चांदी की ट्रेन, शाही महल, 3500 किलो के झूमर सहित इन 5 बेशकीमती चीजों के मालिक है सिंधिया
ज्योतिरादित्य सिंधिया की पहचान पहले कांग्रेस के दिग्गज़ नेता के रूप में होती थी. फिर वे भारतीय जनता पार्टी के नेता बने. जबकि अब वे केंद्र सरकार में नागरिक उड्डयन मंत्री हैं. हाल ही में मोदी सरकार से वे जुड़े हैं. सिंधिया भारतीय राजनीति का एक दिलचस्प किरदार माने जाते हैं. वे सिंधिया राजपरिवार के वारिस हैं और देश के सबसे रईस सांसद की सूची में भी शामिल है.
बता दें कि ज्योतिरादित्य सिंधिया कांग्रेस के दिवंगत राजनेता और भारत के पूर्व केंद्रीय मंत्री माधवराव सिंधिया के बेटे हैं. सिंधिया लोगों के बीच ‘महाराज’ नाम से भी लोकप्रिय हैं. सिंधिया का जन्म 1 जनवरी 1971 को मुंबई में हुआ था.
50 साल के हो चुके सिंधिया ने अपनी संपत्ति 400 करोड़ रुपये से ज्यादा घोषित की थी. ऐसे में आइए आज आपको सिंधिया के पास मौजूद उन 5 चीजों के बारे में बताते हैं जिनकी कीमत का अंदाजा लगना भी आम आदमी के वश की बात नहीं है. सिंधिया की ये 5 चीजें बहुत ही ख़ास और बेशकीमती है.
विरासत में मिला ‘जयविलास महल’…
सिंधिया के इस महल को देखने के बाद उनकी रईसी का अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है. सिंधिया को यह महल विरासत में मिला है.
देखने वाले इस महल की भव्यता और ख़ूबसूरती को देखते ही रह जाते हैं और इसकी कीमत का तो अंदाजा भी लगाना बेहद मुश्किल है. इस महल का नाम ‘जयविलास महल’ है और यह ग्वालियर में बना हुआ है.
60 के दशक की बीएमडब्लू इसेट्टा, कीमत करोड़ों में…
सिंधिया के पास 60 के दशक की एक बीएमडब्लू इसेट्टा भी हैं. 1960 मॉडल की यह तीन पहिया कार है. बता दें कि इस विंटेज कार की कीमत लाखों में नहीं बल्कि करोड़ों में आंकी जाती है. यह Isetta (इसेट्टा) इटैलियन डिजाइन वाली एक माइक्रोकार है. सिंधिया को यह कार भी विरासत में मिली है.
‘समुद्र महल’ में दो लग्जरी फ़्लैट…
यूं तो सिंधिया के पास बेशकीमती ‘जयविलास’ महल’ है हालांकि उन्होंने मुंबई में भी दो बेशकीमती फ़्लैट खरीद रखें हैं. उनके पास मुंबई की बेहद पॉश सोसायटी समुद्र महल में ये फ़्लैट है. यह ईमारत समुद्र के ठीक पास बनी हुई है. बता दें कि यह सोसायटी एक चर्चित सोसायटी है.
चांदी की ट्रेन परोसती है खाना…
अब जरा कल्पना कीजिए चांदी से निर्मित ट्रेन आपको खाना परोसकर जाए तो आपको कैसा लगेगा. ज्योतिरादित्य सिंधिया को यह सुख भी प्राप्त हुआ है. सिंधिया का महल जितना बाहर से भव्य और सुंदर दिखता है भीतर से भी वो काफी ख़ूबसूरत है और इसमें डाइनिंग हॉल की तो बात ही क्या. इस तरह के डाइनिंग हॉल की कल्पना ही करना हर किसी के वश की बात नहीं है.
यह 40 सीटों वाला आलीशान डाइनिंग टेबल है. सबसे ख़ास बात यह है कि टेबल पर एक छोटी सी रेलवे लाइन बिछी है और उस पर एक चांदी की ट्रेन से खाना परोसा जाता है.
‘जयविलास महल’ में लगा 3500 किलो का झूमर…
3500 किलो का झूमर. जी हां…सिंधिया के महल में साढ़े तीन हजार किलो चांदी से बना एक आलीशान झूमर लगा हुआ है. इसे लगाने से पहले हाथियों से छत की मजबूती का अंदाजा लगाया गया था. यह झूमर भी सिंधिया के महल के भीतर की शोभा बढ़ाता है.