पीएम मोदी ने इजरायली पीएम नेतन्याहू को दिया केरल का ऐतिहासिक तोहफा!
यरूशलम: प्रधानमंत्री कल से ही अपने इजरायल दौरे पर हैं। पीएम मोदी अपनी सरकार में विदेश नीति मजबूत करने पर सबसे ज्यादा जोर देते हैं। उनका मानना है कि कोई भी देश बिना मित्र देशों में आगे नहीं बढ़ सकता। ऐसे में अन्य देशों से मित्रता बहुत जरुरी है। किसी भी अन्य देश से मित्रता करने के लिए उनके यहाँ जाना जरुरी है और उन्हें अपने यहाँ बुलाना भी। pm modi gave netanyahu a unique gift.
पीएम मोदी ने सत्ता संभालते ही कई देशों का दौरा करके उनसे अच्छे सम्बन्ध बना लिए हैं। आपको जानकर काफी हैरानी होगी कि पीएम मोदी पहले भारतीय प्रधानमंत्री हैं जो इजरायल की यात्रा कर रहे हैं। मतलब आजतक कोई भी भारतीय प्रधानमंत्री इजरायल की यात्रा पर नहीं गया था। 2015 में प्रणव मुखर्जी इजरायल की यात्रा करने वाले पहले राष्ट्रपति थे।
पीएम मोदी ने नेतन्याहू को भेंट के रूप में तांबे की दो प्लेटों के अलग-अलग सेट दिए:
The second set of copper plates is believed to be the earliest documentation of the history of Jewish trade with India. pic.twitter.com/GmWGQPHp1M
— PMO India (@PMOIndia) July 4, 2017
प्रधानमंत्री आज यरूशलम में इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू से मिले और उन्हें केरल से ले जाया गया ऐतिहासिक अवशेषों के दो सेट तोहफा के रूप में दिया। पीएम मोदी द्वारा दिए गए ये सेट भारत में यहूदी धर्म के लम्बे इतिहास से जुड़े पुरावशेष हैं। पीएम मोदी ने नेतन्याहू को भेंट के रूप में तांबे की दो प्लेटों के अलग-अलग सेट दिए। ऐसा माना जाता है कि ये नौवीं और दशवीं सदी के आस-पास अंकित किया गया था।
इस प्लेट पर हिन्दू राजा चेरामन पेरूमल द्वारा यहूदी नेता जोसेफ रब्बन को अनुवांशिक पर दिए गए विशेषाधिकारों का वर्णन है। जोसेफ रब्बन को बाद में शिंगली का राजकुमार बना दिया गया। शिंगली को एक महत्वपूर्ण स्थान माना जाता है। यह कोदन्गुल्लूर के समकक्ष है। कोदन्गुल्लूर में सदियों से यहूदी लोग धार्मिक और सांस्कृतिक स्वायत्तता का आनंद ले रहे हैं। यहाँ से वे कोचीन और मालाबार के अन्य स्थानों पर चले गए।
प्लेट देती है भारतीय व्यापार संघों के बारे में जानकारी:
तांबे की दूसरी प्लेट पर यहूदियों के साथ भारत के व्यापार के इतिहास का प्राचीन दस्तावेजीकरण है। इस प्लेट से स्थानीय हिन्दू राजा द्वारा चर्च को दिए गए जमीन और कर सम्बन्धी अधिकारों के बारे में बताती है। इसके साथ ही यह प्लेट कोल्लम से पक्षिमी एशिया के साथ होने वाले व्यापार और भारतीय व्यापार संघों के बारे में भी जानकारी देती है। यह प्लेट केरल के तिरुवाला स्थित मलंकर मार थोमा सीरियन चर्च के सहयोग से प्राप्त की गयी है।