ढह गया सपा-बसपा के विकास का पुल, 12 साल में हुआ जमींदोज, अब 5 की जगह 60 KM की करनी होगी यात्रा
2022 विधानसभा चुनाव के मद्देनजर इस बार अखिलेश यादव की सपा पार्टी ने नारा दिया है कि, “”नई हवा है, नई सपा है। बड़ों का हाथ, युवा का साथ”। अब ऐसे में यह तो चुनाव के बाद पता चलेगा कि बड़ों के हाथ और युवाओं के साथ का सपा को क्या फायदा हुआ, लेकिन यूपी के शाहजहांपुर इलाके में ऐसी हवा चली है कि पुरानी सपा यानी मुलायम सिंह यादव द्वारा जिस पुल का शिलान्यास किया गया था, वह भरभरा कर ढह गया। अब ऐसे में आप लोग समाजवादी विकास पर प्रश्नचिन्ह उठाएं। चलिए उसके पहले हम आपको पूरी जानकारी से रूबरू करा देते हैं।
बता दें कि शाहजहांपुर के मिर्जापुर थाना क्षेत्र में रामगंगा और बहगुल नदी पर बना 2 किलोमीटर लंबा कोलाघाट पुल रविवार देर रात गिर गया। वहीं हादसे के समय पुल पर एक कार गुजर रही थी, जो बीच में ही फंस गई। गौरतलब हो कि कार में 5 लोग सवार थे, जिन्हें मामूली चोटें आई हैं। इसके अलावा पुल के गिरने से शाहजहांपुर-बदायूं मार्ग पर आवागमन ठप्प हो गया है और जिले की कलान तहसील का मुख्यालय से संपर्क भी टूट गया है।
बताते चलें कि, इस पुल की 1992 में सपा सरकार में मुलायम सिंह यादव ने नींव रखी थी। 17 साल बाद 2009 में मायावती ने इसका उद्घाटन किया था और 2021 में भाजपा सरकार में यह गिर गया। यानी महज 12 साल में ही यह पुल टूटकर सरकारी दावों की तरह बिखर गया।
3 टुकड़ों में बंट गया गिरा हुआ पुल…
जानकारी के लिए बता दें कि यह पुल कुछ वर्षों में ही जर्जर हो गया था। पिछले महीने ही बीच में से धंस भी गया था। इसके बाद इस पर 6 अक्टूबर से 22 नवंबर तक मरम्मत का काम भी चला था और पुल के दोनों ओर पक्की दीवार बनाई गई थी, लेकिन पुल की दोबारा जांच न करने से यह हादसा हो गया। जिस जगह पर मरम्मत की गई थी। उसी जगह के पास करीब 70 फीट का हिस्सा 3 टुकड़ों में बंट कर गिरा है।
कार सवार लोग बोलें एक समय लगा अब नहीं बचेगी जान…
वहीं इस हादसे में घायल हुए कार सवार लोगों ने बताया कि वह प्रयागराज से आ रहे थे। पुल 3 हिस्सों में बना है। एक हिस्से पर उनकी कार थी। कार अचानक नीचे की ओर जाने लगी, लगा अब उनको कोई बचाने वाला नहीं है, लेकिन गनीमत रही कि ब्रेक लगाने के बाद कार रुक गई।
बाहर आकर देखा तो पुल टूट कर गिर चुका था। पुल टूटने से कलान तहसील का जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया है। अब कलान वासियों को मुख्यालय आने के लिए 65 किलोमीटर ज्यादा सफर कर फर्रुखाबाद से राजेपुर होते हुए शाहजहांपुर आना होगा।
1992 में मुलायम सरकार ने किया था पुल का शिलान्यास…
वहीं बता दें कि 1992 में सपा सरकार में तत्कालीन मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने कोलाघाट पुल का शिलान्यास किया था, लेकिन नेताओं ने इस पुल को लेकर राजनीति करना शुरू कर दी। इसकी वजह से पुल बनाने का काम ठंडे बस्ते में चला गया। 2003 में जब मुलायम सिंह यादव फिर से मुख्यमंत्री बने तो पुल निर्माण को लेकर लटकी फाइलें आगे बढ़ीं।
2006 में पुल का निर्माण शुरू हुआ, लेकिन 2007 में सपा की सरकार चली गई और मायावती के नेतृत्व में बसपा की सरकार बनी। हालांकि, पुल का निर्माण कार्य रुका नहीं और 3 साल में पुल बनकर तैयार हो गया और 2009 में तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती ने लखनऊ ने इसका उद्घाटन किया।
20 साल पुराना है पुल, टेक्निकल टीम अध्ययन कर रही है, ‘डीएम इंद्र विक्रम’…
बता दें कि शाहजहांपुर डीएम इंद्र विक्रम सिंह के मुताबिक, कोलाघाट पुल 20 साल पुराना है। पहले एक पिलर धंस गया था लेकिन अब वो फिर से नीचे चला गया है और टेक्निकल टीम अध्ययन कर रही है। प्रशासन ने कहा है कि तुरंत सर्वे कराया जाए जिससे जल्द ही काम पूरा करवा कर इसकी कनेक्टिविटी को फिर से बहाल किया जा सके।