शहीद कुलदीप को मुखाग्नि देकर दिन भर से खामोश पत्नी यश्वनी चिल्ला पड़ी I Love You कुलदीप
2 साल पहले हुई थी शादी, पति को विदाई देते वक़्त कई बार चिल्लाई पत्नी I Love You कुलदीप
शहीद कुलदीप राव की अंत्येष्टि शनिवार को उनके पैतृक गांव घरडाना खुर्द में की गई. इससे पहले एयरफोर्स के हेलीकॉप्टर द्वारा दिल्ली से शहीद कुलदीप राव की पार्थिव देह को झुंझुनूं लाया गया था. झुंझुनूं में हवाई पट्टी पर शहीद को गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया. बाद में उन्हें श्रद्धाजंलि अर्पित की गई. इसके बाद झुंझुनूं मुख्यालय से शहीद कुलदीन राव की देह को उनके गांव घरडाना खुर्द ले जाया गया. घरडाना खुर्द झुंझुंनूं से लगभग 40 किलोमीटर की दुरी पर है. इस दौरान उनके गाँव तक 40 किलोमीटर तक लंबी तिरंगा यात्रा निकाली गई.
इस दौरान शहीद कुलदीप की पत्नी यश्वनी दिनभर सब्र के साथ बंधी रही. मगर जबी वीरांगना यश्वनी ने अंत्येष्टि के समय जब ‘जय हिन्द’ के साथ ‘आई लव यू कुलदीप ‘ कहा तो वहां मौजूद हर किसी का दिल टूट गया. हर किसी की आखों से आंसू बहने लगे. पूरा माहौल आसुओं से भर गया.
शहीद कुलदीप की झुंझुनूं से शुरू हुई तिरंगा यात्रा में हजारों लोग शामिल हुए थे. रास्ते में जगह-जगह शहीद को श्रद्धाजंलि दी गई. फूल बरसाये गये और ‘जब तक सूरज चांद रहेगा, कुलदीप तेरा नाम रहेगा’ के जयकारों से आसमान गुंजायमान हो उठा. भावुक हुये लोगों ने भारी मन से अपने लाडले को अंतिम विदाई दी.
इस तिरंगा यात्रा के दौरान रास्तेभर में देशभक्ति के गीत गूंजते रहे. अंत्येष्टि स्थल पर लोगों का जबर्दस्त जनसैलाब उमड़ा हुआ था. ओस दौरान हर कोई भावुक नजर आ रहा था. अंत्येष्टि के दौरान भारत माता के जयकारे लगते रहे.
पति को मुखाग्नि देने के बाद शांत दिख रही वीरांगना यश्वनी ने पहले उनको सैल्यूट किया. फिर बहुत जोर से जय हिंद कहा. इस दौरान वीरांगना के सब्र का बांध पूरी तरह से टूट गया. यश्वनी तीन बार लगातार आई लव यू, आई लव यू कहते हुये रो पड़ी. यह देखकर परिजन और वहां मौजूद अन्य लोगों ने उनको संभाला.
शहीद कुलदीप राव का जन्म 19 जनवरी 1992 में हुआ था. कुलदीप के पिता रणधीर सिंह भी नौसेना से सेवानिवृत्त हैं. कुलदीप 1 जनवरी 2015 में एयरफोर्स के फ्लाइंग ऑफिसर के पद पर भर्ती हुए थे. पिता की पोस्टिंग के चलते मुंबई में ही बीएससी-आईटी की पढ़ाई की. फिर वायुसेना में भर्ती हो गए है. 19 नवम्बर 2019 को इनकी शादी मेरठ की यशस्वी ढाका से हुई.
शहीद पायलट कुलदीप अपने माता-पिता के इकलौते बेटे थे. वे इंडियन एयरफोर्स के सीडीएस बिपिन रावत के हेलीकॉप्टर के को-पायलट थे. उनके ग्रुप कैप्टन पीएस चौहान थे. कुलदीप राव अभीता इंडियन कोस्ट गार्ड में डिप्टी कमांडेंट के पद पर कार्यरत है. मां कमला देवी हाउसमेकर हैं. कुलदीप की शहादत के बाद घरड़ाना खुर्द में गमगीन माहौल है.
क्रिकेट खेलने के शैकीन थे कुलदीप
चचेरे भाई राजेंद्र राव ने बताया कि उनका स्वभाव बहुत ही सरल व मिलनसार था. कोई भी उनके पास मिलने जाता था तो वह उसका इतना मान रखते थे कि जाने को मन भी नहीं करता था. उनको क्रिकेट खेलने का शौक था. स्कूल लेवल तक क्रिकेट खेला भी है.