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ये मंत्री जी खुद नहीं जानते हैं जीएसटी का फुलफॉर्म, दे रहे थे टैक्स के बारे में जानकारी!

महाराजगंज/उत्तर प्रदेश: 1 जुलाई से जीएसटी लागू होना है, सरकार और बाजार दोनों ने अपनी कमर कस ली है मगर कुछ लोग अभी भी ऐसे हैं, जिनको जीएसटी का फुलफॉर्म भी नहीं पता, जीएसटी के नाम पर बहुत सी अटकलें और अफवाहें भी फैली हुई हैं जिसे मोदी सरकार अपने प्रयासों और अपनी सहयोगी राज्य सरकारों की मदद से दूर करने में जुटी है. ऐसे में सरकार के ही लोग जनता को जीएसटी के बारे में बताने और समझाने में लगे हैं, लेकिन गजब तो तब हुआ जब यूपी के महाराजगंज में योगी सरकार के एक मंत्री जी लोगों को जीएसटी के फायदे बता रहे थे मगर उन्हें जीएसटी का फुलफॉर्म भी नहीं पता था.

जीएसटी का पूरा अर्थ क्या है मंत्री जी, पर वो तो अटक गए:

योगी सरकार में समाज कल्याण मंत्रालय का भार संभाल रहे रमापति शास्त्री गुरुवार को महाराजगंज में जीएसटी पर प्रेस ब्रीफिंग कर रहे थे, इसी बीच एक पत्रकार ने उनसे जीएसटी का फुलफॉर्म पूछ दिया इसपर मंत्री जी केवल पता है पता है बोलते रहे लेकिन जीएसटी का फुलफॉर्म उन्होंने नहीं बताया. सवाल के जवाब में मंत्री जी ने कहा- ‘जीएसटी का फुलफॉर्म है…और इतना कहकर मंत्री जी रुक गए, फिर बोले- पता है…पता है’

मंत्रियों को ही नहीं मालूम जीएसटी क्या है :

मंत्री जी के पीछे खड़े कुछ लोगों ने इस मुद्दे पर उनकी मदद करनी चाही लेकिन वो भी सही नहीं बता सके पीछे खड़े लोगों में से किसी ने मंत्री जी को बताया कि जीएसटी का फुलफॉर्म गवर्नमेंट सर्विसेज टैक्स है. ऐसे में विपक्ष बीजेपी पर कटाक्ष कर रहा है कि सरकार अपने मंत्रियों को ही नहीं समझा सकी कि जीएसटी क्या है.

आपको बता दें कि जीएसटी का फुलफॉर्म गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स है, यानी कि वस्तु एवं सेवा कर, लंबे समय से देश में एक कर व्यवस्था की मांग हो रही थी, ऐसे में कई अप्रत्यक्ष और इनडायरेक्ट टैक्सेज के कारण वस्तुओं के मूल्य में बहुत ज्यादा वृद्धि हो जाती है जिसे दूर करने के लिए कई प्रकार के अप्रत्यक्ष करों को खत्म करके जीएसटी लाया गया है, जीएसटी 1 जुलाई 2017 से पूरे देश में समान रूप से लागू होगा. माना जा रहा है कि इससे सभी राज्यों में वस्तुओं और सेवाओं के मूल्यों में समानता आएगी.

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