सीलबंद पानी पर भी होती है एक्सपायरी डेट, क्या पीने वाला पानी भी एक्सपायर होता है, जानिये
देश-दुनिया में जब लोग घूमने जाते है तो अक्सर अपने साथ एक पानी की बोतल लेकर जाते है. या फिर कहीं से खरीद कर उसे अपने साथ रख लेते है. पहले के समय में लोग कूलकेक या किसी बड़ी बोतल में घर से पानी लेकर अपनी यात्रा पर जाया करते थे मगर अपनी यात्रा को और आसान बनाने के लिए जैसे-जैसे लोगों ने सीलबंद पानी (Sealed Water Bottles) खरीदना शुरू किया वैसे-वैसे इसका मार्केट भी काफी तेजी से बढ़ने लगा. लेकिन सीलबंद पानी का इस्तेमाल करते समय लोग उसके बारे में एक अनोखी बात नहीं जानते है.
वह यह कि पानी की हर एक बोतल पर एक्सपायरी डेट क्यों लिखी होती है. क्या सीलबंद पानी (Sealed Plastic Water Bottles Expiry Date) भी समय के साथ खराब हो जाता है. अगर आपके मन में भी इस तरह का सवाल उठ रहा है तो हम इसका जवाब देते है. दरअसल, सीलबंद पानी में नजर आने वाले एक्सपायरी डेट (Expiry Date on Bottles) के कई मायने होते हैं. उसके लिखे जाने के पीछे भी एक बड़ा राज है. लेकिन आपको बता दें कि वह एक्सपायरी डेट बोतल में बंद पानी की नहीं होती है.
वह एक्सपायरी डेट पानी की बोतल के लिए होती है. चलिए आपकी कंफ्यूजन को हम विस्तार से दूर करते है. आपको बता दें कि, पानी की बोतल पर एक्सपायरी डेट लिखने के कई कारण होते है. इनमे से पहला कारण है सरकारी नियम. जैसे की आप जानते ही होंगे कि खाने-पीने से जुड़े हर सामान के साथ उसकी एक्सपायरी डेट लिखी होती है और ये जरुरी होता है. साथ ही पानी भी इसी कैटेगरी में आता है इसलिए उसकी एक्सपायरी डेट बताई जाती है जिसके बाद पानी पर तो नहीं मगर उस बोतल पर असर पड़ने लगता है.
प्लास्टिक से रहता है खतरा
सीलबंद पानी को जिन प्लास्टिक से बनी बोतल में पैक किया जाता है. उसके दाम कम करने के लिए उनकी क्वालिटी कम कर दी जाती है. इस वजह से इन बोतल में रखा हुआ पानी ज्यादा दिनों तक साफ नहीं रह सकता है.
ऐसा इसलिए क्योकि अगर इन प्लास्टिक की बोतलों को लंबे वक्त तक धूम या गर्म तापमान में रखा जाए तो इनमें से नुकसानदायक प्लास्टिक के कण और केमिकल उस पानी में घुलने लगते है. इन्ही में से एक biphenyl A से महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर होने का खतरा भी कई गुना तक बढ़ जाता है. वहीं दूसरी तरह पुरुषों में बांझपन का खतरा बढ़ जाता है. इसी वजह से बोतलों पर प्लास्टिक की एक्सपायरी डेट लिखी होती है.
इसलिए अगली बार पानी की बोतल खरीदने से पहले या उसे इस्तेमाल करने से पहले कई बार सोच ले. या खरीदी भी है तो उसे एक बार इस्तेमाल करने के बाद फेंक दें. दोबारा से उसका इस्तेमाल न करे. अमूमन भारत में लोग प्लास्टिक की बोतल का कई बार इस्तेमाल कर लेते है. जोकि उनके स्वास्थ के लिए भी हानिकारक होता है.