शहडोल के राज परिवार से जुडी थी मधुलिका रावत की जड़ें, ज़िन्दगी से मौत तक नहीं छोड़ा पति का साथ
कुछ यूं बीता था मधुलिका का शुरुआती जीवन। फ़िर बनी बिपिन रावत की संगिनी...
बीते दिनों एक हादसे ने देश को गहरा ज़ख्म दिया। जी हां इतना ही नहीं नियति ने भी क्रूर अन्याय किया और ऐसे में देश ने एक जांबाज जनरल और उनकी पत्नी को सदा-सदा के लिए खो दिया। गौरतलब हो कि हेलीकॉप्टर क्रैश की वज़ह से जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका का दुःखद निधन हो गया। वहीं जब दिल्ली के बरार स्क्वायर शवदाह गृह में जनरल रावत और मधुलिका मैडम की दोनों बेटियों कृतिका और तारिणी ने उनको आखिरी विदाई दी तो भावनाओं का ज्वार उमड़ पड़ा।
बता दें कि देश को भावुक कर देने वाले इस पल में कोई अपने आंसू नहीं रोक पाया और जनरल बिपिन रावत के साथ उनकी पत्नी मधुलिका हमेशा साए की तरह रहीं और उनकी मुस्कान अब हर किसी को कचोट रही है, उनकी अमर प्रेम कहानी हर किसी को झकझोर रही है और हर जानने वाला कहता यही है कि मधुलिका मैम बहुत याद आएंगी। आइए ऐसे में हम आप सभी को आज रूबरू कराते हैं मधुलिका से जुड़ी कुछ विशेष बातों के बारे में…
बता दें कि यह अक्सर आपने सुना होगा कि कहते हैं कि कुछ ऐसे रिश्ते होते हैं जो जीते जी तो साथ रहते हैं। इसके अलावा मरते भी हैं तो साथ में। जी हां ऐसा ही कुछ अजीब संयोग बना मधुलिका रावत और जनरल बिपिन रावत के बीच। गौरतलब हो कि मधुलिका हमेशा जनरल रावत के साथ साए की तरह रही और मरने के बाद भी उनका साथ नहीं छोड़ा। ऐसे में इससे सच्चा प्यार और भला क्या हो सकता है?
मालूम हो कि सीडीएस जनरल बिपिन रावत की पत्नी मधुलिका रावत उसी हेलिकॉप्टर में सवार थीं। जो 8 दिसंबर 2021 को तमिलनाडु के कुन्नूर में दुर्घटनाग्रस्त हुआ और वह आर्मी वाइव्स वेलफेयर एसोसिएशन की अध्यक्ष थीं। इसके अलावा मधुलिका की शादी बिपिन रावत से तब हुई थी जब वह आर्मी में कैप्टन थे।
कुछ यूं बीता था मधुलिका रावत का शुरूआती जीवन …
मालूम हो कि मधुलिका रावत का जन्म देश के दिल मध्य प्रदेश के शहडोल जिले में हुआ था। वह एक भारतीय सामाजिक कार्यकर्ता और मीडिया से संबंधित हस्ती थीं। गौरतलब हो कि मधुलिका रावत ने अपनी स्कूली शिक्षा ग्वालियर के सिंधिया कन्या विद्यालय से प्राप्त की थी और फिर दिल्ली विश्वविद्यालय से मनोविज्ञान में पढ़ाई पूरी की।
मधुलिका के पिता मृगेंद्र सिंह शाडोल जिले के सोहागपुर रियासत के रियासतदार थे और वह 1967 और 1972 के बीच में कांग्रेस के विधायक भी थे। वहीं मधुलिका ने साल 1986 में बिपिन रावत से शादी की थी और तभी से वो दोनों साथ में थे।
शादी के बाद मधुलिका का जीवन…
वहीं जानकारी के लिए बता दें कि साल 1986 में जब मधुलिका ने बिपिन रावत से शादी की। तब वो भारतीय सेना में एक जनरल के पद पर थे। वहीं शादी के बाद, मधुलिका ने अपने पति के बिना कई साल बिताए क्योंकि वह कुछ महत्वपूर्ण क्षेत्रों में तैनाती पर थे। इसके बाद में बिपिन रावत अपने परिवार को साथ ले गए। गौरतलब हो कि मधुलिका हमेशा दूसरों की मदद करना चाहती थीं ।
इसलिए, वह कई एनजीओ और वेलफेयर सोसाइटी के लिए भी काम करती थीं और उनका मुख्य उद्देश्य सेना के जवानों की पत्नियों की मदद करना था इसलिए वह डिफेंस वाइव्स वेलफेयर एसोसिएशन की अध्यक्ष भी बनीं थीं।
दो बेटियों की मां बनी मधुलिका…
बता दें कि जनरल रावत और मधुलिका की दो बेटियां हैं। बड़ी बेटी का नाम कृतिका रावत है। उनकी शादी मुंबई में हुई है। वहीं छोटी बेटी का नाम तारिणी है और वो अभी पढ़ाई कर रही हैं। वे दिल्ली में अपने माता-पिता के साथ ही रहती थीं।
दूसरों की मदद के लिए सदैव तत्पर रहती थीं मधुलिका…
वहीं मालूम हो कि मधुलिका आर्मी वाइव्स वेलफेयर एसोसिएशन की अध्यक्ष थीं , जो रक्षा सदस्यों के परिवारों के कल्याण के लिए काम करती रही और शहीद सैनिकों के परिवारों के समर्थन और उत्थान में काम करती रही। बता दें कि मधुलिका ‘वीर नारीज’ जैसे एन जी ओ से भी जुड़ी हुई थीं जो सैन्य कर्मियों की विधवाओं, विकलांग बच्चों और कैंसर रोगियों की मदद करती रही।
वहीं मधुलिका जी का पूरा जीवन दूसरों की सेवा और जरूरतमंदों की मदद में गुजर गया। उन्होंने महिलाओं को टेलरिंग, ब्यूटीशियन, चॉकलेट बनाने जैसे कामों की ट्रेनिंग के लिए प्रोत्साहित किया।