जानिये क्या करती हैं CDS बिपिन रावत की बेटियां, एक साथ उठ गया उन के सर से मां बाप का हाथ
तमिलनाडु के कुन्नूर में हेलिकॉप्टर हादसे में भारत ने न सिर्फ़ पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ को खो दिया। बल्कि दो बेटियां ऐसी भी हैं जिन्होंने एक झटके में अपने माता-पिता दोनों को ही खो दिया है। जी हां हेलिकॉप्टर हादसे में जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत 13 लोगों की मौत हो गई। वहीं इस हादसे ने देश से एक और बहादुर सपूत को छीन लिया।
ऐसे में देश उनकी मौत से सदमे में है। लोग नम आंखों से अपने इस जाबांज सिपाही को अलविदा कह रहे हैं। वहीं बिपिन रावत और उनकी पत्नी की मौत के बाद बच्चों के सिर से माता-पिता दोनों का साया उठ गया है। आइए ऐसे में जानते हैं उनकी दोनों बेटियों के बारे में…
बता दें कि बीते दिन सीडीएस स्टाफ समेत 14 लोगों को ले जाते समय सेना का हेलिकॉप्टर दोपहर में क्रैश हुआ था। वहीं CDS जनरल बिपिन रावत ने अपनी जांबाजी, वीरता, अदम्य साहस, रणनीतिक कौशल, दूरदर्शी फैसलों से भारतीय सेना को नई ताकत दी थी और अब देश उन्हें नम आंखों से कह रहा है, ‘अलविदा जांबाज जनरल।’ लेकिन अब हम बात उनके परिवार की करें तो पति-पत्नी के दुःखद निधन के बाद उनके परिवार में दो बेटियां हैं।
वहीं मालूम हो कि CDS जनरल बिपिन रावत की दोनों बेटियों के कंधे पर अब एक बड़ा भार आ गया है। एक तरफ पिता को कंधा देना है तो दूसरी ओर से मां को और मालूम हो कि सीडीएस जनरल बिपिन रावत और मधुलिका रावत की दो बेटियां हैं- कीर्तिका और तारिणी। कीर्तिका जनरल की बड़ी बेटी हैं और उनकी शादी हो चुकी है। जबकि तारिणी छोटी बेटी हैं और वह दिल्ली में रहती हैं और दिल्ली हाई कोर्ट में प्रैक्टिस कर रही हैं।
वहीं इस दुखद हादसे ने सीडीएस बिपिन रावत की दोनों बेटियों के सिर से माता-पिता का साया छीन लिया है और दोनों बेटियों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। गौरतलब हो कि बुधवार देर शाम वायुसेना ने बताया कि हेलिकॉप्टर क्रैश में बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत समेत 13 लोगों का निधन हो गया।
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पत्नी मधुलिका रावत की भी हुई मौत…
वहीं इस हादसे में उनकी पत्नी मधुलिका रावत की भी मौत हो गई है। बिपिन रावत की पत्नी मधुलिका रावत आर्मी वेलफेयर से जुड़ी हुईं थीं। वो लंबे वक्त से सामाजिक कामों में जुड़ी थीं और 2018 से ही वो आर्मी वुमनवेलफेयर एसोसिएशन की अध्यक्ष भी थीं। ऐसे में बिपिन रावत और उनकी पत्नी के निधन के बाद अब परिवार में दोनों बेटियां हैं, जिनपर सारी जिम्मेदारी आ गई है।
सेना से रावत परिवार का पुराना नाता…
अब बता दें कि बिपिन रावत का परिवार कई पीढ़ियों से भारतीय सेना से जुड़ा है। उनके पिता लक्ष्मण सिंह लेफ्टिनेंट जनरल के पद से रिटायर हुए थे। जबकि उनकी मां उत्तरकाशी के पूर्व विधायक किशन सिंह परमार की बेटी थीं। बिपिन रावत ने अपनी पढ़ाई देहरादून से की, जिसके बाद वो एनडीए और फिर आईएमए देहरादून पहुंचें। उन्होंने मेरठ यूनिवर्सिटी से मिलिट्री मीडिया स्ट्रैटजिक स्टडीज में पीएचडी की और उन्होंने 1978 में सेना जॉइन की थी।
लोगों ने कहा ‘मैन ऑफ सर्जिकल स्ट्राइक’ को देश ने खोया…
आख़िर में बता दें कि देश के साथ ही साथ विदेशों में भी जनरल रावत के निधन के बाद शोक की लहर दौड़ गई है। वहीं आतंकवाद ने जब भी पाकिस्तान की तरफ से मुंह उठाने की कोशिश की, तब सैन्य अधिकारी रहते, उप सेना प्रमुख रहते, सेना प्रमुख रहते और फिर देश के सबसे शक्तिशाली सैन्य कमांडर बनने तक हमेशा जनरल बिपिन रावत ने आतंकवाद को खत्म करने के लिए अहम कदम उठाएं।
वहीं बात रावत जी को मिलें पुरस्कारों की करें तो उन्हें परम विशिष्ट सेवा मेडल, उत्तम युद्ध सेवा मेडल, अति विशिष्ट सेवा मेडल, युद्ध सेवा मेडल, सेना मेडल जैसे तमाम वीरता के पदक प्राप्त हुए। उन्हें कश्मीर में आतंकियों के ‘ऑलआउट कार्यक्रम’ और सर्जिकल स्ट्राइक के लिए भी याद किया जाएगा। इतना ही नहीं उनके निधन पर लोगों ने कहा कि हमने ‘मैन ऑफ सर्जिकल स्ट्राइक’ खो दिया।