुर्गंध वाले कैप्सूल से करेगी हमला :
दरअसल एफएफडीसी के एक वैज्ञानिक ने एक नया दुर्गंध वाला कैप्सूल तैयार किया है जो भारतीय सेना को इन देशद्रोही पत्थरबाजों से निपटने में मदद करेगा। एफएफडीसी के प्रिंसिपल डायरेक्टर शक्ति विनय शुक्ला ने बताया कि इस कैप्सूल से टीयर गन्स से फायर किए जाने के साथ धुआं उठेगा, जिसे बहुत बुरी दुर्गंध उठेगी इस कैप्सूल की गंध को बर्दाश्त करना लोगों के लिए संभव नही है।
सबसे पहले ग्वालियर किया जाएगा इस कैप्सूल का ट्रायल :
डायरेक्टर शक्ति विनय शुक्ला ने कहा कि दुर्गंध फैलाने वाले केमिकल को एक छोटे कैप्सूल में रखा जाएगा। इन कैप्सूल को टीयर गन्स के जरिए फायर किया जा सकता है। आपको बता दें कि ग्लावियर की डिफेंस लैब्रोरेट्री में जल्द ही इसका ट्रायल किया जाएगा। अगर यह ट्रायल सफल होता है तो भारतीय सेना को इससे काफी मदद मिलेगी
रक्षा मंत्रालय ने दी ट्रायल की मंजूरी :
अगर ट्रायल सफल होती है तो बाद भारतीय सेना इसका प्रयोग जम्मू कश्मीर में पत्थरबाजों के खिलाफ कर सकती है। हालांकि माइक्रो मीडियम और स्मॉल इंडस्ट्रीज राज्य मंत्री गिरिराज सिंह को ने इसकी पहल की हैऔर रक्षा मंत्रालय ने इसके ट्रायल को मंजूरी भी दे दी है
स्वास्थ पर कोई असर नहीं :
शहालांकि यह बात साफ है कि लोगों के स्वास्थ्य पर इस दुर्गंध वाले कैप्सूल का कोई बुरा असर नहीं होगा। पर इस की दुर्गंध इतनी भयंकर है कि लोगों के लिए सहन करना संभव नहीं है अब देखना होगा कि क्या यह कैप्सूल भारतीय सेना के लिए कितनी मददगार साबित होगी।