इस एक्ट्रेस को देख महिलाये अपने पतियों को छुपा देती थी, डोरे डालने में थी मशहूर
बॉलीवुड इंडस्ट्री में कई ऐसी एक्ट्रेस रही है जो कई सालों बाद पूरी तरह से फिल्मों से गायब हो चुकी है. लेकिन लोगों के जहन में आज भी वह पहले जैसी बनी हुई है. इन एक्ट्रेसेस का चार्म ऐसा था कि आज भी लोग उन्हें याद करते है. इन्ही एक्ट्रेस में से एक है बिंदू. बिंदू (Bindu) ने 70 के दशक में लोगों के दिलों पर एक अमिट छाप छोड़ी. जिसे लोग चाह कर भी नहीं भूल सकते है. उनके द्वारा किये गए डांस नंबर्स और वैंप के किरदार आज भी लोगों के दिलों-दिमाग में जिन्दा है.
आपको बता दें कि 50 साल के अपने फ़िल्मी करियर में बिंदू ने खूब वैंप वाले किरदार अदा किये है. मगर कुछ किरदार ऐसे थे जो एक्ट्रेस पर ही भारी पड़ गए.
एक्ट्रेस ने एक इंटरव्यू में अपने करियर पर खुलकर बात की. इसमें उन्होंने बताया कि फिल्मों में नकारात्मक किरदार अदा करने का उनके असल जीवन में क्या प्रभाव पड़ा. बिंदू ने बताया कि कुछ किरदारों के कारण लोग उन्हें असल जिंदगी में भी वैंप समझने लगे थे और उन्हें गालियां तक देने लगे थे. इतना ही नहीं महिलाएं अपने पतियों तक को उनसे छिपाकर रखने लगी थीं.
बिंदू ने बताया कि, ‘जब उनके मेल फैंस मुझसे मिलने आते थे तो उनकी पत्नियां उन्हें मुझसे दूर कर देती थी. उन्हें डर लगता था कि ये डोरे डालेगी. लेकिन आज के समय में लोग रील और रियल के बीच अंतर समझ चुके है. रियल लाइफ में मेरा दिल बहुत ही सॉफ्ट है. अगर किसी को मेरी वजह से बुरा लगता है तो मुझे बहुत ही बुरा लगता है.’
इस इंटरव्यू के दौरान जब बिंदू से पूछा गया कि फिल्मों में निभाए वैंप के किरदारों का उनकी असल जिंदगी पर कोई असर हुआ. इसके जवाब में एक्ट्रेस ने कहा हां. उन्होंने बताया कि, एक बार मैं और राखी पब्लिक में प्यार से गले मिल रहे थे. इसी दौरान मैंने भीड़ में से किसी को कहते सुना,’राखी, बिंदू से गले क्यों मिल रही है. लोगों को लगा कि मैं बहुत बुरी हूँ. लोग गालियां तो देते थे थियेटर में भी.
लेकिन मैंने उन्हें तारीफों के रूप में लिया. वह गालियां मेरा अवार्ड थी. प्राण साहब के साथ ‘राज़ की बात कह दूं तो’ कव्वाली के दौरान दर्शकों ने थियेटर में स्क्रीन पर सिक्के भी फैंके थे.
आपको बता दें कि बिंदू घर में सबसे बड़ी थी. जब बिंदू 13 साल की थीं तो उसी वक्त उनके पिता का निधन हो गया था. उनके पिता नानूभाई देसाई मशहूर फिल्म प्रड्यूसर थे. पिता के जाने के बाद घर की जिम्मेदारी उन्ही पर आन पड़ी थी. ऐसे में बिंदू ने फिल्मों में कदम रखा.
1969 में बिंदू को ‘दो रास्ते’ और ‘इत्तेफाक’ जैसी फिल्मों से सफलता हासिल हुई थी. बिंदू ने राजेश खन्ना और प्रेम चोपड़ा से लेकर अमिताभ बच्चन के साथ काम किया और फिल्म इंडस्ट्री को कई यादगार फिल्में दीं. अपने समय में बिंदु का चार्म ऐसा था कि फैंस तक उन्हें खून से चिट्ठियां लिखते और शादी करना चाहते थे. 1983 में बिंदू ने फिल्मो करियर को अलविदा कह दिया था.