एके- 203 असॉल्ट राइफल का नाम सुनते ही दहल उठता है दुश्मनों का दिल, भारत-रूस के बीच हो रहा डील
आज भारत-रूस के बीच होगा एके- 203 असॉल्ट राइफल के साझा निर्माण का समझौता
भारत और रूस के सम्बन्धों के बारे में शायद ही किसी को याद दिलाने की जरूरत हो। जी हां ये दोनों देश दशकों से एक-दूसरे के साथ खड़ें हैं। इतना ही नहीं इन दोनों देशों के बीच अभी तक कई रक्षा सौदा और युद्ध अभ्यास हो चुका है। वहीं आज यानी 06 दिसम्बर को रूस (Russia) के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) एक बार फिर भारत आ रहें हैं। ऐसे में पड़ोसी मुल्कों की नजरें पुतिन के इसी दौरे पर है कि आख़िर इस दौरान दोनों देशों के बीच क्या बातचीत होती है।
बता दें कि भले आज भारत के दौरे पर आ रहें रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का (Vladimir Putin India Visit) यह दौरा छोटा रहने वाला है, लेकिन यह उतना ही महत्वपूर्ण भी है। गौरतलब हो कि व्लादिमीर पुतिन के इस दौरे की अहमियत का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि आज भारत और रूस के बीच कई अहम मुद्दों पर बात और रक्षा सौदों पर डील होनी है। मालूम हो कि डिफेंस सेक्टर में रूस का भारी निवेश भी हमेशा भारत मे देखने को मिलता है।
वहीं अब इसी कड़ी में भारत को जल्द ही रूस की तरफ से 7.5 लाख AK-203 असॉल्ट राइफल मिलने जा रही हैं और ये राइफल्स भी अमेठी की एक फैक्ट्री में बनाई जाएंगी। आइए ऐसे में जब आज रूस के राष्ट्रपति भारत आ रहें ऐसे में जानते हैं इसी मिसाइल से जुड़ी आवश्यक बातें…
कैबिनेट ने दे दी है इस समझौते को हरी झंडी…
प्राप्त जानकारी के मुताबिक बात करें तो कैबिनेट की तरफ से रूस संग इस समझौते को हरी झंडी दिखा दी गई है और अब सिर्फ कागजों पर हस्ताक्षर होने हैं जो जल्द ही कर लिए जाएंगे। वहीं मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 6 दिसंबर यानी आज भारत आ रहें। ऐसे में इस दौरान जब उनकी पीएम मोदी से बैठक होगी। उस बैठक में ही 7.5 लाख AK-203 असॉल्ट राइफल वाली डील भी फाइनल हो जाएगी और एस-400 वायु रक्षा प्रणाली की प्रस्तुति भी देखने को मिल सकती है।
वहीं यह तो एक सामान्य सी बात है कि जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन आज दिल्ली में होंगे। उस समय पूरी दुनिया की टकटकी इस दौरे पर ही होगी। गौरतलब हो कि करीब 5 हजार किलोमीटर की दूरी का सफर तय कर आज व्लादिमीर पुतिन करीब 6 घंटे के लिए दिल्ली पहुँच रहें है और आज दिल्ली में पीएम नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 21वें दौर की भारत-रूस शिखर वार्ता करेंगे। ऐसे में इस मौके पर एके-203 असॉल्ट राइफल (AK-203 Assault Rifle) के साझा प्रोडक्शन के समझौते पर मुहर लगेगी।
क्या है AK-203 असॉल्ट राइफल की विशेषता…
जानकारी के लिए बता दें कि एके-203 (AK-203) असॉल्ट राइफल 300 मीटर की दूरी पर स्थित लक्ष्य को भेदने में सक्षम है। इतना ही नहीं AK-203 असॉल्ट राइफल में 7.62×39 MM की गोली का इस्तेमाल होता है और बिना मैगजीन के AK-203 असॉल्ट राइफल का वजन लगभग 3.8 किलोग्राम है। इसके अलावा यह कम वजनी होने के साथ एडवांस टेक्नोलॉजी से लैस राइफल है।
अमेठी में फैक्ट्री, पांच हजार करोड़ रुपए हुए खर्च…
वहीं आख़िर में बता दें कि एके-203 (AK-203) असॉल्ट राइफल की डील काफी लंबे समय से भारत और रूस के बीच चल रही है। इसके अलावा कई स्तर की बातचीत पहले भी हो चुकी है औऱ अब जाकर तीनों सेनाओं को एके-203 (AK-203) असॉल्ट राइफल मिलने जा रही हैं। इस डील पर कुल 5000 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। वहीं यह लक्ष्य रखा गया है कि अगले दस साल में सेना को 6,01, 427 AK-203 असॉल्ट राइफल मिल जाएंगी।