DSP और पूर्व सरपंच ने मिलकर महिला के साथ किया गैंगरेप, फिर मांगी माफ़ी, कहा – माफ़ कर दो वरना हम..
कोटा (राजस्थान)! महिला सुरक्षा के तमाम दावे हमारे देश में किए जाते हैं, लेकिन फ़िर भी महिलाएं सुरक्षित नहीं। यह हमारे समाज का एक कड़वा सच है। जी हां कई बार तो महिलाओं की अस्मिता वही लोग लूटने का काम करते हैं। जिनके जिम्मे समाज को सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी होती है। अब सोचिए अगर कोई जिम्मेदार व्यक्ति ही महिलाओं पर ग़लत दृष्टि डालेगा। फिर कैसे महिलाओं की आबरू सुरक्षित रह पाएगी। अब आप सोच में पड़े कि आख़िर हम ऐसा क्यों कह रहें हैं तो आइए मुद्दे की बात पर आते हैं।
बता दें कि निलंबित चल रहे उप पुलिस अधीक्षक और पूर्व सरपंच के खिलाफ गैंगरेप का मामला दर्ज हुआ है। जी हां राजस्थान के कोटा पुलिस के डीएसपी और पूर्व सरपंच पर गैंगरेप का आरोप लगा है। पीड़िता महिला कॉन्स्टेबल ने बोरखेड़ा पुलिस में यह मामला दर्ज करवाया है। वहीं बता दें कि डीएसपी विजय शंकर शर्मा पर पहले भी इस तरह के आरोप लगते रहें हैं।
गौरतलब हो कि 2 महीने पहले ही डीएसपी को उनके खराब आचरण के कारण निलंबित किया गया था। वहीं अब महिला कॉन्स्टेबल ने शिकायत में बताया कि कोटा ग्रामीण क्षेत्र के निलंबित डीएसपी विजय शंकर ने उसके साथ रेप किया है। इतना ही नहीं पीड़िता ने कहा कि डीएसपी और पूर्व सरपंच बद्री आर्य उसे मथुरा और वृंदावन लेकर गए, जहां पर उन्होंने मिलकर गैंगरेप को अंजाम दिया।
महिला कॉन्स्टेबल ने अपनी शिक़ायत में कहा कि कोटा पुलिस के निलंबित डीएसपी विजय शंकर शर्मा ने उसके साथ दुष्कर्म किया है। वहीं पीड़ित महिला का आरोप है कि इस घटना के बाद निलंबित डीएसपी विजय शंकर शर्मा ने उसके घर आकर उससे माफी मांगी और माफ नहीं करने पर सुसाइड करने तक कि धमकी दे डाली।
वहीं जानकारी के लिए बता दें कि पीड़िता महिला कॉन्स्टेबल ने 26 नवंबर को इसका मामला दर्ज करवाया साथ ही साथ बताया कि 12 नवंबर को ट्रेन से मथुरा पहुंची थी, जहां बद्री आर्य ने महिला को फोन कर रेलवे स्टेशन पर बुलाया। वहीं, उसके साथ डीएसपी विजय शंकर शर्मा भी था। जिसके बाद वे महिला को डराकर मथुरा से जतीपुरा लेकर चले गए और इसी दरमियान एक धर्मशाला में दोनों ने उसका गैंगरेप किया।
आख़िर में बता दें कि पुलिस ने प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। वहीं इस पूरे मामले की पुष्टि कोटा शहर के पुलिस अधीक्षक डॉ. विकास पाठक ने की है। एसपी ने कहा कि कोटा शहर पुलिस उपाधीक्षक (CO-2) को मामले की जांच सौंपी है। महिला कांस्टेबल के 164 के बयान दर्ज हो चुके हैं और पुलिस अधीक्षक डॉ. पाठक ने कहा कि पुलिस पूरे मामले की तफ्तीश कर रही हैं।