दुनिया का 90 प्रतिशत मुस्लिम जनसंख्या वाला यह बडा देश है रामायण का दीवाना, राम को मानता है अपना नायक जानिए इस देश के बारे में…
रामायण हिंदू धर्म का सबसे बडा धार्मिक ग्रंथ है। भारत का लगभग हर आदमी रामायण की कहानी से भली-भांति परिचित है। श्री राम को हिंदू धर्म का सबसे बडा देवता माना जाता है और देश में सभी हिंदू भगवान श्री राम की पूजा-अर्चना करते हैं। हर साल देश में रामलीला बड़े धूमधाम से मनाई जाती है लेकिन क्या आप जानते हैं रामायण केवल भारत में ही प्रसिद्ध नहीं है एक और भी देश है जो रामायण में काफी रुचि रखता है और वहां भी भगवान श्री राम की पूजा होती है आइए आपको बताते हैं वह देश कौन सा है. muslim country believes in ramayan.
इंडोनेशिया में होती है भगवान राम की पूजा :-
यह एक मुस्लिम देश है जहां सबसे ज्यादा मुसलमान रहते हैं। लेकिन मुस्लिम देश होते हुए भी इस देश में रामायण को पवित्र माना जाता है। यह देश दक्षिण पूर्व एशिया में स्थित है। और इस देश की आबादी तकरीबन 23 करोड़ है। यहां की सरकार ने 1973 में एक अंतर्राष्ट्रीय रामायण सम्मेलन का आयोजन करवाया था। यह एक बड़े सत्र का आयोजन था जिसमें लोगों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया था जिसकी वजह से लोगों को रामायण की विशेषता के बारे में पता चला और यहां के लोग रामायण को पवित्र मान कर पूजा करते है। भारत की तरह इंडोनेशिया का भी यह बहुत बड़ा ग्रंथ है।
भारत और इंडोनेशिया की रामायण में क्या अंतर है :-
श्री राम का जन्म भारत की एक छोटी सी नगरी अयोध्या में हुआ था लेकिन आपको जानकर आश्चर्य होगा कि इंडोनेशिया में भी एक ऐसा स्थान है जिसे लोग “योग्या” के नाम से जानते हैं। हमारी और इंडोनेशिया की रामायण में थोड़ा बहुत अंतर भी है यहां के लोग राम कथा को ककनिन, या ‘काकावीन रामायण’ नाम से जानते है। भारत में रामायण के रचियता आदिकवि ऋषि वाल्मिकी हैं, तो वहीं इंडोनेशिया में इसके रचियता कवि योगेश्वर हैं। इतिहासकारों बताते हैं कि इस की रचना 9 वीं सदी में हुई थी। भारत में रामायण संस्कृत भाषा में लिखी गई है जबकि इंडोनेशिया में इसकी रचना “कावी” भाषा में हुई है।
इंडोनेशिया की रामायण से जुड़ी कुछ और खास बातें :-
इंडोनेशिया में सीता को ‘सिंता’ कहकर बुलाते है। यहां नौ सेना के अध्यक्ष को लक्ष्मण कहा जाता है। और हनुमान तो इंडोनेशिया के सर्वाधिक लोकप्रिय पात्र है। यहां के लोग हनुमान को बहुत ज्यादा पसंद करते हैं इंडोनेशिया में हनुमान बहुत ज्यादा लोकप्रिय है। 90 प्रतिशत मुस्लिम जनसंख्या वाला यह देश 27 दिसंबर को बड़ी तादाद में राजधानी जकार्ता की सड़कों पर युवा हनुमान जी का वेश धारण कर सरकारी परेड में शामिल होते हैं। हनुमान को इंडोनेशिया में ‘अनोमान’ कहा जाता है। यहां पर रामायण स्कूली शिक्षा का भी एक अहम हिस्सा है।