अखिलेश ने अपनी बांह खुद ही पकड़ कर मरोड़ डाला, आप भी इस इंद्रजाल रूपी बयान को पढ़ लीजिए
योगी जी समाजवादी पार्टी की योजना पूरी कर रहे हैं तो अखिलेश जी को खुश होना चाहिए !
भारत जैसे विशाल देश में चुनाव राजनीतिक दलों के लिए एक उत्सव के जैसा होता है। कभी-कभी यह उत्सव परीक्षा के पेपर की भांती भी महसूस होता है। इसी कारण से चुनाव से पहले राजनीतिक दल एक दूसरे पर टीका टिप्पणी करने लगते हैं। जो पक्ष में होता है वह 4 साल की पूरी योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास अंतिम के वर्षों में कराता है वहीं विपक्ष इसको अपना काम बता कर वाहवाही लूट रहा होता है ।
अभी हम आपको उत्तर प्रदेश में सियासी गर्मी क्यों बढ़ी हुई है इसको बताएंगे और आपको यह भी बताएंगे कि अखिलेश यादव अपने ही चाल में कैसे फंस गए?
दरअसल कुछ दिन पहले दिल्ली से सटे जेवर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का उद्घाटन किया था, जिसे समाजवादी पार्टी के नेता और मुलायम के लाल अखिलेश यादव अपनी सरकार की योजना बता रहे हैं।
अखिलेश यादव इस योजना को लेकर और कई जगह एयरपोर्ट न बनाने को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ पर किस प्रकार से तंज कसा पहले इसको पढ़ लीजिए इसके बाद आपको हम आगे का मसला भी बताएंगे।
दरअसल योगी आदित्यनाथ ने अखिलेश यादव पर यह आरोप लगाया था कि समाजवादियों ने अपने कार्यकाल के दौरान केंद्र की सारी विकास योजनाओं को रोक कर रखा हुआ था। इसी के जवाब देने के क्रम में एयरपोर्ट का भी जिक्र कर फंस गए अखिलेश यादव। अखिलेश यादव ने कहा कि “उत्तर प्रदेश में जब समाजवादी सरकार थी उस वक्त किसी भी तरह से विकास की योजनाओं को समाजवादियों ने नहीं रोका है। अगर किसी योजना को केंद्र सरकार ने कहा तो हमनमे उसको भी आगे बढ़ाने का काम किया है।
जनता में विश्वास बढ़ाने के लिए अखिलेश यादव ने आगे कहा कि, “मैं कुछ कहूं, दूसरा दल कुछ और कहे यह तो चलता रहेगा लेकिन आप लोग आरटीआई डालकर देख लीजिए कि समाजवादी पार्टी ने ना केवल जेवर में बल्कि उस फिरोजाबाद में जो अपने चूड़ियों को लेकर काफी फेमस है वहां भी हम एयरपोर्ट बनवा चाहते थे। यहां पर एक उद्योग का काम शुरू हो जाता।
पश्चिमी उत्तर प्रदेश के लोगों को लाभ मिलता । वहीं आगरा जैसे अंतरराष्ट्रीय शहर को भी एयरपोर्ट की जरूरत थी जिसका जगह चिन्हित किया गया था। समाजवादी सरकार में वह जगह फिरोजाबाद में थी। वहां एक गांव है हिरण गांव जिसके आसपास जमीन चिन्हित कर लिए गए थे और वह जमीन आगरा के पास बिल्कुल यमुना के किनारे था तो अगर एयरपोर्ट जब बनना था उस समय अगर अनुमति मिल गई होती तो लखनऊ के साथ-साथ आपको फिरोजाबाद में भी एयरपोर्ट बन जाता ।
अखिलेश यादव के इस दावों का हवा निकलने वाला बयान बताते हैं । बुधवार को नागरिक उड्डयन सचिव राजीव बंसल ने बताया कि 2022 में अलीगढ़, चित्रकूट, आजमगढ़, मुरादाबाद और श्रावस्ती इन 5 जगहों पर नए एयरपोर्ट पर बनाने की तैयारी हो रही है। अब आप यह भी जान लीजिए कि 2012 से 14 के दौरान यूपीए सरकार थी उस समय बीजेपी की सरकार नहीं थी।
अगर अखिलेश यादव कुछ करना चाहते थे तो उस दौरान भी काम करा सकते थे लेकिन उनको तो केवल केंद्र सरकार पर आरोप लगाना है और अपने द्वारा किए गए नाकामियों को छुपाना है।