अखिलेश की गाड़ी में चलने से कोई आपत्ति नहीं, योगी ने 3.5 करोड़ की नई मर्सिडीज लेने से किया इनकार!
लखनऊ: सीएम योगी को उत्तर प्रदेश की सत्ता संभाले हुए 100 दिन पुरे हो चुके हैं। इस दौरान उन्होंने प्रदेश के विकास के लिए कई नए कदम उठाये। उन्होंने प्रदेश की खस्ता हालत पर अखिलेश और मायावती को जिम्मेदार ठहराया। सीएम योगी ने प्रदेश की महिलाओं को सुरक्षित महसूस करवाने के लिए एंटी रोमियो दल की स्थापना की।
गौ रक्षा के नाम पर हो रहे हमलों पर भी सीएम योगी ने जमकर निशाना साधा। प्रदेश की कानून व्यवस्था को मजबूत करने के लिए उन्होंने कई पुराने ऑफिसरों का तबादला कर दिया। प्रदेश में धर्म और जाति के नाम पर की जाने वाली राजनीति को बंद करने की पहल बीजेपी ने ही शुरू की। सीएम योगी ने प्रदेश के विकास के लिए खुद के ऊपर कम से कम खर्च करने का भी दावा किया है।
सीएम योगी को नहीं है भौतिक चीजों का मोह:
हर मुख्यमंत्री को नई गाड़ी और काफी सुरक्षा दी जाती है। लेकिन सीएम योगी की राजशाही खानदान से नहीं हैं। वह जनता के सेवक हैं साथ ही वह एक मठ के मुखिया भी हैं। योगी व्यक्ति को ज्यादा भौतिक चीजों का मोह नहीं होता है। वह मखमल के गद्दे पर सोने की बजाय तख़्त पर सोना पसंद करते हैं। ऐसे में वह 3.5 करोड़ की मर्सिडीज कैसे ले सकते थे।
जी हाँ सीएम योगी ने 3.5 करोड़ की 2 मर्सिडीज को लेने से इनकार कर दिया। राज्य संपत्ति विभाग ने सीएम योगी के सामने 2 नई 3.5 करोड़ की नई मर्सिडीज एसयूवी खरीदने के प्रस्ताव के लिए फाइल भेजी। जिसे सीएम योगी ने ख़ारिज कर दिया। जब सीएम योगी से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की पुरानी गाड़ी में चलने से उन्हें कोई आपत्ति नहीं है।
जनता की कमाई को नहीं खर्चना चाहते ऐशो-आराम पर:
आपको जानकारी के लिए बता दें इस समय सीएम योगी इस गाड़ी से चलते हैं, वह लगभग 5 साल पुरानी है। इससे पहले सीएम योगी अपने कैबिनेट मंत्रियों के लिए भी महँगी गाड़ी खरीदने के प्रस्ताव को ख़ारिज कर चुके हैं। मंत्रियों के लिए फोर्चुनर गाड़ी खरीदी जाने वाली थी, लेकिन सीएम योगी ने इनोवा गाड़ी खरीदने का आदेश दिया है। वह जनता के खून-पसीने की कमाई अपने और मंत्रियों के ऐशो-आराम पर नहीं खर्च करना चाहते हैं।