जब अंत निकट आता है तो लोग काशी में आते है – मोदी के काशी दौरे पर अखिलेश की विवादित टिप्पणी
सोमवार को पीएम मोदी ने बनारस पहुंच कर काशी विश्वनाथ धाम का लोकार्पण किया. इस दौरान वह कई अन्य धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भी शिरकत करने पहुंचे. उनके इस दौरे को लेकर सपा प्रमुख और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने तंज कसा है.
ऐसे में जब अखिलेश यादव से पीएम मोदी के लंबे समय तक बनारस में रहने को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा, एक महीना, दो महीना, तीन महीने वही रहें. बहुत अच्छी बात है. वह है ही रहने वाली जगह. लोग वाराणसी में रहने उस समय आते है जब उनका अंत निकट होता है.
अखिलेश यादव के इस बयान के बाद भाजपा ने उनकी घोर निंदा करते हुए कहा कि उनके ताने को ‘सबसे अभद्र’ और ‘बेहूदा’ करार दिया है. बीजेपी ने अखिलेश की तुलना मुगल सम्राट औरंगजेब से कर दी.
बता दें कि, अपने लोकसभा क्षेत्र की दो दिवसीय यात्रा के पहले दिन, मोदी ने काशी विश्वनाथ धाम के पहले चरण का उद्घाटन किया. यह परियोजना मंदिर परिसर को गंगा नदी से जोड़ती है और भक्तों को कई सुविधाएं प्रदान करेगी.
पीएम मोदी ने यहाँ काल भैरव मंदिर में मत्था टेका और फिर गंगा में डुबकी लगाई जहां से उन्होंने काशी विश्वनाथ मंदिर में पूजा के लिए पवित्र जल लिया.
अब ऐसे में जहा राज्य में अगले साल विधानसभा चुनाव होने वाले है इन चुनाव से पहले अखिलेश का ये ब्यान यूपी में राजनीतिक गर्मी बढ़ने की काफी उम्मीद है. हिंदू मान्यताओं के अनुसार, लोगों के लिए अपने जीवन के अंतिम दिन पवित्र शहर बनारस में बिताना शुभ माना जाता है.
अखिलेश यादव के इस बयान के बाद केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने अखिलेश पर निशाना साधते हुए कहा कि, ‘उनकी पार्टी की सरकार ने अयोध्या में ‘कारसेवकों’ पर गोलियां चलाई थीं और “ऐसी क्रूर और असभ्य टिप्पणियां उनकी मानसिकता के बारे में बताती है.’
इसके साथ ही उन्होंने पत्रकारों से कहा कि, ‘अगर उन्हें हिंदू मान्यताओं के बारे में कोई सहानुभूति होती, तो वह काशी विश्वनाथ धाम के उद्घाटन का स्वागत करते, लेकिन उन्हें सिर्फ राज्य के लोगों से वोट की चिंता है. राजनीतिक मतभेद अलग बात है, लेकिन किसी के अंत की कामना करना बेहद ही निंदनीय है. लोग उन्हें जवाब देंगे.’
वहीं दूसरी तरफ केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री ने उसी मानसिकता के साथ बात की, जिस मानसिकता से कारसेवकों पर गोलियां चलाई गईं थीं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, औरंगजेब ने विश्वनाथ मंदिर को नष्ट करने की योजना बनाई थी और अब अखिलेश उनके साथ खड़े है.
बीजेपी के आईटी विभाग के प्रमुख अमित मालवीय ने भी इस बयान पर अपनी प्रतिक्रिता दी है. उन्होंने यादव की टिप्पणियों को “शर्मनाक” बताया और कहा कि उन्होंने उत्तर प्रदेश में आगामी विधानसभा चुनाव हारने की संभावनाओं पर अपना मानसिक संतुलन खो दिया है.
बाद में मीडिया से बातचीत में अखिलेश यादव ने भाजपा पर झूठ बोलने का भी आरोप लगाया और कहा कि उन्हें भगवान के सामने झूठ नहीं बोलना चाहिए. उन्होंने कहा, वह आपके और मेरे सामने झूठ बोलने में माहिर है. मगर भगवान के सामने झूठ बोलने से बचना चाहिए.