जन्मदिन के मौके पर भड़के रामगोपाल, अखिलेश ने कहा नेता जी रामगोपाल से नहीं मुझसे हैं नाराज!
इटावा/सैफई: गुरुवार को मौका था समाजवादी पार्टी के महासचिव और बड़े नेता रामगोपाल यादव के जन्मदिन का, इस मौके पर एक बार फिर कुनबे में कलह और मनमुटाव का नजारा देखने को मिला. अखिलेश यादव रामगोपाल यादव का 71वां जन्मदिन मनाने सैफई पहुंचे थे लेकिन इस मौके पर सपा के संस्थापक और संरक्षक मुलायम सिंह यादव नदारद रहे. ऐसे में अखिलेश यादव का दर्द छलक पड़ा. उन्होंने अपने संबोधन के दौरान कहा कि नेता जी रामगोपाल जी से नहीं मुझसे नाराज हैं. अखिलेश यादव ने कहा कि यह बात मुझसे प्रधानमंत्री ने बताई थी. उन्होंने कहा कि राजनीति का रास्ता बहुत खतरनाक होता है.
अखिलेश यादव ने रामगोपाल यादव के पार्टी के लिए योगदान के बारे में बताया :
अखिलेश यादव ने रामगोपाल यादव के जन्मदिन के मौके पर पार्टी के लिए रामगोपाल यादव के योगदान के बारे में बताया, उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान बनाई गयी सड़कों और विकास कार्यों का जिक्र किया, उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने जो काम किया है वह ऐतिहासिक है, समाजवादियों की बनवाई हुई सड़क देखकर लोगों को गर्व होता है, वे बोले ऐसी ही सड़क गाजीपुर और बलिया में भी बन जाती तो यूपी की अर्थव्यवस्था ही बदल जाती. राजनीति पर उन्होंने कहा कि राजनीति का रास्ता बड़ा ही खतरनाक और ऊंचा-नीचा होता है, कब गड्ढा आ जाए, पता नहीं लगता.
पीएम मोदी और केंद्र सरकार पर भी हमला किया:
इस मौके पर अखिलेश यादव ने पीएम मोदी और केंद्र सरकार पर भी हमला किया. अखिलेश यादव ने पीएम मोदी की विदेश यात्राओं पर कटाक्ष किया और बीजेपी की कार्यशैली पर भी सवाल उठाया. उन्होंने कहा, ‘बीजेपी के लोग दुनिया घूमें, उन्हें हमारी साइकिल कहीं न कहीं दिख ही जाएगी, हम तो साइकिल चलाकर योग करने की बात कह रहे थे, लेकिन आपने नहीं चलाई.
इतना ही नहीं इस मौके पर समाजवादी पार्टी के संस्थापक और संरक्षक मुलायम सिंह यादव और उनके छोटे भाई शिवपाल यादव मौजूद नहीं रहे. ऐसे में अखिलेश यादव का दर्द एकबार छलता दिखा, उन्होंने कहा कि नेता जी होते तो आनंद बढ़ जाता. उन्होंने स्पष्ट शब्दों में नेता जी के उनसे नाराज होने की बात भी कबूली.
इसके बाद रामगोपाल यादव ने अपने 71वें जन्मदिन के मौके पर कार्यकर्ताओं को संबोधित किया, उन्होंने पार्टी के हित में कार्य करने की प्रतिबद्धता जताई. उन्होंने कहा कि पार्टी में जब विवाद हुआ था तो मैंने कहा था कि अखिलेश को सीएम बनाने के लिए लड़ता रहूंगा. रामगोपाल ने कार्यकर्ताओं से अखिलेश के समर्थन में हाथ उठाने को भी कहा. इसके बाद कार्यकर्ता अखिलेश यादव जिंदाबाद के नारे लगाने लगे जिसपर रामगोपाल यादव भड़क गए और उन्होंने कहा कि पोलिंग बूथ पर वोट डालने नहीं जाते और यहां जिंदाबाद कर रहे हो, चुप हो जाओ.