तो इस वजह से भारत से युद्ध करने से डर रहा है चीन, जरूर जाननी चाहिए आपको इसकी वजह…
भारत और चीन के बीच तनाव काफी बढ गया है। दोनों देशों के बीच युद्ध जैसे हालात पैदा हो गए हैं। चीन भारत को पहले हमला करने के लिए उकसा रहा है। भारत भी चीन की हर गतिविधि पर नजरे टिका कर बैठा है पर भारत पहले हमला करने जैसी बडी गलती नहीं करना चाहता। लेकिन अगर चीन पहले हमला करता है तो भारत भी पीछे नहीं हटने वाला। 1962 से लेकर 2017 तक काफी बदलाव आ गया है। भारत की सैन्य शक्ति भी काफी मजबूत हुई है। चीन के पास सेना शक्ति भले ही जादा हो लेकिन कुछ वजह हैं जिनके कारण चीन, भारत से युद्ध करने से डर रहा है वह कौन सी वजह है आई आपको बताते हैं
भारत का अमेरिका के साथ मजबूत रिश्ता :
यह बात तो हम सभी जानते हैं कि चीन और अमेरिका एक दूसरे के बिल्कुल विरोधी है। अमेरिका और भारत के मजबूत रिश्तो को देखकर चीन बौखला गया है। भारत और अमेरिका की दोस्ती चीन को बिल्कुल पसंद नहीं आ रही हिंद महासागर में भारत और अमेरिका की सक्रियता से भी चीन खासा नाराज है।लेकिन चीन की ये आदत बन चुकी है कि जब कोई देश उसकी हरकतों के खिलाफ आवाज उठाता है तो वो किसी की नहीं सुनता। यहीं कारण है की हिंद महासागर में चीन अपनी नौसेना की मौजूदगी बढ़ाता जा रहा है। लेकिन भारत ने भी चीन का मुंहतोड़ जवाब देने के लिए पूरी तैयारियां कर रखी है।
भारत की ताकत बढी :
भारत दिन प्रतिदिन अपनी ताकत मे ईजाफा कर रहा है। जो चीन को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं हो रहा। भारत ने अपनी सीमाओं को पहले के मुकाबले ज्यादा सुरक्षित किया है। अग्नि-4, अग्नि-5 जैसी मिसाइलों और अमेरिका, रूस समेत दुनिया के प्रमुख देशों के साथ बडें समझौतों के जरिए हमने अपनी ताकत में भी इजाफा किया है। भारत के पास एक से बढ़कर एक हथियार हैं जो चीन को धूल चटाने में सक्षम है।भारत की लगातार बढती ताकत चीन से सहन नहीं हो रही।
भारत और चीन की सैन्य क्षमता :
अगर भारत और चीन की सैन्य क्षमता की तुलना करें तो बेशक चीन की ताकत ज्यादा हो लेकिन लडाई सिर्फ सैन्य क्षमता के बल पर नही जीती जाती। उसके लिए हालात और परिस्तिथि देखी जाती है जो दोनुं ही भारत के पक्ष में है। हिमालय से सटी जो सरहदे हैं, वहां पर चीन की काबिलियत इतनी नहीं है कि वो इतनी जल्दी इतने सैनिक भेजकर भारत को परास्त कर सकें। मौजूदा समय में चीन दक्षिण चीन सागर समेत कई मोर्चों पर घिरा हुआ है। अगर वह भारत पर पहले हमला करता है तो चीन को ताईवान और जापान जैसे नए दुश्मनों का सामना भी करना पड सकता है।